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नेता परिवर्तन नहीं , व्यवस्था परिवर्तन वाली पार्टी चाहिए : भरत गांधी

party needed for polity reform not for changing the ruleगुवाहाटी, 15 नवंबर ( ख.सं. )। वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने वस्तु एवं सेवा कर ( जीएसटी ) लागू कर मध्यवर्गीय लोगों का आर्थिक शोषण किया है। गुवाहाटी प्रेस क्लब में पत्रकारों को संबोधित करते हुए वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के संस्थापक और नीति निर्देशक भरत गांधी ने कहा है कि कर देने वाले लोगों से ही लेना चाहिए। उन्होंने जीएसटी को लेकर केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि इससे मध्यवर्गीय लोग सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी के जरिए मध्यवर्गीय परिवारों के साथ आर्थिक बलात्कार किया गया है, वहीं उन्होंने केंद्र सरकार को अमीरों के हाथों कठपुतली करार दिया। उन्होंने आगे कहा कि जनता की समस्याएं अब नेता बदलने से हल नहीं हो सकतीं। अब जनता को व्यवस्था बदलने वाली पार्टी चाहिए उन्होंने कहा कि वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल ऐसी ही एक पार्टी है जो राज व्यवस्था और अर्थव्यवस्था का एक ब्लूप्रिंट लेकर आई है। उन्होंने कहा कि असम जैसा प्रदेश, जो विकास की मुख्यधारा से बहुत दूर है, उसको एक ऐसा राजनीतिक विकल्प चाहिए, जो परंपरागत मुद्दों से अलग हटकर यहां की जमीनी जरूरतों और समस्याओं का समाधान करने में सक्षम हो। भरत गांधी ने कहा कि पैसे की तंगी असम के नागरिकों की सबसे बड़ी समस्या है और इस समस्या का समाधान तभी हो सकता है, जब मशीनों के परिश्रम से, प्राकृतिक संसाधनों से और कानूनों की मौजूदगी के कारण पैदा हो रहे धन का वितरण प्रत्येक वोटर में करने के लिए कानून बने। उन्होंने कहा कि पार्टी में इस कानून को वोटरशिप कानून कहा जाता है। अगर यह कानून बना तो असम के प्रत्येक नागरिक को हर महीने कम से कम 6000 रुपये मिल सकते हैं और अगर भारत, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, बर्मा आदि पड़ोसी देशों की यूरोपियन यूनियन की तर्ज पर एक यूनियन बन जाए और साझी प्रतिरक्षा प्रणाली अपना ली जाए तो यह रकम बढ़कर 10000 से ऊपर चली जाएगी। उन्होंने कहा कि परंपरागत राष्ट्रवाद, नागरिकता और संप्रभुता के सिद्धांतों को यूरोप ने खोजा था। लेकिन उसी यूरोप ने आज उन सिद्धांतों को खतरनाक समझ कर कचरे के डब्बे में डाल दिया। इसी का परिणाम है कि 27 देशों ने अपना एक साझा शासन – प्रशासन बना लिया। श्री गांधी ने कहा कि यूरोप ने जिस दवा को खतरनाक समझ कर छोड़ दिया, असम में उसी दवा को कचरे के डिब्बे से उठाकर लोगों को खिलाने की कोशिश की जा रही है और असम इसी गलत चिंतन के कारण एक बार फिर खून खराबे की तरफ बढ़ रहा है, जिसको हर हालत में रोका जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह काम नये विचारों पर आधारित वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल ही कर सकती है। इसलिए हर वर्ग को इस पार्टी का साथ देना चाहिए। भरत गांधी ने कहा कि पार्टी अपना स्थापना दिवस संयुक्त राष्ट्र संघ के विश्व दर्शन दिवस के दिन 17 नवंबर को हर साल मनाती है। इस साल यह समारोह असम के कामरूप जिले के रंगिया कस्बे में आयोजित किया जा रहा है जिसमें 100000 से अधिक पार्टी कार्यकर्ता शामिल होंगे। इस प्रदर्शन के माध्यम से पार्टी कार्यकर्ता यूरोपियन यूनियन की तर्ज पर दक्षिण एशियाई वतन की सरकार बनाने की मांग करेंगे, जिससे वोटरशिप के प्रस्तावित कानून के सामने मौजूद बाधाओं को हटाया जा सके और इस रकम को बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि इस आशय का एक ज्ञापन भारत सहित सभी दक्षिण एशियाई देशों के राष्ट्रपतियों को दिया जाएगा। मालूम हो कि वोटर्स पार्टी 2004 से वोटरशिप कानून लागू किये जाने की मांग कर रही है। इस मौके पर पार्टी के असम प्रदेश कमेटी के अध्यक्ष ललित पेगु ने कहा कि आगामी पंचायत चुनाव में पार्टी जिला परिषद में पांच सौ उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारेगी। उन्होंने कहा कि वोटर्स पार्टी जनता की सेवा में विश्वास रखती है व्यवस्था में बदलाव के लिए चुनाव में उतरेगी। इस अवसर पर अखिल भारतीय कमेटी के अध्यक्ष पूर्व सांसद ब्रह्मदेव आनंद पासवान भी मौजूद थे।