यदुकुल पुनर्जागरण मिश
यदुकुल पुनर्जागरण मिशन की अखिल भारतीय कमेटी की एक बैठक 15 अप्रैल 2023 को 1२ .00 बजे से ६ बजे के बीच मधुबन गेस्ट हाउस कमालगंज फर्रुखाबाद रोड पर उत्तर प्रदेश में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता संगठन के अध्यक्ष, पूर्व संसद सदस्य और पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री डी पी यादव ने किया और आयोजन संगठन के समन्वय प्रकोष्ठ के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री नरेंद्र सिंह यादव ने किया। बैठक का संचालन संगठन के संयोजक श्री विश्वात्मा ने किया।
बैठक में निम्नलिखित पदाधिकारी उपस्थित थे -
१. संगठन के अध्यक्ष, पूर्व संसद सदस्य और पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री डी पी यादव
२. संगठन के समन्वय प्रकोष्ठ के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री नरेंद्र सिंह यादव
३. राजनीतिक सुधारक, लेखक व संगठन के संयोजक श्री विश्वात्मा
४. शिकोहाबाद के पूर्व विधायक व संस्कृति रक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्री हरिओम यादव,
५. भरथना, इटावा के पूर्व विधायक व युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री शिव प्रसाद यादव,
६. एटा के पूर्व विधायक और अखंड भारत प्रकोष्ठ के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष श्री शिशुपाल सिंह यादव,
७. उन्नाव के जिला पंचायत अध्यक्ष व वोटरषिप मोर्चा के प्रदेश अध्य क्ष श्री राम कुमार यादव,
८. महासचिव श्री शिवाकांत गोरखपुरी,
९. प्रयागराज इलाहाबाद से आए यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के मानवाधिकार प्रकोष्ठ के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पूर्व न्यायाधीश श्री रमेश कुमार यादव,
१०..मानवाधिकार प्रकोष्ठ के उत्तर प्रदेश महासचिव एडवोकेट रामनिवास यादव
११. माधव मिशन की संस्थापक व संस्कृति रक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश महा सचिव डॉ विजया लक्ष्मी (आमंत्रित)
१२ आंखों के सर्जन डॉक्टर योगेंद्र यादव (आमंत्रित)
आदि लोग उपस्थित रहे।
*बैठक की कार्यवाही रिपोर्ट*
1. मुंबई में आयोजित यदुकुल पुनर्जागरण स्टेशन के सम्मेलन की समीक्षा-
2 अप्रैल 2023 को कांदिवली में आयोजित यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के सम्मेलन की समीक्षा की गई। मुंबई महानगर की अध्यक्ष श्री रघुपति यादव और महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट किलाचंद यादव को विशेष रूप से धन्यवाद ज्ञापित किया गया। सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि मुंबई महानगर की और महाराष्ट्र प्रदेश की कमेटी 1 महीने के अंदर बना दी जाए और उसे संगठन की वेबसाइट पर प्रकाशित कर दिया जाए।
2. यदुकुल समाज के मां-बाप को बच्चों की शादी विवाह के लिए मैट्रिमोनियल सुविधा प्रदान करने पर चर्चा-
बैठक में यदुकुल समाज के बच्चों की शादी विवाह के लिए मैट्रिमोनियल फैसिलिटी देने पर पर चर्चा हुई। इस विषय में सब लोगों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि यदुकुल पुनर्जागरण मिशन की वेबसाइट पर एक मैट्रिमोनियल सुविधा दी जाए। ऐसी सुविधा यदुकुल समाज के मां-बाप को मिलनी चाहिए कि वह अपने बच्चों के बायोडाटा को अपलोड कर सकें और दूसरों के बायोडाटा देख सकें। यह भी तय किया गया कि यह सुविधा देने पर जो भी खर्च होगा वह खर्च संगठन उठाएगा।
*3. संगठन का जनाधार बढ़ाने की लिए रणनीति बनाने पर चिंतन -*
इस विषय में लगभग 4 घंटे की गहन ज्ञान चर्चा हुई। बैठक में शामिल सभी लोगों ने इस विषय में अपने अपने विचार रखें। संगठन का जनाधार बढ़ाने के लिए अंत में निष्कर्ष के तौर पर निम्नलिखित निर्णय लिया गये-
3.1. संगठन का जनाधार बढ़ाने के लिए अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों रणनीतियां बनाकर काम करेगा।
3.2. संगठन का जनाधार बढ़ाने के लिए अल्पकालिक रणनीति के रूप में निम्नलिखित कार्य किए जाएंगे-
3.3. यदुकुल पुनर्जागरण बेशर्म यादव समाज के सभी दलों के नेताओं के साझे मंच के रूप में काम करना।
3.4. संगठन अपना जनाधार बढ़ाने के लिए जनाधार रखने वाले अपने समाज के उन सभी नेताओं को जोड़ेगा, जो अलग-अलग राजनीतिक दलों में काम कर रहे हैं। भाजपा, सपा और अन्य पार्टियों में यादव समाज के जो नेतागण कार्यरत हैं उनकी पार्टी में अपने समाज के नेताओं प्रोन्नति के लिए संगठन दबाव समूह या बार्गनिंग प्लेटफार्म की तरह काम करना। इस प्रकार संगठन अलग-अलग दलों में काम करने वाले अपने समाज के सभी नेताओं को शक्ति देने का काम करेगा।
3.5. संगठन समाजवादी पार्टी से, भाजपा से और अन्य दलों से असंतुष्ट नेताओं को किसी ऐसी पार्टी में न जाने के लिए समझाएगा, जिस पार्टी में यादव समाज के लिए न्याय और भागीदारी के उदाहरण कम है या उस पार्टी से समाज के सामूहिक हितों पर खतरे के पारिस्थितिक सबूत होंगे। चूंकि असंतुष्ट नेता एक पार्टी छोड़कर किसी दूसरी पार्टी में जाने के लिए लालायित होते ही हैं। इसलिए यदुकुल पुनर्जागरण मिशन किसी एक ऐसी राजनीतिक पार्टी के साथ से जुड़ने के लिए लोगों को प्रेरित करेगा जो पार्टी यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के उद्देश्यों के लिए काम करेगी। यदि एक से अधिक पार्टियां यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के लिए काम करती हैं तो यदुकुल संगठन किसी एक पार्टी का सहयोग करने की बजाय ऐसी सभी पार्टियों के लिखित संविधान पर आधारित गठबंधन का सहयोग करेगा।
3.6. यदुकुल पुनर्जागरण मिशन प्रधानमंत्री और प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के पदों के लिए अपने संगठन से उपयुक्त व्यक्तियों के नामों को समय-समय पर प्रस्तावित करेगा।
3.7. ओबीसी समाज की अन्य जातियों और अनुसूचित समाज को एकजुट करने के लिए
यदुकुल पुनर्जागरण मिशन उनको यह समझाने की कोशिश करेगा, कि उनके ऊपर यादव समाज के किसी एक परिवार द्वारा अतीत में किए गए जुल्म और अत्याचारों की सजा पूरे यदुकुल समाज को देना गलत है।
3.8. संगठन का जनाधार बढ़ाने के लिए और एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय के सभी जातियों के 95% आर्थिक रूप से वंचित वर्गों की एकजुटता के लिए और उनको देश के समृद्धि में भागीदारी दिलाने के लिए यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के सभी नेताओं द्वारा समाज के इन 95% लोगों को वोटरशिप अधिकार दिलाने का मुद्दा हर मंच से उठाया जाएगा। सभी नेतागण यह विषय समझने के लिए और तर्क वितर्क का जवाब देने के लिए श्री विश्वात्मा की पुस्तक का अध्ययन करेंगे।. इससे आर्थिक रूप से वंचित समाज के बहुसंख्यक वयस्क लोगों को सन 2021 की कीमतों पर हर महीने सरकार से कम से कम ₹8435 प्राप्त हो सके। यह प्रस्ताव संसद के विशेषज्ञ कमेटी ने बहुत पहले ही मंजूर कर दिया है। किन्तु मीडिया में पर्याप्त कवरेज नहीं होने के कारण लोग नहीं जानते. वोटरशिप अधिकार आंदोलन से जातिवाद और संप्रदायवाद की दीवारें जर्जर होकर गिरने लगेंगी।
3.9. संस्कृति रक्षक समाज बनाने के लिए यदुकुल पुनर्जागरण मिशन प्रशिक्षण के माध्यम से विशेषज्ञ प्रवचनकारी पैदा करेगा और उनको विशेषज्ञता प्रमाण पत्र जारी करेगा। विशेषज्ञ प्रवचनकारी इस भाषा में गीता का और कृष्ण कथा का प्रचार प्रसार करेंगे, जिससे समाज मानवतावादी आचार व व्यवहार के लिए प्रेरित हो और सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक वंचितों के हकों के लिए संघर्ष करने के लिए प्रेरित हों। कृष्ण के मानवतावादी, विश्व भ्रातृत्ववादी और न्यायवादी छवि को को जन जन तक पहुंचाने में सहायक प्रवचनकारियों का जगह-जगह नियमित प्रवचनों का आयोजन करके यदुकुल पुनर्जागरण मिशन आम जन के सांस्कृतिक प्रशिक्षण का कार्य करेगा।
3.10 जनाधार बढ़ाने के लिए संगठन उत्तर प्रदेश, हरियाणा राजस्थान और महाराष्ट्र सदस्यता अभियान यानी मेम्बरशिप ड्राइव चलाएगा। चर्चा के बाद यह भी तय हुआ कि यथासंभव यह सदस्यता अभियान ऑनलाइन विधि द्वारा चला जाएगा जिससे सदस्यों की सूची एक जगह इकट्ठी होती रहे।
3.11. जनाधार बढ़ाने के लिए संगठन के कोष के महत्व को रेखांकित किया गया। संगठन के कोष वृद्धि पर चर्चा हुई। संगठन के अध्यक्ष श्री डी पी यादव ने ₹100000 संयोजक श्री विश्वात्मा ने ₹25000 संस्थापक सदस्य श्री राम कुमार यादव ने ₹25000, पूर्व विधायक श्री हरिओम यादव ने ₹25000, इलाहाबाद से है पूर्व में अध्यक्ष श्री रमेश कुमार यादव ₹50000, एटा के पूर्व विधायक श्री शिशुपाल सिंह यादव ने ₹11000, पूर्व मंत्री श्री नरेंद्र सिंह यादव ने ₹25000, महासचिव श्री शिवाकांत गोरखपुरी ने ₹11000, एड. राम निवास यादव ने 5000 रुपया, पूर्व विधायक श्री शिव प्रसाद यादव ने, डा. विजय लक्ष्मी यादव ने भी कोष में जमा कराने के लिए कहा। यथाशीघ्र संगठन के खाते में जमा कराने का आश्वासन दिया। चर्चा में यह तय हुआ कि पारदर्शिता के मद्देनजर आम जनता से जो पैसा लिया जाए, वह यथासंभव ऑनलाइन विधि से लिया जाए और खर्च यथासंभव चेक द्वारा किया जाए। संगठन के कोष में साउण्ड फंडिंग के मुद्दे पर समयाभाव के कारण चर्चा नहीं हो सकी।
3.12. जनाधार बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा में जनपद कमेटियों के गठन के लिए पूरे प्रदेश में जनसम्पर्क अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। फर्रुखाबाद में जिला कमेटी और ब्लॉक की कमेटियों के गठन की जिम्मेदारी पूर्व मंत्री श्री नरेंद्र सिंह यादव ने लिया।
3.13 *जनाधार बढ़ाने के लिए यदुकुल पुनर्जागरण मिशन की दीर्घकालिक रणनीति-*
संगठन के जनाधार को बढ़ाने के दीर्घकालिक उपायों लगभग 2 घंटे गहन मंत्रणा की गई। चर्चा के दौरान इस बात पर सहमति बनी कि बिना सत्ता में भागीदारी हासिल किए अपने समाज के लगभग 95% विपन्न लोगों के लिए राष्ट्र की समृद्धि में भागीदारी हासिल करना संभव नहीं है। इस निष्कर्ष पर भी सहमति बनी कि केवल एक बिरादरी अपने दम पर किसी भी प्रदेश में सत्ता हासिल नहीं कर सकती। इसलिए यह निर्णय लिया गया कि ओबीसी समाज की अन्य जातियों और अनुसूचित जाति व जनजाति में आने वाले विभिन्न जातियों के आर्थिक रूप से संपन्न और विपन्न दोनों प्रकार के लोगों के साथ मिलकर संयुक्त जनाधार तैयार किया जाएगा। इस विषय में लंबी चर्चा के बाद इस निष्कर्ष पर भी सहमति बनी कि अपवादों को छोड़कर ओबीसी की अन्य जातियों के लोग और अनुसूचित समाज के लोग अपने आप को यदुकुल समाज का सदस्य कहलाना पसंद नहीं करेंगे। इस निष्कर्ष के कारण यह निर्णय लिया गया कि ओबीसी समाज और अनुसूचित समाज की लगभग सभी जातियों को इस बात के लिए प्रेरित किया जाएगा कि वह अपने अपने जातियों के नाम से पुनर्जागरण मिशन बनाएं।
चर्चा के दौरान इस बात पर भी गहन विश्लेषण किया गया कि एससी, एसटी और ओबीसी समाज पूरी तरह एकजुट क्यों नहीं हो पाता और इस वर्ग का लाभ मनुवादी जातियों के नेता उठाने में कामयाब क्यों हो पाते हैं? चर्चा से यह निष्कर्ष निकला कि एससी, एसटी और ओबीसी समाज के लोगों की 95% जनसंख्या आर्थिक रूप से कमजोर है। यह बहुसंख्यक समाज राष्ट्र की समृद्धि में भागीदारी पाने से वंचित रहा है। अनाज और छोटी मोटी सुविधा देकर इस वर्ग का लाभ मनुवादी विचारधारा की जातियां उठा रही हैं। इस निष्कर्ष को देखते हुए यह निर्णय लिया गया कि सभी जातियों के संपन्न लोग और सभी जातियों के नेता गण आगे से अपनी अपनी जाति के इस बहुसंख्यक समाज के आर्थिक न्याय की लड़ाई भी खुद लड़ेंगे। खेती-किसानी और मजदूरी करने वाले इस बहुसंख्यक समाज को अकेला नहीं छोड़ेंगे।
उक्त चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया कि यदुकुल पुनर्जागरण मिशन अन्य सभी जातियों को प्रोत्साहित करेगा कि वह यह तो कुल पुनर्जागरण मिशन के पैटर्न पर कुर्मी पुनर्जागरण मिशन, मौर्य पुनर्जागरण मिशन, लोधी पुनर्जागरण मिशन, निषाद पुनर्जागरण मिशन, पाल पुनर्जागरण मिशन, पासी पुनर्जागरण मिशन, सर्व जातीय किसान और मजदूर पुनर्जागरण मिशन, ...... जैसे संगठन बनाएं। सभी जातियों और वर्गों के अपने-अपने संगठन बनाने में यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के लोग सहयोगी और सलाहकार की भूमिका निभाएंगे। यह भी निर्णय लिया गया कि सभी जातियों के संगठन एक ही संवैधानिक ढांचे पर काम करेंगे। जिससे इन सभी जातियों के संगठनों में एकरूपता और एकजुटता बनी रहे और साझा हितों पर संयुक्त निर्णय लेने की प्रक्रिया विकसित की जा सके। सबकी राय यह थी कि ऐसा करना इसलिए भी जरूरी है कि एससी एसटी और ओबीसी तथा किसानों व मजदूरों के हितों के लिए काम करने वाले नेतागण निजी राजनीतिक और आर्थिक स्वार्थ में अपने समाज की ताकत को खंड खंड तोड़कर बिखेर न सकें। एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों के साझे राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक हितों पर काम करने के उद्देश्य से यह भी निर्णय लिया गया कि सभी जातियों के संगठन मिलकर एक साझा मंच बनाएंगे। इस मंच का नाम रखा जाएगा- "वंचित पुनर्जागरण मिशन". अंग्रेजी में इसको कहा जाएगा- "डिप्राइव्ड रेनेसां मिशन"। संक्षेप में इसको कहा जाएगा-
"डीआरएम"। वंचित पुनर्जागरण मिशन के अपेक्षित संगठनात्मक ढांचे पर चर्चा करते हुए यह तय किया गया कि सभी जातियों के पुनर्जागरण मिशन अपने अपने संगठन से एक स्थाई प्रतिनिधि वंचित पुनर्जागरण मिशन की कार्यसमिति का गठन करने के लिए चुनेंगे। यह भी निर्णय लिया गया कि वंचित पुनर्जागरण मिशन की कार्यसमिति द्वारा लिए गए निर्णयों का सम्मान करना सभी जातियों के संगठनों के लिए अनिवार्य बनाया जाएगा, जिससे इन समुदायों को सत्ता और संपत्ति में भागीदारी प्राप्त करना संभव हो सके और सामाजिक विषमता के दंश से छुटकारा मिल सके।
अन्य विषय जिन पर समय अभाव के कारण चर्चा नहीं हो सकी-
1. यादव, ओबीसी समुदाय की अन्य पिछड़ी जातियों/अनुसूचित जाति व जनजाति समुदाय पर अत्याचार के विरुद्ध सुरक्षा प्रदान करना की रणनीति पर चर्चा।
2. पूर्व सरकारी पदाधिकारियों और बुद्धिजीवियों को संगठन से जोड़ने की रणनीति पर चर्चा।
यदुकुल पुनर्जागरण मिशन
संस्थापक सदस्यों की बैठक करीब 1.00 बजे से 1/ 38 विपुल खंड गोमती नगर लखनऊ में श्री डी पी यादव के निवास पर शुरू हुई।
बैठक में संगठन के निम्नलिखित संस्थापक सदस्यगण उपस्थित हुए-
1. पूर्व सांसद श्री डी पी यादव
2. राजनीतिक चिंतक श्री विश्वात्मा
3. पूर्व जिला पंचायत अघ्यक्ष श्री राम कुमार यादव
4. समाजसेवी श्री शिवाकांत यादव गोरखपुरी
5. पूर्व विधायक श्री हरिओम यादव
6. श्री श्याम किशोर यादव
7. पूर्व विधायक श्री रामपाल यादव
8. पूर्व विधायक श्री शिव प्रसाद यादव
बैठक का प्रारंभ
नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव के निधन पर श्रद्धांजली प्रस्ताव पारित करना।
बैठक में सबसे पहले श्री मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया। इसके बाद बैठक की औपचारिक शुरुआत हुई।
1. गत बैठकों का पाठन, मंजूरी हस्ताक्षर
इस विषय में चर्चा के बाद सर्वसम्मति से यह तय हुआ की अब तक जितनी 6 बैठकें हुई हैं, उन सब की कार्यवाही रिपोर्ट तैयार किया जाए और एक साथ उन सभी लोगों के हस्ताक्षर लिए जाएं, जो संबंधित बैठक में उपस्थित थे। यह भी तय हुआ कि आगे से बैठकों की कारवाही नियमित लिखा जाए और हस्ताक्षर लिया जाए।
2. एटा की जनसभा की समीक्षा और आय व्यय का विवरण
इस विषय में श्री शिवाकांत गोरखपुरी ने जानकारी दिया की बैठक में लगभग 4000 लोग उपस्थित हुए जिसमे मोटरसाइकिल वालों को पुलिस ने अंदर नहीं आने दिया इसलिए लगभग 1000 लोग बैठक में शामिल नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि इस बैठक में लगभग साडे तीन लाख रुपये खर्च हुए जिसका पूरा प्रबंध है संगठन की जिला कमेटी ने किया। श्री राम कुमार यादव ने कहा कि संगठन का पहला सम्मेलन पूरी तरह सफल रहा और एक अच्छा संदेश गया। श्री विश्वात्मा ने मंच पर का व्यवस्था का मुद्दा उठाया और आगे से मंच पर प्रवेश करने वालों के लिए प्रवेश पत्र की व्यवस्था अपनाने पर जोर दिया। सर्वसम्मति से तय हुआ कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए और संगठन के बड़े नेताओं में टकराव की संभावना को रोकने के लिए आगे से मंच पर बैठने वालों के नामों की सूची1 दिन पहले तैयार कर ली जाएगी और उतने ही कुर्सियां लगाई जाएंगी। इसके लिए संगठन के कार्यक्रम की आयोजक समिति संगठन के राष्ट्रीय समिति के साथ मिलकर मंच पर बैठने वालों की सूची तैयार करेगी। उसी सूची के अनुसार मंच पर चलाने की अनुमति प्रदान की जाएगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अपवाद स्वरूप एक या दो व्यक्ति को कार्यक्रम शुरू होने के ठीक मौके पर मंच पर पर चढ़ने की अनुमति दे सकेंगे।
3. संभल की जनसभा के खर्च का आय व्यय का विवरण
श्री विश्वात्मा ने कहा कि संभल का कार्यक्रम पूरी तरह सफल रहा। उन्होंने कहा कि संभल की उपस्थिति एटा की तुलना में कुछ अधिक रही। श्री राम कुमार ने कहा कि संभल का मंच बहुत छोटा था। चर्चा के अंत में यह तय हुआ कि एटा की तरह संगठन की संभल जिले की कमेटी का गठन किया जाए।
4. संस्थापक सदस्यों को प्रदेश की कमेटी में किस प्रकोष्ठ या मोर्चे में किस पद पर प्रतिस्थापित किया जाए?
संक्षिप्त चर्चा के बाद श्री श्री विश्वात्मा ने निम्नलिखित प्रस्ताव रखा-
1. श्री हरिओम यादव प्रदेश अध्यक्ष संस्कृति रक्षक मोर्चा
2. श्री श्याम किशोर यादव प्रदेश अध्यक्ष जातीय जनगणना प्रकोष्ठ
3. श्री विजय सिंह यादव, प्रदेश अध्यक्ष एमएसपी प्रकोष्ठ
4. श्री राम कुमार यादव, प्रदेश अध्यक्ष वोटर शिप अधिकार प्रकोष्ठ
5. श्री शिशुपाल यादव, प्रदेश अध्यक्ष दक्षिण एशिया यूनियन प्रकोष्ठ
6. श्री शिव प्रसाद यादव प्रदेश अध्यक्ष युवा मोर्चा
7. श्री बृजेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष, अहिर रेजीमेंटए
8. एडवोकेट रामनिवास यादव, प्रदेश अध्यक्ष मानवाधिकार प्रकोष्ठश्री
9. शिवाकांत गोरखपुरी, प्रदेश महासचिव
10 श्री सुभाष यादव, प्रदेश सचिव
11. श्री राजेश यादव, लखनऊ .................
श्री विश्वात्मा ने यह भी प्रस्ताव रखा कि समस्त प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्ष और समस्त मोर्चों के प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश की कार्यकारिणी के सदस्य होंगे। श्री विश्वात्मा के उक्त प्रस्तावों का श्री डी पी यादव ने समर्थन किया।
अंत में सर्वसम्मति से श्री विश्वात्मा के उक्त प्रस्तावों को स्वीकार कर लिया गया।
यह भी सर्वसम्मति से तय किया गया कि भविष्य में जुड़ने वाले लोगों के लिए प्रदेश के और देश स्तर के कुछ मुख्य पदों को भी रिक्त रखा जाए। यह भी सर्वसम्मति से तय किया गया कि यादव समाज के अलावा अनुसूचित जाति जनजाति और पिछड़े वर्ग की अन्य जातियों के लोगों को भी पदाधिकारी बनाया जाए।
5. कार्यकारिणी का गठन और घोषणा करने के लिए जगह और तारीख तय करना।
सर्वसम्मति से तय किया गया किस विषय में संगठन के संरक्षक श्री शिवपाल यादव से और संगठन के अध्यक्ष श्री डी पी यादव से चर्चा करके दीपावली के आसपास एक प्रेस वार्ता करके उक्त पदाधिकारियों के चुनाव की जानकारी मीडिया के माध्यम से आमजन को दे दिया जाए।
6. लखनऊ में कार्यालय का प्रबंध करना
इस विषय में सर्वसम्मति से तय किया गया कि संगठन के संरक्षक श्री शिवपाल यादव और संस्कृति रक्षक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री हरिओम यादव प्रदेश के मुख्यमंत्री से मुलाकात करके संगठन के कार्यालय के लिए एक आवास की मांग करेंगे।
यह भी सर्वसम्मति से तय किया गया कि जब तक संगठन को सरकारी भवन नहीं मिल जाता तब तक श्री डी पी यादव के निवास के निवास 1 /38 विपुल खंड गोमती नगर लखनऊ उत्तर प्रदेश का ड्राइंग रूम संगठन के कार्यालय के तौर पर लिखित पढ़त में इस्तेमाल किया जाएगा।
7. संगठन की सदस्यता अभियान पेपर द्वारा और ऑनलाइन सिस्टम से चलाया जाए तो उसका शुल्क व्यवस्था क्या हो?
संक्षिप्त चर्चा के बाद सदस्यता शुल्क संबंधी जिन नियमों को मंजूरी दी गई वह इस प्रकार हैं-
अखिल भारतीय सदस्य ₹1,00,000 चार वर्ष
प्रादेशिक सदस्य ₹51,000 चार वर्ष में नवीनीकरण
मंडलीय सदस्य ₹21,000 चार वर्ष में नवीनीकरण
जनपदीय सदस्य ₹11,00 चार वर्ष में नवीनीकरण
सक्रिय सदस्य ₹100 प्रति वर्ष
प्राथमिक सदस्य ₹25 प्रति वर्ष
आजीवन सदस्य ₹25,000 जीवन में एक बार
8. संविधान के मसौदे पर स्वीकृति देना
श्री विश्वात्मा मैं इस विषय में चर्चा करते हुए लोगों को जानकारी दिया के संविधान के प्रारूप को मिशन की वेबसाइट पर अपलोड करके उसका लिंक सभी संस्थापक सदस्यों को भेजा जा चुका है। इसलिए इस बैठक में संविधान के पूरा ड्राफ्ट पढ़ने का औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि फिर भी यदि संविधान का विधिवत पाठन इस बैठक में होना जरूरी समझा जाए तो इसके लिए अलग से बैठक बुलाई जाए। संक्षिप्त चर्चा के बाद सर्वसम्मति से बनाया हुआ यदुकुल पुनर्जागरण मिशन का जो संविधान तैयार किया गया है उसे स्वीकार कर लिया जाए। यह भी तय किया गया कि संगठन के संचालन के दौरान जैसी भी आवश्यकता के अनुरूप संविधान में संशोधन के प्रावधान संविधान में शामिल किए जाएं।
9. बैंक खाता संचालित करने के लिए 3 लोगों का नाम तय करना।
सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि बैंक का खाता संचालित करने का काम संगठन के तीन पदाधिकारी करेंगे। इन पदाधिकारियों के नाम और उनके पद निम्नलिखित हैं-
1. श्री डी पी यादव संगठन के अध्यक्ष
2. श्री रामपाल यादव संगठन के कोषाध्यक्ष
3. श्री राम कुमार यादव संगठन की कार्यकारिणी के सदस्य और वोटर शिप अधिकार प्रकोष्ठ उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष
10. कोष का प्रबंध करना
यह तय किया गया कि बैंक खाता खोलने के बाद यथाशक्ति सब लोग अपनी ओर से बैंक खाता में अनुदान जमा करवाएं।
11. संगठन के संविधान की जानकारी और प्रशिक्षण लोगों को कैसे दिया जाए और उसमें सुधार किस प्रकार निमंत्रित किया जाए? इस विषय पर चर्चा.
इस विषय में कोई चर्चा नहीं हुई। इसे आगामी बैठक में विचार करने के लिये स्थगित कर दिया गया।
12. अंतरिम तौर पर पूछताछ के लिए 9696123456 अपनाने पर विचार
संक्षिप्त चर्चा के बाद सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि यह नंबर कंठस्थ करने में सुविधाजनक है। इसलिए अंतरिम तौर पर इस नंबर को संगठन के पूछताछ के नंबर को रूप में स्वीकार कर लिया जाए। यह भी तय किया गया कि जब संगठन का अपना ढांचा खड़ा हो जाएग, संगठन की अपनी हेल्पलाइन शुरू करना और उसका रखरखाव करना संभव हो सकेगा, तब संगठन कार्यालय के लिए एक नया नंबर लिया जा सकेगा।
13. मंच अनुशासन के लिए प्रवेश पत्र सिस्टम अपनाना
सर्वसम्मति से तय किया गया कि इस दिशा में प्रयास होने चाहिए कम से कम मंच पर बोलने वालों की और बैठने वालों की सूची 1 दिन पहले तैयार हो जानी चाहिए। सूची के अनुसार ही मंच पर चढ़ने की अनुमति लोगों को दी जाये। मंच पर कुर्सियों को बैठने वालों के नाम से आरक्षित करने की परंपरा भी शुरू की जानी चाहिए। 14. मिशन का झंडा तय किया जाये
श्री विश्वात्मा ने बताया कि संगठन के झंडे का एक प्रारूप तैयार किया गया है किंतु इस समय में दिखाने के लिए उपलब्ध नहीं है। इसलिए इस विषय में चर्चा को अगली बैठक के लिए टाल दिया गया।
15. मिशन की जिला कमेटियों के गठन पर योजना बनाई जाये.
श्री विश्वात्मा ने बताया कि अभी तक केवल एटा जनपद में संगठन की जिला कमेटी कार्य कर रही है और उसका विधिवत गठन किया गया है अन्य किसी जिले में औपचारिक रूप से कमेटियों का गठन नहीं हुआ है। संगठन के शुरुआती दौर को देखते हुए इस विषय में कोई निर्णय नहीं लिया जा सका। सर्व समाज से इस विषय को अगली बैठक में चर्चा के लिए सूचीबद्ध करने का फैसला किया गया।
16. प्रदेशभर के प्रभावशाली लोगों से संपर्क करने के लिए 5 टीमों का गठन करना उनके लिए गाड़ी और डीजल का इंतजाम करना।इस विषय में तय किया गया कि पांचों टीमों को तैयार किया जाए और उसकी विस्तृत जानकारी संगठन के कार्य समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाए
17. भाजपा प्रायोजित मंच के आरोप से बचने के लिए और लोगों की मांग के आधार पर तीन फोटो प्रथा शुरू करना, जिससे संगठन के उद्देश्यों को सही शब्दों में बताने वाले को सुनने के लिए लोग मन बना कर आए और समाजवादी पार्टी के समर्थकों को भी जोड़ने में सुविधा हो।इस विषय में संक्षिप्त चर्चा हुई किंतु कोई अंतिम निर्णय नहीं हो सका।
18. नीतियों को मंजूरी
१. एक आदमी से नाराज व्यक्ति को दूसरे आदमी द्वारा अपनाने के नीति पर विचार। उदाहरण के लिए इटावा से शिव प्रसाद यादव, संभल से जितेंद्र यादव आदि। अपने निजी शत्रुओं को मिशन में प्रवेश रोकने के अधिकार को मंजूर न करना।
२. मिशन का संगठन सुप्रीमो माडल की बजाय सलाह मशविरा, चर्चा परिचर्चा करके लोकतांत्रिक माडल पर चलाया जाये। मिशन की एकता अखंडता मात्र के सवाल पर अध्यक्ष को वीटो पावर दिया जाए।
इस विषय में विस्तृत चर्चा हुई और उक्त दोनों ही प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया।
19. मिशन से जुड़ने के लिए आए लगभग108 लोग के ऑनलाइन आवेदनों पर विचार करना
इस विषय में सर्वसम्मति से तय किया गया कि उत्तर प्रदेश से आए हुए आवेदनों के बारे में अंतिम फैसला नवगठित उत्तर प्रदेश की प्रदेश कमेटी लेगी।
सर्वसम्मति से यह भी तय किया गया कि जो आवेदक उत्तर प्रदेश के बाहर के होंगे उनके विषय में फैसला लेने का अधिकार संगठन की अखिल भारतीय कमेटी को होगा।
बैठक दोपहर 2:00 बजे से प्रारंभ हुई और 4:00 बजे तक चली।
बैठक में पूर्व मंत्री श्री शिवपाल यादव,
पूर्व मंत्री श्री डी पी यादव,
राजनीतिक सुधारों व अध्यात्म पर दर्जनों पुस्तकों के लेखक और पीआई के नीति निर्देशक श्री विश्वात्मा
पूर्व मंत्री श्री नरेंद्र सिंह यादव,
पूर्व मंत्री श्री ओम प्रकाश यादव,
विश्वां सीतापुर के पूर्व विधायक श्री रामपाल यादव,
ठाकुरद्वारा मुरादाबाद के पूर्व विधायक श्री विजय सिंह यादव,
लखनऊ के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री विजय बहादुर सिंह यादव,
फिरोजाबाद के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री विजय प्रताप सिंह यादव,
शिकोहाबाद के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री श्री हरिओम यादव
उन्नाव के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राम कुमार यादव और
आर्किटेक्ट श्री अरविंद सिंह यादव
आदि लोग उपस्थित थे।
1. पिछली बैठकों की रिपोर्ट
26 अगस्त रिनेसां होटल में हुई बैठक की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। रिपोर्ट को सर्वसम्मति से मंजूर किया गया।
प्रस्ताव –
3 जिला और राज्य स्तरीय सार्वजनिक समारोहों के मुख्य दो मुद्दे जातिगत जनगनाना + वोटरशिप के अलावा अन्य विषय क्या हों?
4. वाईपीएम के बैंक खाते को संचालित करने के लिए तीन नामों पर निर्णय
5. सदस्यता अभियान शुरू करना
6. प्रकाशन प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में किसी उपयुक्त व्यक्ति की नियुक्ति करना।
चर्चा के विषय-
7. कैडर प्रशिक्षण शिविर पर अलीगढ़, मुरादाबाद में आयोजित करने की तारीख तय करना।
8 मीडिया कवरेज की योजना पर चर्चा (कोई खबर नहीं, कोई परिणाम नहीं ...)
8. जिला स्तरीय सामूहिक समारोहों के लिए निधि संग्रह प्रणाली पर चर्चा
9. यादव वोट बैंक की दशा और दिशा पर चर्चा
10. विश्व परिवर्तन मिशन के मंच का इस्तेमाल करने का प्रस्ताव
11. प्रकोष्ठ और मोर्चा के प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए फोन करने वाले बुद्धिमान कर्मचारी
12. सितंबर 19 एटा जिला कमेटी को निर्देश अधिक सहयोग और कैडर प्रशिक्षण की तारीख तय करना।
मीडिया पब्लिसिटी, · वक्ताओं की उपस्थिति, · वक्ताओं के नाम और ·आचार संगीता का निर्धारण पर चर्चा
13. चर्चा, संशोधन और संविधान के मसौदे को वेबसाइट पर अपलोड करने का अनुमोदन
14. श्री रक्षपाल सिंह यादव, और श्री अशोक यादव को मंडल स्तर पर पदाधिकारी बनाना।
बैठक दोपहर 1:00 बजे से प्रारंभ हुई और 4:00 बजे तक चली।
बैठक में पूर्व मंत्री श्री शिवपाल यादव,
पूर्व मंत्री श्री डी पी यादव,
पूर्व मंत्री श्री नरेंद्र सिंह यादव,
पूर्व मंत्री श्री ओम प्रकाश यादव,
विश्वां सीतापुर के पूर्व विधायक श्री रामपाल यादव,
ठाकुरद्वारा मुरादाबाद के पूर्व विधायक श्री विजय सिंह यादव,
लखनऊ के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री विजय बहादुर सिंह यादव,
उन्नाव के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राम कुमार यादव और
राजनीतिक सुधारों व अध्यात्म पर दर्जनों पुस्तकों के लेखक और पीआई के नीति निर्देशक श्री विश्वात्मा
आर्किटेक्ट श्री अरविंद सिंह यादव
श्री शिवाकांत गोरखपुरी आदि लोग उपस्थित थे।
1. पिछली बैठकों की रिपोर्ट
19 जून को नैमिषारण्य में और 24 जुलाई को श्री अरविंद सिंह के फार्म हाउस में हुई बैठक की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। रिपोर्ट को सर्वसम्मति से मंजूर किया गया।
2. वाईपीएम परिचय यात्रा की रिपोर्ट पर चर्चा पश्चिम उत्तर प्रदेश की यात्रा।
सदस्यों को यह जानकारी दी गई कि यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के संपर्क अभियान को कुल 11 जिलों में चलाया गया कार्यक्रम में शामिल होने वालों के फोन नंबर सुरक्षित हैं और जिन से संवाद जारी है।
3. प्रस्ताव –
3.1. जिला और राज्य स्तरीय सार्वजनिक समारोहों के मुख्य दो मुद्दे जातिगत जनगनाना + वोटरशिप के अलावा अन्य विषय क्या हों?
इस विषय को अगली बैठक के लिए स्थगित कर दिया गया।
3.2. पूर्व मंत्री श्री शिवपाल यादव की यदुकुल पुनर्जागरण मिशन में भूमिका पर विचार
मंत्री श्री शिवपाल यादव जी को यदुकुल पुनर्जागरण मिशन का संरक्षक चुनने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया।
3.3. वाईपीएम के सामूहिक समारोहों की तिथि
1) 18 सितंबर फर्रुखाबाद
2) 19 सितंबर एटा
3) 20 सितंबर बुलंदशहर
4) 21 सितंबर संभल
5) 22 सितंबर बदायूं
6) 23 सितंबर अमरोहा
इस विषय में यह तय किया गया की 19 सितंबर को एटा में तयशुदा कार्यक्रम यथावत होगा। जिसमें कम से कम 10000 लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे। इस बैठक में यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के सभी नेता उपस्थित रहेंगे। कला देवी (संभल ) में 25 सितंबर को दिन रविवार को दूसरी सभा होगी यह प्रस्ताव पारित किया गया यह भी तय किया गया की इस बैठक में भी 10000 से अधिक लोगों की उपस्थिति होनी चाहिए। संगठन के संस्थापक सदस्य और पूर्व विधायक श्री रामपाल यादव ने सदस्यों को यह आश्वस्त किया कि एटा की जनसभा के बाद वह सीतापुर में जनसभा की तारीख की घोषणा करेंगे। ठाकुरद्वारा के पूर्व विधायक और संगठन के संस्थापक सदस्य श्री विजय सिंह यादव ने यह घोषणा किया कि 25 तारीख को आयोजित होने वाली जनसभा के बाद वह ठाकुरद्वारा (मुरादाबाद) की जनसभा की तारीख की घोषणा करेंगे।
3.4. वाईपीएम के बैंक खाते को संचालित करने के लिए तीन नामों पर निर्णय
इस विषय पर चर्चा नहीं हो सकी।
3.5. चर्चा, संशोधन और संविधान के मसौदे को वेबसाइट पर अपलोड करने का अनुमोदन
यह तय किया गया कि संविधान का प्रारूप वेबसाइट पर अपलोड करके उसका लिंक सभी सदस्यों को भेज दिया जाए और सब के सुझावों के आधार पर संविधान के अंतिम स्वरूप को अगली बैठक में स्वीकार किया जाएगा।
3.6. बैठकों के मिनटों को लिखना और पारित करना और समाचार के रूप में मिनट प्रकाशित करना।
यह तय किया गया कि 1 तारीख को यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के स्थापना की औपचारिक घोषणा के बाद विधिवत सभी बैठकों की कार्यवाही रिपोर्ट तैयार की जाएगी जिससे भविष्य में जुड़ने वाले सदस्यों और पदाधिकारियों को संगठन के इतिहास और किए गए कार्यों की जानकारी हो सके।
3.7. सदस्यता अभियान शुरू करना
इस विषय में चर्चा नहीं हो सकी।
3.8. फोन नंबर को अपनाना- कॉल और वाट्सऐप ग्रुप संदेश प्राप्त करने के लिए
इस विषय में यह तय किया गया कि श्री शिवाकांत गोरखपुरी अपने मोबाइल नंबर 9811 305 324 से भविष्य में यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के सदस्यों को सूचना का आदान प्रदान करेंगे और उनके नंबर द्वारा दी गई सूचना को अधिकृत सूचना मानी जाएगी। कुछ समय तक भविष्य मेरी श्री विश्वात्मा का फोन नंबर 98184 33422 सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए इस्तेमाल होता रहेगा।
3.9. सामूहिक सभाओं के पर्चों पर भगवान कृष्ण की तस्वीर
सर्वसम्मति से यह तय किया गया की समस्त प्रचार सामग्रियों पर भगवान श्री कृष्ण के फोटो को प्रमुखता से प्रकाशित किया जाएगा और उसके बाद मात्र दो फोटोग्राफ प्रकाशित किया जाएंगे एक और होगा संगठन के अध्यक्ष श्री डी पी यादव का और दूसरा होगा संगठन के संरक्षक श्री शिवपाल सिंह यादव का।
3.10. पूर्व विधायक श्री शिशुपाल सिंह यादव को प्रदेश स्तर पर संगठन में शामिल करना और पदाधिकारी बनाना।
एटा के पूर्व विधायक श्री शिशुपाल सिंह यादव को संगठन के प्रदेश स्तरीय सदस्यों की सूची में शामिल करने का सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया।
3.11. प्रकाशन प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में किसी उपयुक्त व्यक्ति की नियुक्ति करना।
इस विषय में चर्चा नहीं हो सकी।
3.12. सदस्यों को बुलाने के लिए वाईपीएम के सचिव का नामांकन करना।
अंतरिम तौर पर यह कार्य श्री शिवाकांत गोरखपुरी जी करेंगे। अंतिम फैसला अगले बैठक में लिया जाएगा।
3.13. आर्किटेक्ट श्री अरविंद सिंह यादव श्री शिवाकांत यादव को प्रदेश स्तर पर स्तर पर पदाधिकारी बनाना।
दोनों ही लोगों को सर्वसम्मति से प्रदेश स्तर पर शामिल करने का प्रस्ताव पारित किया गया।
चर्चा के विषय-
4. कैडर प्रशिक्षण शिविर पर अलीगढ़, मुरादाबाद में आयोजित करने की तारीख तय करना।
इस विषय में चर्चा नहीं हो सकी।
5. यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के गठन की औपचारिक घोषणा लखनऊ के मीडिया में करने के लिए एक प्रेस वार्ता की की तारीख तय करना।
सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि यदुकुल पुनर्जागरण मिशन की सार्वजनिक घोषणा एक प्रेस वार्ता बुलाकर लखनऊ में की जाएगी फुट स्टेप यह प्रेस वार्ता 1 सितंबर को पूर्व मंत्री श्री शिवपाल यादव जी के कार्यालय में आयोजित की जाएगी जिसमें सभी संस्थापक सदस्य मौजूद रहेंगे और विशेष करके श्री डी पी यादव की प्रेस वार्ता में मौजूद रहेंगे।
6. जिला स्तरीय सामूहिक सभाओं के आयोजन में पूर्व मंत्री श्री शिवपाल यादव जी की भूमिका पर चर्चा
पूर्व मंत्री श्री शिवपाल यादव ने इस विषय में बताया कि वह अपने सभी जनपदों के प्रतिनिधियों को लखनऊ बुलाएंगे और उनके समक्ष यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के दो अपनी बातें रखेंगे और उनको काम सौंपेंगे। लखनऊ से वापस जाने के बाद सभी लोग सभी जनपदों में संगठन की कमेटियों का गठन करेंगे। उन्होंने यह भी कहा इसके बाद मंडल स्तर पर संगठन के सभी नेताओं को पहुंचकर कार्यक्रम करना चाहिए उन्होंने कहा कि मैं भी साथ चलने को तैयार हूं।
7 मीडिया कवरेज की योजना पर चर्चा (कोई खबर नहीं, कोई परिणाम नहीं ...)
इस विषय में कोई चर्चा नहीं हो सकी।
8. जिला स्तरीय सामूहिक समारोहों के लिए निधि संग्रह प्रणाली पर चर्चा
इस विषय में कोई चर्चा नहीं हो सकी।
9. यादव वोट बैंक की दशा और दिशा पर चर्चा
इस विषय में कोई चर्चा नहीं हो सकी।
10. विश्व परिवर्तन मिशन के मंच का इस्तेमाल करने का प्रस्ताव
इस विषय में कोई चर्चा नहीं हो सकी।
11. प्रकोष्ठ और मोर्चा के संयोजक की नियुक्ति के लिए फोन करने वाले बुद्धिमान कर्मचारी
इस विषय में कोई चर्चा नहीं हो सकी
12. सितंबर 19 से होने वाली सभाओं के लिए · मीडिया पब्लिसिटी, · वक्ताओं की उपस्थिति, · वक्ताओं के नाम और ·आचार संगीता का निर्धारण, अर्थ प्रबंधन
यह तय किया गया कि इस विषय में विस्तृत चर्चा 1 सितंबर को प्रेस वार्ता के बाद संपन्न होने वाली बैठक में किया जाएगा।
बैठक में उपस्थिति निम्नलिखित रही
पूर्व मंत्री श्री डी पी यादव,
पूर्व मंत्री श्री नरेंद्र सिंह यादव,
पूर्व सांसद पडरौना श्री बालेश्वर यादव और उनके पुत्र
पूर्व विधायक सरोजिनी नगर लखनऊश्री श्याम किशोर यादव
पूर्व मंत्री श्री हरिओम सिंह यादव (शिकोहाबाद)
पूर्व मंत्री श्री ओम प्रकाश यादव,
विश्वां सीतापुर के पूर्व विधायक श्री रामपाल यादव,
ठाकुरद्वारा मुरादाबाद के पूर्व विधायक श्री विजय सिंह यादव,
लखनऊ के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री विजय बहादुर सिंह यादव,
उन्नाव के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राम कुमार यादव
चेयरमैन एटा श्री राकेश गांधी,
राजनीतिक सुधारों व अध्यात्म पर दर्जनों पुस्तकों के लेखक और पीआई के नीति निर्देशक श्री विश्वात्मा
आर्किटेक्ट श्री अरविंद सिंह यादव
श्री शिवाकांत गोरखपुरी आदि लोग उपस्थित थे।
बैठक का एजेंडा
1. ‘‘समाजवादी यादव मोर्चा’’ की संचालक समिति का गठन।
2. प्रस्तावित ‘‘यादव सुरक्षा मोर्चा’’ की संचालक समिति का गठन।
3. ‘‘एसएसी एसटी बीसी मोर्चा’’ या शूद्र सेना की संचालक समिति का गठन।
4. ‘‘यादव पुनर्जागरण मिशन’’ की संचालक समिति का गठन।
5. सभी संगठनों का एक साझा कोष बनाने पर चर्चा।
6. सभी का अलग अलग और एक साझा सूचना आदान-प्रदान केंद्र चलाने के लिए कुछ कर्मचारियों की नियुक्ति और वेतन का प्रबंध करना।
7. मीडिया प्रबंधन के लिये महत्वपूर्ण लखनऊ और नॉएडा में एक कार्यालय और बाहर से आने वाले मेहमानों के लिए अतिथिगृह की बनाना.
8. सन् 2024 के चुनाव के पहले जिस तरह की पार्टी की जरूरत है। उस पार्टी की खासियत क्या हो? इस पर शोध के लिए एक कमेटी बनाना.
9. अनुसूचित जातियों, जनजातियों, पिछड़े वर्गों और यादव समाज के पहले से चल रहे साझे मंच की राष्ट्रीय बैठक की तारीख और जगह ।10. नवंबर 2022 में लखनऊ में 2,00,000 की रैली किया जाये।
11. प्रदेशव्यापी यात्रा का विस्तृत कार्यक्रम बनाने के लिये यात्रा के मण्डल प्रभारियो का चुनाव।
12. जिलावार सम्मेलन और मंडलवार कैडर ट्रेनिंग करना।
13. अगली बैठक में चार गुना संख्या में उपयोगी और प्रभावशाली लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करने पर रणनीति बनाना और अगली बैठक की तारीख और जगह भी तय करना।
14. जिम्मेदारियों का बंटवारा
कार्यवाही रिपोर्ट
सुबह 10 बजे से प्रारंभ हुई बैठक लगभग 3 बजे तक चली। इस बैठक में अनौपचारिक चर्चाएं अधिक हुई और किसी भी एजेंडे पर औपचारिक चर्चा नहीं हो सकी। एकमात्र जो प्रमुख निर्णय लिया गया वह यह रहा कि यदुकुल पुनर्जागरण मिशन की ओर से श्री विश्वात्मा और उन्नाव के जिला पंचायत अध्यक्ष श्री रामकुमार यादव जी के नेतृत्व में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में संपर्क अभियान चलाया जाएगा। स्थानीय स्तर पर गणमान्य लोगों के साथ बैठक कराने में पूर्व मंत्री श्री नरेंद्र सिंह यादव (फर्रुखाबाद) में सहयोग करेंगे। एटा के चेयरमैन श्री राकेश गांधी एटा में सहयोग करेंगे। नोएडा, बुलंदशहर, बदायूं और संभल तथा अन्य जनपदों में पूर्व मंत्री श्री डी पी यादव और पूर्व विधायक श्री विजय सिंह यादव सहयोग करेंगे। जाने-माने आर्किटेक्ट श्री अरविंद सिंह यादव के कानपुर रोड स्थित लखनऊ के फार्म हाउस में संपन्न हुई बैठक का पूरा खर्च श्री डी पी यादव ने उठाया।
बैठक का उद्देश्य
बसपा के खत्म होने और समाजवादी पार्टी के सामने आसन्न अस्तित्व के खतरे को देखते हुये उत्तर प्रदेश विपक्ष में राजनीतिक खालीपन (वैक्यूम) पैदा हुआ है. उस खालीपन को भरना। जिससे यादव समाज की, पिछड़े वर्गों की और अनुसूचित समाज की सुरक्षा हो सके, उनको सत्ता और संपत्ति में भागीदारी तथा न्याय मिल सके।
बैठक में उपस्थित लोगों की सूची
1. श्री डी पी यादव, पूर्व सांसद व उनके सहयोगी
2. श्री रामपाल यादव, पूर्व विधायक वह उनके सहयोगी श्री अशोक कुमार यादव व श्री हरेंद्र मंडल
3. श्री श्याम किशोर यादव, पूर्व विधायक और उनके सहयोगी
4. श्री विश्वात्मा, लेखक, चिंतक और वोटर्स पार्टी, वीपीआई के संस्थापक और उनके सहयोगी
5. श्री रामकुमार यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष उन्नाव और उनके सहयोगी
6. श्री लाइक सिंह यादव,
7. श्री शिवाकांत गोरखपुरी, वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल, वीपीआई के महासचिव
8. श्री ओम प्रकाश यादव पूर्व मंत्री
परिचर्चा का विषय –
बैठक रविवार दिनांक 19 जून को सुबह 10:00 बजे से तय थी जो 1:00 बजे से शुरू हुई। बैठक का आयोजन पूर्व विधायक श्री रामपाल सिंह यादव ने अपने होटल कृष्णा स्पर्श में किया. बैठक की अध्यक्षता श्री डी पी यादव जी ने की। उनके नाम का प्रस्ताव पूर्व विधायक श्री स्वामीनाथ जी ने की। पूर्व विधायक श्री श्याम किशोर जी ने उनके प्रस्ताव का समर्थन किया। सभी ने सर्वसम्मति से श्री विश्वात्मा भरत गांधी को बैठक का कार्यक्रम संचालित करने के लिए नियुक्त किया। सबसे पहले अध्यक्ष श्री डी पी यादव जी का बैठक की अध्यक्षता रूप में स्वागत किया गया। बैठक के अध्यक्ष श्री डी पी यादव ने श्री विश्वात्मा को बैठक की पृष्ठभूमि बताने के लिए निवेदन किया। श्री विश्वात्मा ने सबसे पहले प्रोजेक्टर के माध्यम से बैठक के विचारणीय विषयों को लोगों को दिखाया। विचारणीय विषयों/एजेंडा की सूची इस प्रकार है-
बैठक का एजेंडा
1. समाजवादी पार्टी में ढ़ांचागत सुधार के लिये प्रस्तावित ‘‘समाजवादी यादव मोर्चा’’ की संचालक समिति का गठन।
2. राजनीतिक उत्पीडन और प्रशासनिक आतंक से पीड़ित यादव लोगों की सुरक्षा के लिये प्रस्तावित ‘‘यादव सुरक्षा मोर्चा’’ की संचालक समिति का गठन।
3. एसएसी एसटी बीसी समाज को एकजुट करने के लिये प्रस्तावित ‘‘एसएसी एसटी बीसी मोर्चा’’ या शूद्र सेना की संचालक समिति का गठन।
4. समस्त यादव संग्ठनों को एकजुट करने के लिये प्रस्तावित ‘‘यादव पुनर्जागरण मिशन’’ की संचालक समिति का गठन।
5. सन् 2024 के चुनाव के पहले जिस तरह की पार्टी की जरूरत है। उस पार्टी की खासियत क्या हो? इस पर शोध के लिए एक कमेटी बनाना.
6. समाजवादी पार्टी की कमजोरियों से मुक्त एक राजनीतिक पार्टी तलाशने या बनाने पर विचार.
7. उत्तर प्रदेश में जिसे चेहरा बनायें, उसमें कौन सी खासियत हो- (इस पर शोध के लिए एक कमेटी बनाना)
8. भाजपा विरोधी राष्ट्रीय आंदोलन के समक्ष प्रस्तुत करने हेतु ज्ञापन पर विचार।
9. भाजपा का एजेंट होने के कलंक से बचने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों पर विचार
10. जिम्मेदारियों का बंटवारा
11. नैमिषारण्य घोषणा पत्र
प्रस्तावित एक्शन प्रोग्राम-
1. अनुसूचित जातियों, जनजातियों, पिछड़े वर्गों और यादव समाज के पहले से चल रहे साझे मंच की राष्ट्रीय बैठक की तारीख और जगह तय करना।2. सभी संगठनों का एक साझा कोष बनाने पर चर्चा।
3. सभी का अलग अलग और एक साझा सूचना आदान-प्रदान केंद्र चलाने के लिए कुछ कर्मचारियों की नियुक्ति और वेतन का प्रबंध करना।
4. मीडिया प्रबंधन के लिये महत्वपूर्ण लखनऊ और नॉएडा में एक कार्यालय और बाहर से आने वाले मेहमानों के लिए अतिथिगृह की बनाना.
5. अगली बैठक में चार गुना संख्या में उपयोगी और प्रभावशाली लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करने पर रणनीति बनाना और अगली बैठक की तारीख और जगह भी तय करना।
6. नवंबर 2022 में लखनऊ में 2,00,000 की रैली किया जाये।
7. प्रदेशव्यापी यात्रा का विस्तृत कार्यक्रम बनाने के लिये यात्रा के मण्डल प्रभारियो का चुनाव।
8. जिलावार सम्मेलन और मंडलवार कैडर ट्रेनिंग करना।
विचारणीय विषयों को दिखने के बाद परिचर्चा के संचालक श्री विश्वात्मा ने प्रतिभागियों से प्रस्तुत किए गए विचारणीय विषयों में संशोधन करने, हटाने या नए विषयों को जोड़ने के लिए सुझाव मांगे। इस्के बाद बैठक की पृष्ठभूमि की चर्चा करते हुए श्री विश्वात्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 के चुनाव के नतीजे उत्तर प्रदेश की राजनिति में एक युग का अंत कर दिया हैं और दूसरे युग के शुरुआत की परिस्थिति पैदा कर दी है। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी का पूरी तरह से सफाया हो गया है और ऐसा ही सफाया समाजवादी पार्टी का आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में और विधानसभा चुनाव 2027 में हो जाने की पूरी संभावना है। उन्होंने कहा कि विपक्ष की भूमिका निभाने वाला एक भी दल अब उत्तर प्रदेश में नहीं बचा है। जो लोग विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं, वह मात्र नूरा कुश्ती की भूमिका में है। उन्होंने कहा ऐसी परिस्थिति में जहां हमें एक तरफ समाजवादी पार्टी के ढांचागत सुधार की कोशिश करना चाहिए वहीं दूसरी तरफ एक नए राजनीतिक विकल्प को खड़ा करने के लिए समानांतर प्रयास जारी रखना चाहिए। यादव समाज के बिखराव की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में यादव समाज तीन समूहों में बटा हुआ दिखाई पड़ता है एक समूह बिना किसी उम्मीद के निराशा के साथ समाजवादी पार्टी का दामन पकड़े हुए हैं और दूसरा समूह भारतीय जनता पार्टी के साथ बेमन से ही सही खड़ा दिखाई दे रहा है। तीसरा समूह भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी दोनों के खिलाफ मोर्चाबंदी करने की कोशिश में लगा है। श्री विश्वात्मा ने निष्कर्ष के तौर पर यह सुझाव दिया कि हमें इन तीनों समूहों से अलग-अलग बातचीत करनी चाहिए और उन्हें पहले चरण में अपने अपने विचारधारा के साथ तीन अलग-अलग मंचों पर संगठित होने का निवेदन करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इन तीनों संगठनों को जोड़ने के लिए एक साझा संगठन भी बनना चाहिए। श्री विश्वात्मा ने इस तरह के प्रस्तावित चारों संगठनों के नामों का प्रस्ताव भी रखा। उन्होने लोगों से निवेदन किया कि इस पर चर्चा कर के नामों को अंतिम रूप दिया जाए। उन्होंने कहा कि यादव समाज में नए पुनर्जागरण की जरूरत है। इसलिए जो संगठन यादव समाज के पहले से चल रहे संगठनों को जोड़ने का काम करें उसका नाम रखा जाए- यादव पुनर्जागरण मिशन। जो संगठन समाजवादी पार्टी में ढांचागत सुधार का काम करें उसका नाम रखा जाए- सुधारवादी यादव मोर्चा। जो संगठन यादव समाज के वर्तमान में हो रहे उत्पीड़न को रोकने के कार्यक्रम को केंद्र में रखकर काम करें उस संगठन का नाम रखा जाए- यादव सुरक्षा मोर्चा। जो संगठन अनुसूचित जातियों और जनजातियों तथा पिछड़े वर्गों को एकजुट करते हुए भाजपा और समाजवादी पार्टी से समान दूरी बनाते हुए एक तीसरा विकल्प खड़ा करने की कोशिश करें, उसका नाम रखा जाए- एससी एसटी ओबीसी मोर्चा।
श्री विश्वात्मा के प्रारंभिक वक्तव्य के बाद उक्त बिन्दुओं पर चर्चा शुरु हुई।
समाजवादी पार्टी में ढ़ांचागत सुधार के लिये प्रस्तावित ‘समाजवादी यादव मोर्चा’’ की संचालक समिति के गठन पर चर्चा
उन्नाव के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राम कुमार यादव ने यह प्रस्ताव रखा कि समाजवादी पार्टी का ढांचागत सुधार उसका आंतरिक मामला है इसलिए समाजवादी पार्टी का कोई विधायक और वरिष्ठ नेता यह जिम्मेदारी उठाएं तो बेहतर होगा। उन्होंने प्रस्ताव रखते हुए कहा कि इस विषय में यदि पूर्व मंत्री श्री शिवपाल यादव जिम्मेदारी उठाते हैं, तो सुधारवादी यादव मोर्चा का प्रमुख श्री शिवपाल यादव जी को चुना जाना चाहिए। इस प्रस्ताव को सभी लोगों ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया और 3 सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई जिसको श्री शिवपाल यादव से बातचीत करने के लिए अधिकृत किया गया। इस कमेटी में निम्नलिखित तीन लोगों को रखा गया-
1. श्री श्याम किशोर यादव, पूर्व विधायक
2. श्री रामपाल यादव, पूर्व विधायक
3 श्री राम कुमार यादव पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष उन्नाव
इन तीनों लोगों को इस बात के लिए भी अधिकृत किया गया कि अगली बैठक के पहले श्री शिवपाल यादव से बात करके अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
यादव सुरक्षा मोर्चा के गठन पर चर्चा
यादव सुरक्षा मोर्चा पर चर्चा करते हुए इस संगठन का नेतृत्व पूर्व मंत्री और सांसद श्री डी पी यादव को सौंपने का सर्वसम्मति से फैसला किया गया।
एससी एसटी ओबीसी मोर्चा के गठन पर चर्चा
भाजपा और सपा से समान दूरी बनाते हुए एससी, एसटी और ओबीसी समाज को एकजुट करने वाले मंच के प्रमुख के नाम पर कोई चर्चा नहीं हो सकी। परिणाम स्वरूप अगली बैठक के लिए यह विशेष स्थानांतरित हो गया।
यादव पुनर्जागरण मिशन के बारे में यह तय किया गया कि यह संगठन पहले से चल रहे यादव समाज के समस्त संगठनों को जोड़ने के लिए निष्पक्ष भाव से काम करेगा। इस संगठन के मुखिया के विषय में भी चर्चा नहीं हो सकी इसलिए यह विषय अगली बैठक के लिए स्थानांतरित हो गया।
उत्तर प्रदेश में भविष्य के राजनीतिक विकल्प के रूप में समाजवादी पार्टी के मूल्यांकन पर चर्चा।
इस मिशन में लंबी चर्चा हुई और लगभग सभी प्रतिभागियों ने अपने अपने विचार रखें। चर्चा का निष्कर्ष निम्नलिखित है-
1. समाजवादी पार्टी अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों का समर्थन हासिल करने में नाकाम रही और आगे भी नाकाम रहेगी। क्योंकि राजनीतिक उत्पीडन की ऐतिहासिक घटनाएं सैफई परिवार पर दलितों का विश्वास पैदा नहीं होने देती हैं।
2. अति पिछड़ी जातियों ने समाजवादी पार्टी को अपना स्थाई शत्रु मान लिया है। इसलिए समाजवादी पार्टी से इसपार्टी से इन जातियों के नेता तो जुड़ सकते हैं लेकिन जनाधार कभी नहीं जुड़ेगा।इससमाजवादी पार्टी की छवि यह बन गई है कि यह गुंडों की पार्टी है जो सत्ता में आने पर लड़कियां उठाती है और जमीन कब्जा करती हैं। इसलिए समाजवादी पार्टी BJP की विकल्प नहीं बन सकती। एक नईपार्टी चाहिए, जिसका कोई भी पदाधिकारी सैफई परिवार से न हो।
4. समाजवादी पार्टी की छवि एक पार्टी की बजाय एक पारिवारिक गैंग की बन गई है। स्वयं यादव समाज में महसूस करता है कि यह पार्टी केवल अपने परिवार के लिए काम करती है। यादव समाज के लिए भी काम के नहीं करती। इसके विपरीत यादव समाज की प्रतिभाओं को केवल कुचलने का काम करतीरही है। कांग्रेस की तरह समाजवादी पार्टी की नाव पर इतिहास की गलतियों का इतना बड़ा बोझ लद चुका है कि इस नाव को नदी पार कराने सेज्यादा अच्छा है। नई नाव जो हल्की हो उससे नदी पार किया जाए।
5. श्री अखिलेश जी की छवि यह है कि वह अपने परिवार द्वारा जुटाई गई अकूत दौलत के कारण जेल से डरते हैं। यादव समाज के लोगों पर हो रहे जुल्म पर रस्म अदायगी से ज्यादा कुछ नहीं कर सकते।इसलिए उनके नेतृत्व में यादव समाज किसी भी रूप में सुरक्षित नहीं हैं।
समाजवादी पार्टी की अक्षमता को देखते हुए उत्तर प्रदेश में नए राजनीतिक विकल्प को खड़ा करने पर चर्चा
इसके बाद समाजवादी पार्टी से अलग एक राजनीतिक विकल्प खड़ा करने के विषय में चर्चा हुई। चर्चा का प्रारंभ श्री विश्वात्मा ने किया। उन्होंने कहा कि हमें सबसे पहले यह तय करना चाहिए कि हम जिस तरह के राजनीतिक विकल्प को खड़ा करना चाहते हैं उसकी खासियत क्या होना चाहिए? उन्होंने कहा कि नये राजनीतिक विकल्प के तौर पर नई पार्टी बनाई जा सकती है और चुनाव आयोग में पंजीकृत करा जा सकता है या पहले से चल रही पार्टियों में से किसी एक पार्टी को अपनाया भी जा सकता है।
उन्होंने कहा कि गत 2 महीने में तमाम मूर्धन्य यादव समाज के नेताओं से मिलने के बाद उन्होंने जो निष्कर्ष निकाले हैं और वैकल्पिक राजनीतिक मंच के विषय में जो सुझाव संकलित किए हैं वह इस प्रकार है-
1. ऐसी पार्टी जिस पर युवा और बेरोजगार सड़कों पर आ जाएं।2. वह पार्टी ऐसी हो जिसमें जो किसी व्यक्ति को केंद्र में मान कर न चले अपितु पार्टी के सिस्टम को केंद्र में रखकर चले। जिससे पार्टी के प्रमुख को धर्मांध व फासीवादी ताकतों के हमले से बचाया जा सके।
3. पार्टी के पास क्राउडफंडिंग के माध्यम से धन इकट्ठा करने की योजना होनी चाहिए जिससे कारपोरेट के सहयोग के बिना भी पार्टी भाजपा का मुकाबला और उसकी बराबरी कर सकें।
4. पार्टी की नीतियां ऐसी हों, जिसको विज्ञानवादी, धर्म निरपेक्ष व तार्किक मुसलमान पसंद करें और उसका साथ दें।
5. पार्टी की नीतियां इस तरह की होनी चाहिए जिसको दलित वोट बैंक पसंद करें यहां तक कि अगर दलित नेता पार्टी का विरोध करें तब भी दलित जनता इस पार्टी के साथ खड़ी हो जाए।6. पार्टी इस तरह की हो जिसको पूंजीवादी लोग और साम्यवादी लोग दोनों पसंद करें।
7. पार्टी की नीतियां इस तरह की हो जिससे भारतीय जनता पार्टी का एक धड़ा इस नई पार्टी के साथ आकर जुड़ जाए।
8. इस पार्टी का अपना साहित्य हो।
9. इस पार्टी का लिखित दर्शन हो।
10. पार्टी ऐसी हो जिसको राष्ट्रवादी और मानवतावादी दोनों पसंद करें।
11. पार्टी का सिस्टम ऐसा हो जिससे सवर्णों का एक वर्ग इस का साथ देना पसंद करें।
12. पार्टी ऐसी हो जिसका स्वभाव व संविधान पार्टी जैसा होने की बजाय संगठनों और राजनीतिक दलों के गठबंधन जैसा हो।
13. इस पार्टी का नेतृत्व परिवारवाद से मुक्त किसी त्यागी और तपस्वी छवि वाले व्यक्तित्व के हाथ में हो जिससे भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेताओं- नरेंद्र मोदी और आदित्यनाथ योगी जैसे लोगों के सामने उनसे बेहतर नेतृत्व देने वाला व्यक्ति खड़ा किया जा सके। यदि इस पार्टी का चेहरा किसी धनवान व्यक्ति को बनाया गया तो इस पार्टी का हश्र वही होगा जो हश्र अमर सिंह की पार्टी का, कल्याण सिंह की पार्टी का, शिवपाल यादव आदि की पार्टियों का हुआ।14. पार्टी का अपना वोट बैंक होना चाहिए।
उत्तर प्रदेश में जिसे चेहरा बनायें, उसमें कौनसी खासियत हो?
इस विषय में चर्चा के निष्कर्ष निम्नलिखित रहे-
1. वह व्यक्ति यथासंभव यादव समाज से हो। क्योंकि दलित समाज के और अति पिछड़े वर्ग के समाज के नेतृत्व को यादव समाज स्वीकार नहीं कर सकेगा और यह समाज बिखर जायेगा।
2. उस व्यक्ति की छवि ऐसी हो जो ओबीसी समाज के अति पिछड़ी जातियों को और दलितों के बीच स्वीकार्य हो सके।3. वह व्यक्ति न तो बहुत अधिक उम्र का हो, न बहुत कम उम्र का हो। जिससे लंबे समय तक उस व्यक्ति के इर्द-गिर्द यादव समाज को ओबीसी समाज को और अनुसूचित समाज को एकजुट रखा जा सके और सत्ता तक पंहुचाना संभव हो।
4. वह व्यक्ति बहुत अधिक धनवान न हो जिससे ईडी और सीबीआई का खतरा न के बराबर रहे।
5. वह व्यक्ति अपनी संपत्ति सुरक्षा की लालच और जेल के डर के सामने झुक जाने वाला न हो।
6. वह व्यक्ति राजनीतिक परिवार की वंश परंपरा से न हो। जिससे परिवारवाद का आरोप उस व्यक्ति पर लागू न हो सके।
7. बहुत अच्छा खासा पढ़ा लिखा होना चाहिए। जिससे भारतीय जनता पार्टी के विद्वान नेताओं का मुकाबला करने में सक्षम हो और मीडिया के कठिन से कठिन सवालों का मुकाबला कर सकता या कर सकती हो हो।
8. उसको अंग्रेजी भाषा का ज्ञान होना चाहिए।
9. वह व्यक्ति मीडिया के लिए एक नया चेहरा हो जिसके खिलाफ एंटी इनकंबेंसी फैक्टर लागू ना होता हो।
10. उसकी छवि निर्विवाद हो।
11. वह व्यक्ति शादीशुदा ना हो तो अति उत्तम होगा। उसकी छवि त्यागी और तपस्वी की हो। जिससे आम जनता प्रभावित होकर जुड़ सके। क्योंकि भारत की आम जनता का मूल स्वभाव यह है कि वह त्यागी और तपस्वी व्यक्ति को पसंद करती है। इन्हीं कारणों से महात्मा गांधी किस देश में पसंद किए गए और इन्हीं कारणों से नरेंद्र मोदी और आदित्यनाथ योगी जैसे भाजपा के बड़े नेताओं को आरएसएस ने समझ के सामने प्रस्तुत किया
12. वह परिश्रमी हो। और उसका परिश्रम नतीजा देने वाला हो।
13. एक चेहरे की बजाए चार चेहरों का उपयोग करने की नीति अपनाया जाये। जिससे यादव समाज के एंटी भाजपा, एंटी सपा और एंटी ऑल पार्टी चेहरों से काम लेना संभव हो सके।
14. लोकसभा चुनाव के दौरान वह कम से कम 200 करोड रुपए का इलेक्शन फॉर मीडिया फंडिंग के प्रोजेक्ट दे सकें।
15. वह व्यक्ति अपनी सुरक्षा स्वयं करने में सक्षम हो।
16. उक्त लिखित अधिक से अधिक विशेषताएं जिस भी व्यक्ति में हों, उनमें से एक या एक से अधिक लोगों को चेहरा बनाया जाये और उनको अलग-अलग काम सौंपे जाएँ. या फिर जिस एक व्यक्ति पर सर्वसम्मति बनती हो, उसको चेहरा बनाया जाये.
17. अन्य विशेषताओं के संकलन के लिए एक शोध कमेटी बनाया जाए।
भाजपा का एजेंट होने के कलंक से बचने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों पर विचार
1. भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और राज्य सरकार जातिगत जनगणना के लिए सहमति प्रदान करें। जब तक जातीय जनगणना नहीं होती, तब तक ओबीसी की आरक्षण प्रतिशत 27% सेबढ़ाकर 68% कर दिया जाए।
2. भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार 137 सांसदों द्वारा संसद मेंप्रस्तुत वोटरशिप अधिकार के प्रस्ताव पर कानून बनाए जिससे देश के वोटरों को मशीनोंके परिश्रम से, प्राकृतिक संसाधनों से और कानूनी तंत्र की मौजूदगी से पैदा होने वाले धन में हिस्सा यानी प्रत्येक वोटर को हर महीने लगभग ₹8000 मिल सके। जिन लोगों को वोटरशिप का अधिकार सरकार न दे उन सब लोगों को सरकारी नौकरी दे.
3. केंद्र की भाजपा सरकार दक्षिण एशियाई देशों का एक यूनियन बनाने के लिए एक नया विभाग और नया मंत्री बनाए और मंत्रियों का एक कार्य समूह बनाए जो अंतरराष्ट्रीय संधि के लिए काम करें. जिससे भारत, पाकिस्तान व चीन के बीच संभावित युद्ध को रोका जा सके और भारत देश के अंदर सांप्रदायिक हिंसाऔर भविष्य में संभावित राष्ट्रव्यापी आतंकवाद को शुरू होने से पहले ही रोका जा सके
4. ईवीएम मशीनें हटाकर बैलेट पेपर से चुनाव कराने के लिए भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय सरकार संसद से विधेयक पारित करें।
5. सरदार वल्लभ भाई पटेल की तरह भाजपा की केंद्रीय सरकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को एक प्रतिबंधित संगठन घोषित करें।
6. केंद्र सरकार भारत की सबसे अधिक टर्नओवर वाली पांच कंपनियों का राष्ट्रीयकरण करें।
7. अहीर रेजिमेंट और जातीय जनगणना की मांग को भारतीय जनता पार्टी के सामने प्रस्तुत किया जाए
8. सन 2024 में भारत के प्रधानमंत्री का चेहरा गुजरात के बाहर के किसी व्यक्ति को बनाया जाए।
9. नागरिकता संशोधन कानून रद्द किया जाए।
नैमिषारण्य का प्रस्तावित घोषणा पत्र
यादव समाज के साथ साथ अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और इन समुदायों के आत्मिक नैतिक, आर्थिक और राजनीतिक उन्नति के लिए काम करना और इन समुदायों को शासन, प्रशासन और सैफई के आतंक से मुक्ति देना तथा टू जी स्पेक्ट्रम पार्टी की घात से यादव समाज की सुरक्षा करना। अहीर रेजिमेंट और जातिगत जनगणना के लिए काम करना। जातिगत जनगणना के नवीनतम आंकड़ो के माध्यम से राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक न्याय को नए सिरे से परिभाषित करके न्याय की जद में सबको लाना।