पूर्वोदय संवाददाता धेमाजी , 2 अक्टूबर । आमतौर पर जाता है कि देश मुस्लिम समाज जनसंख्या वृद्धि सबसे अधिक है , लेकिन सन् 2011 का जनसंख्या संबंधी का नतीजा कुछ अलग है । यद्यपि सरकार जनसंख्या संबंधी आंकड़े सार्वजनिक करने के लिए तैयार नहीं है, लेकिन जो कुछ आंकड़े बताते हैं कि जनसंख्या वृद्धि की दर भारत के मुस्लिम समाज और अनुसूचित समाज में बराबर इसका सीधा कारण गरीबी है । धेमाजी राजनीतिक सुधारकों के चार दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन ये बातें गांधी ने कहीं । वोटर्स पार्टी के नीति – निर्देशक भरत ने कहा कि भारत का मुस्लिम जनसंख्या समाज और अनुसूचित जाति / जनजाति समाज दोनों में गरीबी सबसे ज्यादा है। उस गरीबी के कारण इस समाज महिलाएं की अशिक्षित हैं। गरीबी से पैदा हुई निरक्षरता जनसंख्या वृद्धि का सबसे बड़ा कारण पाने एक गरीब आदमी जानता है कि उसके जितने बच्चे पैदा होंगे उनके जीने सभी गुंजाइश कम ही रहती है , क्योंकि में बच्चे के बीमार होने के बाद इलाज करा पाने की क्षमता उनके पास नहीं होती है और जो बच्चे जीवित बच जाते हैं , उनमें सभी बुढ़ापे का सहारा नहीं बनते । बुढ़ापे में दो बच्चे सहारा बने , इसके लिए जरूरी है कि कम कम चार बच्चे जीवित रहें इसके लिए जरूरी है कि कम से कम 8 बच्चे हों । यदि चार इलाज मर गए तो कम से कम चार जीवित बचें और उसमें दो बुढ़ापे का सहारा बनें ।
गरीब की यह अर्थव्यवस्था जनसंख्या बढ़ाने का मुख्य कारण है । यानि जब तक गरीबी दूर नहीं होती तब तक जनसंख्या बढ़ती रहेगी । गरीबी दूर करने का आज सबसे बड़ा और कारगर उपाय वोटरशिप कानून है , जिसका प्रस्ताव 137 सांसदों ने चौदहवीं लोकसभा और राज्यसभा में प्रस्तुत किया था । यदि सरकार और देश के शुभचिंतक वास्तव में चाहते हैं कि जनसंख्या पर लगाम लगाई जाए , तो उन सबको एक मंच पर आना जरूरी है । भरत गांधी ने कहा कि वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल ऐसी ही एक पार्टी है , जो असली समस्याओं का नकली समाधान नहीं देती , अपितु असली समाधान प्रस्तुत कर रही है । शांति साधना आश्रम में चल रहे चार दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन भरत गांधी ने वोटरशिप अधिकार के बारे में पूरी जानकारी दी ।