पुलिस सुरक्षा भरत गांधी की घटाने का मामला
उदालगुड़ी , 19 जून ( पू.सं. ) । वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल ( वीपीआई ) के नीति निर्देशक और पार्टी के संस्थापक भरत गांधी की पुलिस सुरक्षा का मुद्दा प्रदेश में गरमाता जा रहा है । पार्टी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि प्रदेश के एडीजी सुरक्षा पर राजनीतिक दबाव डालकर श्री गांधी की सुरक्षा घटाई गई है । वीपीआई की प्रदेश कमेटी के सदस्य सचिंद्र नाथ ब्रह्म ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि भरत गांधी की सुरक्षा को घटाकर भारतीय जनता पार्टी के कुछ शीर्षस्थ नेता यह चाहते हैं कि असम में वोटरशिप का आंदोलन रुक जाए और असम की जनता को विकास में भागीदारी न मिलने पाए । पाटी के वरिष्ठ पदाधिकारी श्री ब्रह्म ने कहा कि भरत गांधी का असम की जनता पर अहसान है कि उन्होंने दिल्ली का निवासी होकर भी असम की जनता को देश के खजाने में हिस्सेदारी देने का जो आंदोलन चलाया , असम के किसी भी नेता ने ऐसा अभियान नहीं चलाया और न ही श्री गांधी के अभियान को समर्थन दिया उदालगुड़ी जिले के उपायुक्त कार्यालय के समक्ष वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के कई हजार लोगों ने धरना दिया और श्री गांधी की सुरक्षा बढ़ाए जाने के लिए होश में आओ , सुरक्षा बढ़ाओ के नारे लगाए । इसके पहले वीपीआई कार्यकर्ताओं ने पूरे उदालगुड़ी टाउन में विशाल जुलूस निकाला और लोगों से पार्टी के लिए जनसमर्थन मांगा । बाद में उपायुक्त ने उदालगुड़ी जिला अध्यक्ष की ओर से एक ज्ञापन स्वीकार किया और आश्वासन दिया कि वह उसको आगे मुख्यमंत्री को भेज देंगे । ज्ञापन में श्री गांधी की सुरक्षा घटाए जाने के मामले की क्राइम ब्रांच से जांच कराने की मांग की गई है और यह भी कहा गया है कि वोटरशिप का प्रस्ताव संविधान सभा से पारित करके केंद्र सरकार को भेजा जाए , जिससे हर वोटर के बैंक खाते में हर महीने वोटरशिप की रकम रुपए 6000 आ सके और इस प्रकार असम के विकास का रास्ता खुले । वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के सचिंद्र नाथ ब्रह्म , धनंजय सरकार , मंगल लिए सिंह सुब्बा , सुनील सरकार , टुलटोली पाल , भरत गोयारी अधिवक्ताओं ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया ।