अखंड भारत का निर्माण हो जाने से देश की सीमाएं आज से 2 गुना अधिक सुरक्षित हो जाएंगी। क्योंकि अब देश की सीमाओं तक पहुंचने के लिए सबसे पहले वतन की सीमाओं को भेदना होगा। यानी अब दीवाल दोहरी हो जाएगी। शत्रु देश के अंदर दाखिल तभी हो सकता है, जब वह एक नहीं, दो दीवालों को तोड़े। पहले एशियाई वतन की दीवाल तोड़े। इसके बाद उसके अंदर मौजूद देश की दीवाल तोड़े। अब यह कार्य शत्रु के लिए दो गुना मुश्किल भरा हो जाएगा।
चूंकि वतन की सेना में सभी देशों की सेनाएं शामिल होंगी। इसलिए वतन की सेना एशियाई क्षेत्र में मौजूद सभी देशों की सेना से कई गुना अधिक ताकतवर होगी। वतन की सेना का मुकाबला करना विश्व की महा शक्तियों के लिए भी एक मुश्किल कार्य होगा।
मजेदार बात यह है कि जितनी मजबूत सेना अखंड भारत बनने के बाद देश की सुरक्षा करेगी। उतनी मजबूत सेना बनाने के लिए अपने देश के 100% संसाधन लगा दिया जाएं, तब भी संभव नहीं है। यह साझी सुरक्षा प्रणाली का चमत्कार ही है जिसके कारण अपने देश के रक्षा बजट को आधे से भी कम कर दिया जाए, तब भी कई गुना अधिक मजबूत सेना का सुरक्षा कवच देश को प्राप्त होगा।