लखनऊ में आयोजित चार दिवसीय सेमिनार/कार्यशाला का एजेंडा
1. परिचर्चा की प्रक्रिया निर्धारण पर चर्चा.
2. दिल्ली और लखनऊ में मीडिया लाबिंग के लिए कमेटी की कार्य प्रणाली पर चर्चा।
3. सहयोग करने वाले संगठनों के प्रस्तावित सदस्यता नियमों पर चर्चा।
4. अंतरिम सरकारों के संचालन सबंधी नियमावली पर चर्चा।
5. घोषणा समारोह के कार्यक्रम के स्वरूप पर चर्चा करना। उदाहरण के लिये-
- कार्यक्रम दिल्ली में हो या मेरठ में,
- कार्यक्रम का स्वरूप गोष्ठी का हो, या प्रेस कॉन्फ्रेंस का या अंतरिम संसद का पहला सत्र हो,
- कार्यक्रम 3 घंटे का हो या पूरे दिन का?
- पहले कार्यक्रम में केवल दक्षिण एशियाई संसद के गठन की घोषणा हो, या अंतरिम विश्व संसद, विश्व सरकार, दक्षिण एशियाई सरकार की भी घोषणा हो?
- वामपंथी और दक्षिणपंथी दोनों तरह के वक्ताओं को निमंत्रित किया जाए या केवल एक तरह के?
- मीडिया के व्यापक कवरेज के लिए कार्यक्रम का स्वरूप कैसा हो और किसको किसको निमंत्रित किया जाए?
6. अंतरिम सरकार के प्रधानमंत्री के तौर पर दक्षिण एशियाई देशों के किसी पूर्व या वर्तमान प्रधानमंत्री के नाम पर विचार करना।
7. दक्षिण एशियाई संघ के संसदीय क्षेत्र के नामों और उनके नक्शे पर विचार करना।
8. दक्षिण एशियाई संघ की अंतरिम संसद के सांसद के रूप में नामांकित होने के लिए प्रस्तावित नियमों और शर्तों पर विचार करना और उन नियमों पर खरा उतरने वाले कुछ लोगों को दक्षिण एशियाई संघ की अंतरिम संसद के सांसद के रूप में नामांकित करना।
9. दक्षिण एशियाई संघ की अंतरिम सरकार के मंत्री के रूप में नामांकित होने के लिए प्रस्तावित नियमों और शर्तों पर विचार करना और उन नियमों पर खरा उतरने वाले कुछ लोगों को दक्षिण एशियाई सरकार के मंत्री के रूप में नामांकित करना।
10. विश्व की अंतरिम संसद के सांसद के रूप में नामांकित होने के लिए प्रस्तावित नियमों और शर्तों पर विचार करना और उन नियमों पर खरा उतरने वाले कुछ लोगों को विश्व की अंतरिम संसद के सांसद के रूप में नामांकित करना।
11. विश्व के अंतरिम सरकार के मंत्री के रूप में नामांकित होने के लिए प्रस्तावित नियमों और शर्तों पर विचार करना और उन नियमों पर खरा उतरने वाले कुछ लोगों को अंतरिम विश्व सरकार के मंत्री के रूप में नामांकित करना। ।
12. अंतरिम संसद और सरकार के गठन के संबंध में सभी राष्ट्र प्रमुखों को सूचना देने पर चर्चा।
13. पड़ोसी देशों से प्रतीकात्मक तौर पर कुछ प्रतिनिधियों को बुलाने पर विचार करना।
14. दिल्ली में आगामी 24 अक्टूबर को आयोजित घोषणा समारोह के लगभग 8 लाख के खर्चों को पूरा करने के लिए पारस्परिक दान संग्रह करना।
15. शेष खर्चों को पूरा करने के लिए बाहर से दान संग्रह करना।
16. सचिवालयों को चलाने के लिए धन के स्रोतो पर विचार करना।
17. 24 अक्तूबर 2024 को दिल्ली में होने वाले समारोह के प्रतिभागियों की सूची बनाना।
18. 24 अक्तूबर 2024 को दिल्ली में होने वाले समारोह के प्रतिभागियों के लिए आवास व्यवस्था पर चर्चा।
19. अक्तूबर 24, 2024 को दिल्ली में होने वाले समारोह के कार्यक्रम प्रबंधन समिति का गठन करना।
20. भारतीय राज्य का सहयोग लेने और भारत में वैश्विक अधिकारों के लिए जनाधार तैयार करने की योजना पर चर्चा
21. सरकार पर जनता का दबाव बनाने की रणनीति पर चर्चा (25 से 30 दिसंबर 2023 की परिचर्चा की रिपोर्ट के संदर्भ में)।