लुधियाना, 30 जुलाई ( पू.सं. )। 1994 में विश्व व्यापार पर हुई अंतरराष्ट्रीय संधि के बाद देश की अधिकतर समस्याएं अंतराष्ट्रीय हो गई हैं, जैसे आर्थिक विषमता, भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी, जनसंख्या वृद्धि, प्रकृति व पर्यावरण का असंतुलन सांस्कृतिक पतनस्पर्धा, गरीबी और अशिक्षा इत्यादि इन समस्याओं का समाधान अंतर्राष्ट्रीय सरकार ही कर सकती है उपरोक्त विचार वोटर्स पाटी इंटरनेशनल नीति निर्देशक भरत गांधी ने आज सर्किट हाउस लुधियाना पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देते हुए रखे। उन्होंने कहा कि जब समस्या अंतराष्ट्रीय है, तो उसका समस्त समाधान अंतराष्ट्रीय पार्टी ही कर सकती है। वोटस पार्टी इंटरनेशनल एक ऐसी ही पार्टी है, जो भारत के चुनाव आयोग में पंजीकृत भारत ही नहीं, पूरे विश्व की अनोखी पार्टी है। उन्होंने कहा कि मतदाताओं ( वोटरों ) के आर्थिक अधिकारों को लेकर उनके द्वारा संसद में प्रस्तुत वोटरशिप के प्रस्ताव को भारत के 137 सांसदों ने सन 2006 में बहस के लिए प्रस्तुत किया। 6 मई 2018 को संसद में बहस होने वाली थी, लेकिन गहरी साजिश के तहत इस प्रस्ताव पर बहस नहीं हुई। अगर यह प्रस्ताव पारित हो जाता तो आज हर वोटर को 5896 रुपए मिल रहे होते। अव पार्टी राजनीतिक व्यवस्था सुधारने को लेकर देश भर में आंदोलन चला रही है। पूर्वोत्तर राज्यों में पार्टी ने अपना केडर पक्का किया है। उन्होंने आगे कहा कि चुनावों में सजन ला हार जाते हैं और धनवान अपराधियों की कठपुतली पार्टियां चुनाव जीत जाती हैं। लेकिन हर बार की तरह चुनी हुई सरकारें कुछ नहीं कर पाती और इस तरह बार – बार हने वाले चुनावों के बाद भी लोगों के अरमानों पर पानी फिर जाता है। इसलिए इसकी जिम्मेदार यूरोपियन राजव्यवस्था में सुधार करना ही पड़ेगा। भरत गांधी ने बताया कि 2019 में पार्टी पंजाब में 13 लोकसभा सीटों पर मजबूत उम्मीदवारों को खड़ा करेगी। सम्मेलन की अध्यक्षता संत सुखपाल सिंह ने की और हरदेव सिंह सुनेत ने मंच संचालन किया। पंजाब के सभी जिलों से कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहुंचे, जिनमें सिकंदर सिंह सुनेत, परमजीत सिंह, सुखबीर सिंह, अमनदीप सिंह वाज, केंद्रीय सदस्य सुखविंदर शक्ति, नसीम अंसारी, मोहम्मद मुस्तफा, सुभाष केरी, सोनू, सुखविंदर नाहर, विकी आदि प्रमुख थे।