Skip to content

यूरोपियन राष्ट्रवाद लोगों के लिए गले का हार नहीं , फांसी का है फंदा भरत गांधी

एशियाई वतन की सरकार व वोटरशिप कानून की मांग पर 50,000 से ज्यादा लोगों ने किया प्रदर्शन

natioalism is necks nooseरंगिया, 17 नवंबर ( ख.सं )। राज व्यवस्था और अर्थव्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन करने की मांग को लेकर वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल ने रंगिया में जोरदार प्रदर्शन किया जिसमें 50,000 से ज्यादा लोग शामिल हुए पार्टी के संस्थापक और नीति निर्देशक भरत गांधी ने लोगों से वोटरशिप कानून और एशियाई वतन की सरकार के लिए समर्थन मांगा। लोगों ने हाथ उठाकर ध्वनिमत से समर्थन किया। यह प्रदर्शन पार्टी ने अपने स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित किया था। पार्टी प्रत्येक वर्ष 17 नवंबर को विश्व दर्शन दिवस मनाने के लिए इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करती है। गत वर्ष यह कार्यक्रम नई दिल्ली में हुआ था राजनीतिक और आर्थिक सुधारों पर दर्जनों पुस्तकों के लेखक भरत गांधी ने लोगों को संबोधित करते हुए अपील किया कि भारत का राष्ट्रवाद कभी भी सीमाओं में बंधा नहीं रहा, बल्कि वसुधा को कुटुंब मानने की परंपरा रही।

लेकिन यूरोपीय राष्ट्रवाद के कारण देश की जनता आर्थिक रूप से गुलाम हो गई है क्योंकि सस्ते निर्यात के लिए अपने ही देश की सरकार अपने ही देश के गरीबों और मध्यवर्ग को जानबूझकर आर्थिक तंगी में कैद किए हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अनाज, कपड़े, दवाइयां सड़ा रही हैं। लेकिन सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी नागरिकों को नहीं दे रही हैं। जाने माने राजनीति सुधारक ने हर वोटर हर महीने फ्री में 6000 रुपये उसके बैंक खाते में सरकार द्वारा दिए जाने के लिए कानून बनाने की मांग की। फ्री इस पैसे के वितरण के औचित्य को बताते हुए कहा कहा कि कंप्यूटर ने पढ़े लिखे लोगों का काम खत्म कर दिया और जेसीबी, बुलडोजर और ट्रैक्टर ने अनपढ़ लोगों का काम खत्म कर दिया है। इसलिए अब मशीनों के परिश्रम से पैदा हुआ धन देश के वोटरों में बांटने के लिए वोटरशिप कानून बनेगा तभी परिवारों की आर्थिक तंगी जाएगी और तभी देश का वास्तविक विकास होगा। उन्होंने कहा कि यूरोपियन यूनियन के तर्ज पर अगर एशियाई देश एक यूनियन बना लेते हैं तो वोटरशिप की रकम 6000 रुपये से बढ़कर कम से कम 10000 रुपये हो जाएगी। क्योंकि साझी प्रतिरक्षा प्रणाली अपना लेने से कम पैसे में अधिक सुरक्षा हो सकती है बचा हुआ पैसा वोटर शिप की रकम जोड़ कर वोटरों के बैंक खाते में भेजा जा सकता है। उन्होंने पंचायत चुनाव और आने वाले लोकसभा चुनाव में वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के प्रत्याशियों को जिता कर देश में व्यवस्था परिवर्तन का जनादेश देने की अपील की। पार्टी की अखिल भारतीय कमेटी के अध्यक्ष पूर्व सांसद ब्रह्म देव आनंद पासवान ने कहा कि पुराने विचार और पुराने विचारक, आज के समय में अप्रासंगिक हो गए हैं। इसलिए देश को अब नए विचार, नए विचारक, नया नेतृत्व, नई पार्टी और नई राजनीतिक व आर्थिक व्यवस्था चाहिए। उन्होंने कहा कि यह काम करने में वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल पूरी तरह से सक्षम है। प्रदेश अध्यक्ष ललित पेगू ने वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल से लोगों को जुड़ने की अपील की और कहा कि असम को विकास और शांति के रास्ते पर यही पार्टी ले जा सकती है। पार्टी की स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में पार्टी की अखिल भारतीय कमेटी और असम प्रदेश कमेटी के कई पदाधिकारियों ने जनसमूह को संबोधित किया। पार्टी की केंद्रीय कमेटी के अध्यक्ष विजय कुमार जैन ने सभा की अध्यक्षता की और सभा का संचालन शाहजहां शेख ने किया।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *