भारतीय महा गठबंधन (IGA) समाचार

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"महागठबंधन एकजुटता यात्रा प्रारंभ पर विविध पोर्टलों के समाचार " 26 Spt. 2021
लखनऊ में आयोजित आइजिए की प्रेस कांफ्रेंस पर विविध पोर्टलों के समाचार " 21 Spt. 2021

महागठबंधन IGA के 26 सितंबर से शुरू हो रही एकजुटता संदेश यात्रा की खबर

महागठबंधन IGA प्रवक्ता विश्वात्मा ने लखनऊ मीडिया को क्या कहा? - https://bit.ly/3nX9Chz

भारतीय महागठबंधन 26 सितंबर से पश्चिम उत्तर प्रदेश में निकालेगा यात्रा - https://bit.ly/3o1IXjJ

संविधान और लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए एससी, ओबीसी और अल्पसंख्यकों की सभी पार्टियों का गठबंधन जरूरी: महागठबंधन- https://bit.ly/3u07kzo

लखनऊ मैं छोटे दलों ने हलचल मचाया- https://www.khabreaajbhi.com/news_details.php?id=8920

महागठबंधन IGA के 26 सितंबर से शुरू हो रही एकजुटता संदेश यात्रा की खबर देखिए उत्तर प्रदेश के लीडिंग टीवी चैनल K News पर

लखनऊ में आयोजित आइजिए की प्रेस कांफ्रेंस पर अमर उजाला का प्रादेशिक समाचार " 21 Spt. 2021

अमर उजाला का प्रादेशिक समाचार " 21 Spt. 2021

लखनऊ में आयोजित आइजिए की प्रेस कांफ्रेंस पर राष्ट्रीय सहारा का प्रादेशिक समाचार " 21 Spt. 2021

राष्ट्रीय सहारा का प्रादेशिक समाचार " 21 Spt. 2021

News of IGA Press conference held in Press Club of Lucknow in Urdu paper "Inqlab" 21 Spt. 2021

लखनऊ के प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता

News of IGA Press conference held in Press Club of Lucknow in Urdu paper "Inqlab" 21 Spt. 2021

उर्दू के समाचार पत्र "इंकलाब" में लखनऊ के प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता का समाचार

News of IGA seminar of Urdu paper "Inqlab" 13 Spt. 2021

उर्दू के समाचार पत्र "इंकलाब" में रविंद्रालय की संगोष्ठी पर समाचार

उत्तर प्रदेश के समाचार चैनल जेके न्यूज़ 24 का रविंद्रालय की संगोष्ठी पर समाचार

उत्तर प्रदेश के समाचार चैनल जेके न्यूज़ 24 का रविंद्रालय की संगोष्ठी पर समाचार

भारतीय महा गठबंधन के प्रवक्ता ने लखनऊ मीडिया को संबोधित करते हुए क्या कहा ? (१३ सितम्बर, 2021 )

रवीन्द्रालय सभागार लखनऊ की संगोष्ठी में लखनऊ मीडिया को संबोधित करते हुए महा गठबंधन के प्रेस प्रवक्ता दिनांक 13 सितंबर 2021

भारतीय महा गठबंधन के संगोष्ठी पर पोर्टल समाचार (१३ सितम्बर, 2021 )

रवीन्द्रालय सभागार लखनऊ की संगोष्ठी में लखनऊ मीडिया को संबोधित करते हुए महा गठबंधन के प्रेस प्रवक्ता दिनांक 13 सितंबर 2021

असम के सबसे बड़े हिन्दी समाचार पत्र- दैनिक पूर्वोदय ने रवीन्द्रालय लखनऊ की संगोष्ठी को बनाया राष्ट्रीय समाचार का समाचार (१३ सितम्बर, 2021 )

दैनिक पूर्वोदय (गुवाहाटी, असम) दिनांक 13 सितंबर 2021 का राष्ट्रीय समाचार पृष्ठ 8

दैनिक पूर्वांचल प्रहरी (गुवाहाटी, असम) दिनांक 13 सितंबर 2021 में प्रथम पन्ने पर प्रकाशित किया

दैनिक जागरण, राष्ट्रीय सहारा , अमर उजाला और हिंदुस्तान ने प्रमुखता से पकाशित किया रवीन्द्रालय लखनऊ की संगोष्ठी का समाचार (१३ सितम्बर, 2021 )

दैनिक जागरण प्रादेशिक समाचार 13 सितंबर 2021 "उत्तर प्रदेश के नीतीश कुमार साबित होंगे अखिलेश" (Page-2 State news)

राष्ट्रीय सहारा 13 सितंबर 2021 पेंज-2 का समाचार अखिलेश मायावती मिलकर चुनाव लड़ें-भारतीय महागठबंधन

अमर उजाला 13 सितंबर 2021 पेंज-2 का समाचार अखिलेश मायावती मिलकर चुनाव लड़ें-भारतीय महागठबंधन

दैनिक हिंदुस्तान 13 सितंबर 2021 पेंज का समाचार अखिलेश मायावती मिलकर चुनाव लड़ें-भारतीय महागठबंधन

इंडियन डेमोक्रेटिक एलाइंस के नेतृत्व में भारतीय महा गठबंधन IGA का धरना प्रदर्शन 11 को इको गार्डन लखनऊ में हुआ

भारतीय महा गठबंधन की  12 सितंबर को lलखनऊ चारबाग रेलवे स्टेशन के सामने रवीन्द्रालय सभागार में संगोष्ठी का आयोजन सुबह 11 बजे से अपराह्न 3 बजे तक हुआ। देखिये संगोष्ठी की कुछ झलकियाँ-

इंडियन डेमोक्रेटिक एलाइंस के नेतृत्व में भारतीय महा गठबंधन IGA का धरना प्रदर्शन 11 को इको गार्डन लखनऊ में हुआ

भारतीय महा गठबंधन की  11 सितंबर को इको गार्डन में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक हुआ। जिसका संयोजन श्री साहब सिंह धनगर के नेतृत्व में इंडियन डेमोक्रेटिक एलाइंस ने किया. यह भारतीय महागठबंधन का एक घटक गठबंधन है। देखिये धरने की कुछ झलकियाँ-

भारतीय महा गठबंधन IGA का धरना प्रदर्शन 11 को और संगोष्ठी 12 सितंबर को लखनऊ में

धरना प्रदर्शन 11 को

भारतीय महा गठबंधन की संविधान सभा ने अपनी मुरादाबाद के बैठक में आगामी 11 और 12 सितंबर को लखनऊ में दो कार्यक्रमों को मंजूरी दिया। 11 सितंबर को धरना प्रदर्शन होगा और 12 सितंबर को संगोष्ठी होगी। 11 सितंबर को इको गार्डन में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। जिसका संयोजन श्री साहब सिंह धनगर के नेतृत्व में इंडियन डेमोक्रेटिक एलाइंस करेगा। यह भारतीय महागठबंधन का एक घटक गठबंधन है। 

"एसी, ओबीसी और अल्पसंख्यकों की राजनीतिक एकजुटता के उपाय" पर संगोष्ठी 12 को

भारतीय महागठबंधन की संगोष्ठी अगले दिन यानी 12 सितंबर को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे के बीच चारबाग रेलवे स्टेशन के सामने स्थित रविंद्रालय सभागार में होगा। बीच में भोजन का प्रबंध होगा। संगोष्ठी का विषय होगा- "एसी, ओबीसी और अल्पसंख्यकों की राजनीतिक एकजुटता के उपाय" यह कार्यक्रम व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा के संयोजन में संपन्न होगा। यह मोर्चा महागठबंधन का एक घटक गठबंधन है। 

कार्यक्रम का संयोजन वाराणसी के जय भारत समानता पार्टी के अध्यक्ष श्री हेमंत कुशवाहा करेंगे। अध्यक्षता बरेली के एत्हादे मिल्लत पार्टी के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा करेंगे। अन्य विभूतियों के अलावा मौलाना सलमान हसनी नदवी, हरियाणा के पूर्व सांसद और महागठबंधन के अखिल भारतीय न्यायिक परिषद के अध्यक्ष श्री राजकुमार सैनी आदि लोग संगोष्ठी में विशिष्ट अतिथि के रुप में अपने विचार रखेंगे। महागठबंधन के प्रेस प्रवक्ता विश्वात्मा भरत गांधी संगोष्ठी के निष्कर्षों के विषय में मीडिया को परिचित कराएंगे। कार्यक्रम में महागठबंधन से जुड़े सभी 44 पार्टियों के अध्यक्षों, उनके पदाधिकारियों और सामाजिक संगठनों के प्रमुखों और उनके कार्यकर्ताओं के उपस्थित रहने की संभावना है। संगोष्ठी के विषय में और विस्तृत जानकारी प्रेस विज्ञप्ति में दी जाएगी। संगोष्ठी में चौकी महागठबंधन जुड़े सभी पार्टी अध्यक्ष और उनकी पार्टियों के पदाधिकारीगण उपस्थित रहेंगे इसलिए संगोष्ठी में कुछ प्रस्ताव पारित किए जाने की भी संभावना है।

मुरादाबाद में संपन्न महागठबंधन के संविधान सभा के सत्र में महा गठबंधन के मंडलीय पदाधिकारियों का संपन्न हुआ अंतरिम चुनाव (02 सितम्बर 2021)

मंडल. IGA प्रभारी दल

  1. अलीगढ़ मंडल        श्री साहब सिंह धनगर, राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी (अंतरिम)
  2. आगरा मंडल          श्री  हरिओम कुशवाहा, महानवादी पार्टी

3. आजमगढ़ मंडल    श्री ईश्वर दयाल सिंह सेठ, भारतीय सबका दल

4. प्रयागराज मंडल    श्री सुनील कुशवाहा, प्रगतिशील समाज पार्टी

5. कानपुर मंडल       श्री सू . मेजर अमर सिंह चौहान, राष्ट्रीय जनवादी पार्टी ( सोशलिस्ट )

6. गोरखपुर मंडल     श्री शत्रुघ्न निशाद, अभय समाज पार्टी

7. चित्रकूट मंडल       श्री आई पी कुशवाहा, जन अधिकार मंच

8. झांसी मंडल           श्री घनश्याम कोरी, स्वतंत्र जनता राज पार्टी

9. देवीपाटन मंडल     श्री एस क्यू आर इलियास (अंतरिम)

10. अयोध्या मंडल   श्री चन्द्रभान सिंह पटेल, समदर्शी समाज पार्टी,

11. बस्ती मंडल        श्री एस क्यू आर इलियास (अंतरिम)

12. बरेली मंडल        श्री एड वशी अहमद, आल इंडिया मुस्लिम मजलिस

13. विंध्याचल मंडल  श्री ओ पी मौर्य, रोजगार आन्दोलन मंच

14. मुरादाबाद मंडल श्री सलीम अख्तर, भारतीय एकता मंच पार्टी,

15. मेरठ मंडल         श्री एस पी सिंह, न्याय पार्टी (अंतरिम)

16. लखनऊ मंडल     श्री बी डी चौधरी, ओबीसी एससी एसटी माइनारिटी फेलोशिप

17. वाराणसी मंडल   श्री महेंद्र यादव, किसान सेना

18. सहारनपुर मंडल  श्री राजकुमार सैनी लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी (अंतरिम),

मुरादाबाद में महागठबंधन की गोष्ठी के बारे में स्थानीय चैनलों ने क्या दिखाया? (01 सितम्बर 2021)

 भाजपा के शोषण से सुरक्षा के लिए एससी एसटी ओबीसी और अल्पसंख्यकों का गठबंधन जरूरी- महागठबंधन

मुरादाबाद, 1 सितंबर 2021|अनुसूचित जातियों जनजातियों पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यकों की वोट टुकड़े टुकड़े में टूट न जाए इसके लिए इन वर्गों की सभी पार्टियों को एक मंच पर लाने का काम महागठबंधन कर रहा है। महागठबंधन एक लिखित संविधान पर व्यवस्थित गठबंधन है। जिसमें 42 से अधिक राजनीतिक दल और कई सामाजिक आंदोलन शामिल है। महागठबंधन के घटक भारतीय एकता मंच पार्टी की तरफ से आज क्लिफटन बैंकट हॉल में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। 

गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रवाद के नाम पर पूरे देश की संपत्ति को अपने चहेते उद्योगपतियों के हाथ में बेचने का काम कर रही है। इससे लोगों की रोजी रोटी का सहारा खत्म हो रहा है। संपत्तियों का निजीकरण करने से आरक्षण का लाभ खत्म होता जा रहा है। निजीकरण करने से महंगाई पर नियंत्रण करने का सरकार का अधिकार खत्म होता जा रहा है। इसीलिए डीजल और पेट्रोल की कीमतें आसमान छू रही है और सरकार कुछ नहीं कर पा रही है। कृषि कानून लागू होगा तो डीजल पेट्रोल की तरह गेहूं, चावल, फल और सब्जियों की कीमतें भी आसमान छुएंगी। लेकिन किसान को कुछ नहीं मिलेगा। कृषि कानूनों से किसान अपनी जमीनों से हाथ धो बैठेंगे। जबरदस्ती थोपी गई नोटबंदी ने और जीएसटी कानून ने छोटे व्यापारियों की कमर तोड़ दिया है। कोरोना की महामारी पर जिस तरह से सरकार ने काम किया उसके कारण लाखों लोगों की जान चली गई। यदि समाज ने अभी भी सावधानी न बरता और भारतीय जनता पार्टी की सरकार को सत्ता से नहीं हटाया तो आने वाले दिन बहुत भयावह हैं। इसके लिए जरूरी है कि अनुसूचित जाति व जनजातियों, पिछड़े वर्ग और अल्पसंख्यकों की एकजुट ताकत का उपयोग सत्ता परिवर्तन के लिए किया जाय। किन्तु इस कार्य में सबसे बड़ी बाधा हैं- इन वर्गों के महत्वाकांक्षी नेता। चुनाव आते ही इन वर्गों के नेता सभी चुनाव क्षेत्रों में अपनी अपनी पार्टी के उम्मीदवार खड़ा करके दमन के शिकार इस बहुसंख्यक वर्ग की ताकत को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ देंगे। खुद चुनाव हार जाएंगे और भारतीय जनता पार्टी को जीतने का रास्ता साफ कर देंगे।

इसीलिए इस बार यह जरूरी है की भाजपा के दमन के शिकार लोग अपनी वोट केवल महागठबंधन के प्रत्याशियों को दें। किसी पार्टी को नहीं। यहां तक कि यदि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी महा गठबंधन में शामिल नहीं होते तो इन पार्टियों को वोट देना भी अपने पैरों में कुल्हाड़ी मारना होगा। समाजवादी पार्टी का नेतृत्व भ्रष्टाचार के दलदल में धंसा है और इसीलिए उसकी लगाम भाजपा सरकार के हाथ में है। भाजपा सरकार जब चाहे समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी नेतृत्व को जेल भेज सकती हैं। जेल के डर के कारण यह दोनों ही पार्टियां भाजपा के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं अपितु नूरा कुश्ती कर रहे हैं। यदि समाजवादी पार्टी की सरकार बन जाती है तो यह सरकार नीतीश कुमार की तरह भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी साबित होगी और अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के नए नीतीश कुमार साबित होंगे। यह स्थिति बहुत ख़तरनाक होगी। यह आयोजन भारत एकता मंच पार्टी के अध्यक्ष श्री सलीम अख्तर द्वारा क्लिफटन बैंकट हॉल मुरादाबाद में किया गया। संगोष्ठी का विषय था- एससी एसटी ओबीसी और अल्पसंख्यकों की एकता का उपाय। कार्यक्रम का संचालन ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस के कार्यकारी अध्यक्ष एडवोकेट वसी अहमद ने किया। महागठबंधन के सदस्य दलों के नाम, गठबंधन का अंतरिम संविधान, गठबंधन के कार्यकलापों के समाचार.... आदि के विषय में महागठबंधन की वेबसाइट http://www.mgc.world/coalition/ देखा जा सकता है।

देखिये स्थानीय इलेक्ट्रोनिक चैनलों ने क्या समाचार दिखाया?

उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में 41 पार्टियों का महागठबंधन सलीम अख्तर के नेतृत्व में 


42 दलों के महागठबंधन का सम्मेनल, मौलाना सलमान नदवी व तौकीर रज़ा भी रहे मोजूद

मुरादाबाद महागठबंधन विचार गोष्ठी का आयोजन सैयद सलमान नदवी व आयोजक सलीम अहमद मौलाना तौकीर के बड़े बोल


किलफटन शादी हाल में महा गठबंधन का सममेल


मुरादाबाद: तौकीर रजा बोले- 'हमारे गठबंधन में सभी को दावत, कोई भी साथ आ सकता है'| Amritvichar


Mulk Dubarh Azadi Ka Muntazir Hai | मुल्क दोबारा आजादी का मुंतज़िर है | Maulana Salman Nadwi


मुरादाबाद में महागठबंधन की संविधान सभा ने अपने संगठन के संविधान के कई प्रावधानों को किया पारित (01 सितम्बर 2021)

संविधान सभा की बैठक 1 सितंबर को शाम लगभग 4:00 बजे से शुरू हो सकी। क्योंकि इसके पहले महागठबंधन के सदस्य दल भारतीय एकता मंच पार्टी की एक संगोष्ठी का आयोजन संविधान सभा के बैठक स्थल पर ही किया गया था। 

बैठक प्रारंभ होते ही संविधान सभा की अध्यक्षता करने के लिए लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी को चुना गया। यह तय किया गया की इस पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सांसद श्री राजकुमार सैनी संविधान सभा के बैठक की अध्यक्ष करेंगे। उनके नाम का प्रस्ताव इंडियन नेशनल लीग के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर मोहम्मद सुलेमान ने किया और इस प्रस्ताव का समर्थन वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के नीति निर्देशक श्री विश्वात्मा ने किया। इस प्रकार बैठक विधिवत प्रारंभ हुई। श्री विश्वात्मा को बैठक का संचालन करने के लिए अधिकृत किया गया। यह प्रस्ताव श्री हेमंत कुशवाहा ने रखा जिसका समर्थन श्री राजकुमार सैनी ने किया। संविधान सभा की बैठक में निम्नलिखित सदस्यदल और उनके अध्यक्ष / अधिकृत प्रतिनिधि उपस्थित थे।


बैठक के प्रारंभ में संविधान सभा की पहली बैठक की कार्यवाही रिपोर्ट महागठबंधन के सदस्य दल श्री हेमंत कुशवाहा ने पढ़ सम्मानित सदस्यों को सुनाया। यह बैठक सारनाथ में 24 जुलाई को संपन्न हुई थी। सभी माननीय सदस्यों ने कार्यवाही रपट को बिना संशोधन के पुष्टि करने का फैसला किया और हस्ताक्षर किए। 

श्री विश्वात्मा मैं प्रारूप समिति द्वारा बनाए गए महागठबंधन के अंतरिम संविधान का अनुच्छेद 1 से पाठन शुरू किया। अनुच्छेद 1 में संविधान निर्माण के लक्ष्यों को निर्धारित किया गया है। सर्वसम्मति से तय हुआ की इस अनुच्छेद के सभी 25 बिंदुओं को क्योंकि सारनाथ में स्वीकार कर दिया गया था इसलिए दोबारा इस विषय में विचार ना किया जाए।

अनुच्छेद 2 से अनुच्छेद 11 तक चर्चा हुई. सभी प्रावधानों को ध्वनी मत से पारित किया गया. कुछ ऐसे भी प्रावधान थे जो दो तिहाई बहुमत से पारित किये गए. अपवाद स्वरूप कुछ प्रावधान भी थे जिन पर सहमति नहीं बन सकी.

महागठबंधन की संविधान सभा में संविधान पर विचार करते हुए संविधान सभा के सदस्य

मुरादाबाद में महागठबंधन की गोष्ठी का स्थानीय उर्दू समाचार पत्रों ने एक बड़ी घटना माना (01 सितम्बर 2021)

The report of Urdu newspapers on the seminar held of Grand Alliance in Moradabad 2 sept 2021

The report of Urdu newspapers on the seminar held of Grand Alliance in Moradabad 2 sept 2021

मुरादाबाद में महागठबंधन की गोष्ठी का स्थानीय हिंदी समाचार पत्रों ने एक बड़ी घटना माना (01 सितम्बर 2021)

मुरादाबाद में संपन्न महा गठबंधन की गोष्ठी पर अमर उजाला की रिपोर्ट दिनांक 2 सितम्बर २०२१

मुरादाबाद में संपन्न महा गठबंधन की गोष्ठी पर दैनिक हिंदुस्तान की रिपोर्ट दिनांक 2 सितम्बर २०२१

मुरादाबाद में संपन्न महा गठबंधन की गोष्ठी पर पब्लिक एशिया की रिपोर्ट दिनांक 2 सितम्बर २०२१

मुरादाबाद में संपन्न महा गठबंधन की गोष्ठी पर दैनिक जागरण की रिपोर्ट दिनांक 2 सितम्बर २०२१

मुरादाबाद में महागठबंधन की गोष्ठी में पहुचे सलमान नदवी और तौकीर रजा जैसे प्रदेश के बड़े मुस्लिम चेहरे (01 सितम्बर 2021)

मुरादाबाद में संपन्न महा गठबंधन की गोष्ठी में उपस्थित बाएं से संबोधित करते वोटर्स पार्टी के संस्थापक श्री विश्वात्मा, प्रगतिशील समाज पार्टी (शिवपाल यादाव ) के उपाध्यक्ष श्री फरहत अली, एत्ताहदे मिल्लत के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा, भारतीय एकता मंच के मौलाना सलमान हुसैनी नदवी, लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के के अध्यक्ष श्री राजकुमार सैनी, शोषित समाज दल के अध्यक्ष श्री साहब सिंह धनगर, जय भारत समनाता पार्टी के श्री हेमंत कुशवाहा और सुन्नाओ के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राम कुमार यादव (रिपोर्ट- 04 सितम्बर 2021)

आगे से महागठबंधन का नाम होगा- भारतीय महा गठबंधन, IGA (01 सितम्बर 2021)

मुरादाबाद में संपन्न महा गठबंधन की संविधान सभा की दूसरी बैठक में दो तिहाई बहुमत से महा गठबंधन का नाम संशोधित कर दिया गया. आगे से महागठबंधन का नाम होगा- भारतीय महा गठबंधन, आइजीए, अंग्रेगी में कहा जायेगा - Indian Grand Alliance, IGA (रिपोर्ट- 04 सितम्बर 2021)

महागठबंधन की विमर्श यात्रा का समाचार (31 जुलाई से ०३ अगस्त 2021)

महागठबंधन की विमर्श यात्रा दुबग्गा लखनऊ से लगभग 1:00 बजे शुरू हुई सबसे पहले सलमान नदवी निवास पर पर एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। संवाददाताओं को श्री सलमान नदवी, श्री हेमंत कुशवाहा और श्री विश्वात्मा भरत गांधी ने मुख्य रूप से संबोधित किया। प्रेस वार्ता के बाद श्री नदवी की ओर से यात्रियों के सम्मान में दोपहर का भोज आयोजित किया गया. यात्रा का नेतृत्व इंडियन नेशनल लीग के अध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद सुलेमन, ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस के कार्यकारी अध्यक्ष श्री वशी अहमद, भारत एकता मंच के श्री जुल्फिकार अली , अर्जक अधिकार दल के अध्यक्ष श्री राम गोपाल उत्तम , जन अधिकार मंच के अध्यक्ष श्री आई पी कुशवाहा, जय भारत समानता पार्टी के अध्यक्ष श्री हेमंत कुशवाहा, प्रगतिशील समाज पार्टी के अध्यक्ष श्री सुनील कुशवाहा , भारतीय अशोक सेना के अध्यक्ष श्री नरेन्द्र कुशवाहा और महानवादी पार्टी के अध्यक्ष श्री हरिओम कुशवाहा और वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के नीति निर्देशक श्री विश्वात्मा भरत गांधी अदि ने किया.

प्रेस वार्ता के बाद लगभग 3 बजे गाड़ियों का काफिला मलीहाबाद की तरफ रवाना हुआ। यात्रा के काफिले में वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल की तरफ से 4 गाड़ियां शामिल हुई। उन्नाव के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राम कुमार यादव जि पूरी यात्रा में वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल की ओर से साथ रहे. काफिले में स्वतंत्र जनताराज पार्टी, इंडियन नेशनल लीग, ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस, भारत एकता मंच, अर्जक अधिकार दल, जन अधिकार मंच, जय भारत समानता पार्टी, प्रगतिशील समाज पार्टी, भारतीय अशोक सेना और महानवादी पार्टी की भी एक एक गाड़ी काफिले में शामिल हुईं. इस प्रकार लखनऊ से कुल 14 गाड़ियों का काफिला निकला। मलीहाबाद के पहले भारत एकता मंच के कार्यकर्ताओं ने स्वागत के लिए काफिले को रोका.

श्री विश्वात्मा के संक्षिप्त सबोधन के बाद काफिला आगे रवाना हुआ और लगभग 4 बजे शाहाबाद हरदोई में रुका. वहां पर एक नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया. नुक्कड सभा में लगभग सभी पार्टी अध्यक्षों ने उपस्थित जनता को संबोधित किया और आगे शाहजहांपुर के लिए रवाना हो गए.लगभग सांय 5 बजे शाहजहांपुर में बरेली मोड़ पर वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल और मानव क्रांति पार्टी के कार्यकर्ताओं ने यात्रा के काफिले को स्वागत के लिए रोका, सभी सम्मिलित लोगों का स्वागत किया और लड्डुओं से सभी का मुहं मीठा किया.

इसके बाद यात्रा का काफिला सांय रात्रि 9 बजे बरेली पहुंचा. बरेली में काफिला काजीटोला स्थित अजीज़ गेस्ट हाउस में रुका. चाय नाश्ते के बाद लगभग 9.30 बजे यात्रा के विषय में एक गोष्ठी संपन्न हुई, जिसमे सभी पार्टी अध्यक्षों ने अपने विचार रखे. श्री विश्वात्मा ने जानकारी दी कि महागठबंधन की औपचारिक यात्रा बरेली से आगे नहीं बढ़ेगी, किन्तु कुछ लोग आगामी पड़ावों की तैयारी के लिए अपनी स्वेच्छा से आगे मुरादाबाद जायेंगे. जिससे गठबंधन की आगामी यात्रा अधिक सफल हो सके. भोजन के बाद यात्रा में शामिल सभी लोगों ने अजीज़ गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम किया. बरेली में रात्रि विश्राम, चाय नाश्ता और भोजन का सारा खर्च लगभग 15 हज़ार आया होगा, जो आल इंडिया मुस्लिम मजलिस के कार्यकारी अध्यक्ष श्री वसी अहमद ने अकेले उठाया.

1 अगस्त को सुबह करीब 9 बजे बदायूं रोड पर बरेली से लगभग 25 किमी दूर एक इन्टर कॉलेज में आल इंडिया मुस्लिम मजलिस के संयोजन में एक गोष्ठी आयोजित की गयी, जिसमे सभी पार्टी अध्यक्षों ने अपने-अपने विचार रखे.

वहां से लौटकर सभी लोग लगभग 1 बजे बरेली रेलवे स्टेशन के पास श्री मौलाना तौकीर रजा बरेलवी से मिलने पहुंचे, जहाँ एक संवाददाता का आयोजन किया गया था. संवाददाताओं को मुख्य रूप से श्री साहिब सिंह धनगर, श्री हेमंत कुशवाहा, श्री वशी अहमद और श्री मौलाना तौकीर रजा ने संबोधित किया. संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि उनकी पार्टी महागठबंधन में शामिल हो सकती है, किन्तु सोचने के लिए उनको कुछ वक्त चाहिए. प्रेस वार्ता के बाद सभी लोग अपने अपने घर वापस चले गए.

वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल की गाड़ियों में सवार होकर इस पार्टी के सभी नेतागण मुस्लिम मजलिस के नेता श्री वसी अहमद और डॉ अफसर के साथ सांय लगभग 5 बजे मुरादाबाद पहुंचे. अब काफिले में 6 गाड़ियाँ बची थीं. मुरादाबाद से कुछ किमी पहले भारतीय एकता मंच के अध्यक्ष श्री सलीम अख्तर के नेतृत्व में इस पार्टी के कई दर्जन कार्यकर्ता कई गाड़ियों का काफिला लेकर स्वागत के लिए तैयार मिले.

स्वागत के बाद लगभग 15 गाड़ियों का काफिला शाही मदरसा होते हुए आजाद पीपल्स पार्टी के कार्यालय तक पहुंचा, जहाँ पर सभी लोगों का स्वागत किया गया. वहां से काफिला शहर इमाम के पास गया, और दुआएं मांगीं.

इसके बाद सभी लोग रामगंगा विहार सेल्स टैक्स कार्यालय के निकट क्लिफ्टन बैंक्वेट हॉल सभागार पहुंचे. इस भव्य सभागार में रात्रि 8 बजे प्रेस वार्ता संपन्न हुई, जिसको मुख्य रूप से मानव क्रांति पार्टी के अध्यक्ष चौधरी आर एन मानव, सर्वदल एकता मंच के संयोजक श्री अनवर सलीम और भारतीय एकता मंच के अध्यक्ष श्री सलीम अख्तर ने संबोधित किया. इसके बाद सब लोगों ने भोजन लिया और क्लिफ्टन बैंक्वेट हॉल में ही विश्राम किया. अगले दिन 2 अगस्त को प्रातः लगभग 7 बजे नाश्ते के बाद काफिला चंदौसी के लिए रवाना हुआ. लगभग 10 बजे चंदौसी पहुंचकर संभल के जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनामिका यादव के निवास पर उनके ससुर एड. राजेंद्र सिंह यादव के साथ महागठबंधन की नीतियों पर चर्चा हुई.


वहां से रमेश चन्द्र लेखपाल के निवास पर और बाद में उनके मेडिकल स्टोर पर संशिप्त गोष्ठी और नाश्ते का आयोजन किया गया.

श्री रमेश चन्द्र के साथ महागठबंधन की यात्रा के साथी उन्नाव के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री रामकुमार यादव के मित्र पूर्व विधायक श्री राजेश कुमार यादव से वार्ता करने के लिए उनके गाँव पतरिया पहुंचे.

वहां से लगभग 4 बजे प्रस्थान करके यात्रा का काफिला अस्लाबाद और दबथरा होते हुए गंगा बैराज नरोरा पहुंचे. बैराज से पहले सभी लोग रूककर यात्रियों ने वह नाश्ता किया जो सुबह 7 बजे सलीम अख्तर ने यात्रा के लिए भेंट किया था.

इसके बाद यात्रा का काफिला अतरौली और अलीगढ होते हुए रात्रि करीब 8 बजे एटा पहुंचा. अलीगढ में वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के कार्यकर्ताओं ने स्वागत कार्यक्रम रखा था किन्तु एटा के मार्ग से बहुत दूर होने के कारण और एटा पहुँचने में लगातार विलम्ब होने के कारण उस कार्यक्रम को टाल दिया गया. रात में एटा शहर में स्थित अतिथि निवास पर भोजन और विश्राम हुआ.



अगले दिन 3 अगस्त प्रातः 9 बजे नाश्ते के बाद वीपीआई के कार्यकर्ता पवन यादव के फार्म हाउस पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया. जहाँ श्री विश्वात्मा, श्री राम निवास यादव, श्री सादेश यादव और श्री राम कुमार यादव ने लोगों को संबोधित किया.

अतिथि निवास में लगभग 11 बजे एक प्रेस वार्ता आयोजित की गयी. इसमे मीडिया को महा गठबंधन की यात्रा के बारे में पूरी जानकारी डी गयी. अमर उजाला और संवाद ने अच्छी प्रेस कवरेज दिया

गोष्ठी के बाद एटा के पूर्व सांसद श्री कैलाशचन्द्र यादव के निवास पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया, जहाँ महागठबंधन की नीतियों के बारे में विस्तार से बताया गया.

इसके बाद उत्तर प्रदेश विधान परिषद् के पूर्व अध्यक्ष श्री रमेश यादव के निवास पर एक गोष्ठी आयोजित की गयी. गोष्ठी में श्री रमेश यादव को महा गठबंधन की नीति के विषय में जानकारी दिया गया.

बाद में एटा कश्बे ई. श्री नूर मोहम्मंद खान के निवास पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया. 


एटा में कार्यक्रमों के बाद लगभग 6.30 बजे यात्रा फर्रुखाबाद पहुंची, जहाँ वीपीआई के उत्तर प्रदेश समिति के सचिव वैद्य वीरेंदर कुमार आर्य और प्रदेश कमेटी के सदस्य श्री नरेश गांधी के नेतृत्व में कई दर्जन कार्यकर्ताओं ने यात्रा में शामिल महानुभावों का जोरदार स्वागत किया. इसके बाद बेवर रोड स्थित वोटर्स पार्टी के जिला कार्यालय पर एक जनसभा का आयोजन किया गया, जिसे श्री विश्वात्मा ने संबोधित किया. सांय करीब 7.30 पर यात्रा फर्रुखाबाद से चलकर अपने अंतिम पड़ाव कन्नौज जिले के छिबरामऊ पहुंची. वहां पर पार्टी के कार्यकर्ता लालू यादव और संजय गुप्ता के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने लोगों का फूलमालाओं से स्वागत किया. वहां से संजय गुप्ता के निवास पर पहुंचे. वहां पर संजय गुप्ता की माँ सहित सभी परिवारीजन ने श्री विश्वात्मा का स्वागत किया. करीब 9 बजे श्री राम कुमार आर्य ने अपने निवास उन्नाव के लिए प्रस्थान किया. वे रात 12 बजे अपने घर पहुंचे. श्री विश्वात्मा सहित बाकी सभी लोगों ने फगुआ भट्टा के पास स्थित श्री पार्टी के अखिल भारतीय समिति के सदस्य श्री हुकुम सिंह के कोल्ड स्टोरेज पर पहुँचकर रात्रि भोज लिया . वहां से करीब 11 बजे सभी लोगों ने लखनऊ के लिए प्रस्थान किया, जहाँ पर वे जहाँ पर वे 1 बजे पहुंचे.

महागठबंधन की संविधान सभा की पहली बैठक सारनाथ वाराणसी में संपन्न (24 जुलाई 2021)

दिनांक 24/07/2021 को संविधान सभा की पहली बैठक सारनाथ वाराणसी स्थित धर्म चक्र विहार अन्तर इंटर कॉलेज में सुबह 11 बजे से शाम 8 बजे के बीच संपन्न हुई. बैठक में संविधानसभा के लोकतंत्र सुरक्षा संयुक्त मोर्चा, इंडियन डेमोक्रेटिक एलायन्स, व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा, सर्व दल एकता मंच से जुड़ें राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्षों और प्रतिनिधियों ने भाग लिया. बैठक का प्रारंभ परिचय कार्यक्रम से हुआ. इसके बाद महागठबंधन के संविधान निर्माण की प्रगति रिपोर्ट पर चर्चा हुई. सर्वसम्मति से गत दिनांक 04 जुलाई 2021 को लखनऊ में सम्पन्न हुई राजनीतिक दलों और सामाजिक आंदोलनों की बैठक की कार्यवाही को मंजूर किया गया. सर्व सम्मति से तय किया गया कि श्री हेमंत कुशवाहा और श्री इश्वर दयाल सेठ संयुक्त रूप से

संविधान सभा की बैठक का सञ्चालन करेगें. दो घंटे लम्बी चली चर्चा के बाद यह प्रस्ताव सर्व सम्मति से पारित किया गया की आगामी ३१ जुलाई से 10 अगस्त तक उत्तर प्रदेश में "दलित पिछड़ा अल्पपसंख्यक एकता यात्रा" निकला जाये. यह भी तय किया गया की यात्रा का सामूहिक नेतृत्व और निर्णय संविधान सभा 3 सदस्य श्री राजकुमार सैनी, श्री साहबसिंह धनगर, श्री हेमंत कुशवाहा बहुमत से करेंगे. महागठबंधन का नेतृत्व कौन या सामूहिक रूप से कौन कौन करेंगे, इस विषय में लम्बी चर्चा हुई. इस विषय में श्री विश्वात्मा का निम्नलिखित प्रस्ताव सर्व सम्मति से स्वीकार किया गया. महागठबंधन का नेतृत्व कौन या सामूहिक रूप से कौन कौन करेंगे, यह विषय यह निर्माणाधीन महागठबंधन के संविधान के प्रावधानों से तय होगा.


वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के नीति निर्देशक और संविधान सभा की प्रारूप समिति के सदस्य श्री विश्वात्मा ने संविधान निर्माण के कुल 27 लक्ष्य संविधान सभा को पढ़ कर सुनाया. सर्वसम्मति से संविधान निर्माण के निम्नलिखित दो लक्ष्यों को नामंजूर कर दिया गया. इसमे पहला यह था की - "एक पार्टी को दूसरी पार्टी में विलय करने के नियम बनाये जाएं और दूसरा यह था की एक दल द्वारा दूसरे दल के पदाधिकारी को अपनी पार्टी का पदाधिकारी बनाने के नियम बनाये जाएं। सर्वसम्मति से संविधान निर्माण के निम्नलिखित 25 लक्ष्य पारित किये गए -

1. बैठकों की कार्यवाही रिपोर्ट संबंधी नियमावली बनाई जाए।

2. गठबंधन के उद्देश्यों की ड्राफ्टिंग किया जाए।

3. नये दलों के प्रवेश संबंधी नियमावली बनाया जाए।

4. नए गठबंधनों के प्रवेश संबंधी नियम बनाया जाए।

5. सदस्य दलों के अधिकार और कर्तव्य निर्धारित किया जाएं।

6. सदस्य गठबंधनों के अधिकार और कर्तव्य निर्धारित किया जाएं।

7. गठबंधन की निर्णय प्रक्रिया में विभिन्न जातियों के प्रतिनिधित्व संबंधी नियम बनाए जाएं।

8. विभिन्न संप्रदायों के प्रतिनिधित्व संबंधी नियम बनाए जाएं।

9. विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों के प्रतिनिधित्व संबंधी नियम बनाए जाएं।

10. विभिन्न राजनीतिक विचारधाराओं (रजनीतिशाश्त्र में यथास्वीकार्य) के प्रतिनिधित्व संबंधी नियम बनाए जाएं।

11. सत्ता के पृथक्करण ( भारत के संविधान में यथास्वीकार्य, अधिकारों का एक हाथ या पद में केन्द्रित न होना) संबंधी नियम बनाए जाएं।

12. गठबंधन के निर्णय प्रक्रिया में सभी सदस्य दलों के ब्लाक, जिला और प्रदेश के पदाधिकारियों को प्रतिनिधित्व दिया जाये।

13. गठबंधन के कार्यकारी प्रमुख के चुनाव संबंधी नियमावली बनाई जाए।

14. विवाद निपटारा के लिए नियमावली बनाया जाए।

15. नियमों और अनुशासन को तोड़ने पर दंड संबंधी नियमावली बनाया जाए।

16. गठबंधन के कोष संग्रह रखरखाव और व्यय संबंधी नियम बनाए जाएं।

17. खरबपतियों द्वारा गठबंधन हाईजैक न होकर अपने उद्देश्य से भटक न जाए, इसके लिए प्रावधान किया जाए।

18. संविधान और नियमावली के पृथक्करण संबंधी नियम बनाए जाएं।

19. “फूट डालो, शोषण करो” की नीति के शिकार लोगों की सुरक्षा संबंधी प्रावधान किये जाएं।

20. चुनाव में सीटों के आवंटन संबंधी नियम बनाये जाएं।

21. सूचनाओं के आदान प्रदान संबंधी नियम बनाये जाएं।

22. किसी दल के पदाधिकारी को महागठबंधन या किसी गठबंधन का पदाधिकारी बनाने के नियम बनाये जाएं।

23. संविधान के प्रस्तावना की ड्राफ्टिंग किया जाए।

24. सामूहिक बैठेकों और रैली संबंधी नियमावली बनाया जाए।

क) सामूहिक बैठकों में स्टेज प्रबंधन संबंधी नियम

ख) सामूहिक बैठकों में संबोधन संबंधी नियम

ग) सामूहिक जनजागरण यात्राओं संबंधी नियम

घ) सामूहिक जनसभाओं और रैलियों सम्बधी नियम

25. पब्लिसिटी सामग्री प्रकाशन संबंधी नियम बनाए जाएं।

सारनाथ की बैठक में भाग लेने वाले संविधान सभा के सदस्य दलों के अध्यक्ष-

1 श्री सूबेदार मेजर अमर सिंह चौहान, राष्ट्रीय जनवादी पार्टी ( सोशलिस्ट ),

2 श्री ईश्वर दयाल सिंह सेठ, भारतीय सबका दल,

3 श्री चन्द्रभान सिंह पटेल, समदर्शी समाज पार्टी

4 श्री घनश्याम कोरी, स्वतन्त्र जनता राज पार्टी,

5 श्री हरिओम सिंह कुशवाहा, महानवादी पार्टी

6 श्री हेमंत कुशवाहा, जय भारत समानता पार्टी

7 श्री आई पी कुशवाहा, जन अधिकार मंच,

8 श्री मौहम्मद सुलेमान, इण्डियन नेशनल लीग,

9 श्री महेंद्र यादव, भारतीय किसान दल

10 निशार अहमद शेख, निस्वार्थ सेवा राष्ट्र सेवा पार्टी,

11 श्री नरेंद्र कुशवाहा, अखिल भारतीय अशोक सेना,

12 इ. श्री रामगोपाल उत्तम, अर्जक अधिकार दल,

13 श्री चौधरी आर.एन. मानव, मानव क्रान्ति पार्टी ,

14 श्री डा0 राजवीर सिंह पाल, भारतीय हरित पार्टी,

15 डॉ शिव प्रसाद विश्वकर्मा, सम्यक पार्टी

16 श्री साहब सिंह धनगर उर्फ़ भैयाजी, राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी,

17 श्री शत्रुघ्न निशाद, अभय समाज पार्टी

18श्री विश्वात्मा, वोटर्स पार्टी इन्टरनेशनल

19 श्री राजकुमार सैनी, लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी

20 श्री ई. सुनील कुशवाहा, प्रगतिशील समाज पार्टी

सारनाथ की बैठक में भाग लेने वाले सामाजिक आन्दोलन-

1 .श्री बी डी चौधरी, ओबीसी एससी एसटी माइनारिटी फेलोशिप

2 श्री हरि शंकर सफरीवाला, राष्ट्रीय जन सेवक संघ

3 श्री देव शरण यादव, पिछड़ा दलित विकास महासंघ,

4 श्री ओ पी मौर्य, रोजगार आन्दोलन मंच

5 श्री अनिल कुमार मौर्या, भारतीय किसान विकास मंच


श्री राजभर के साथ श्री विश्वात्मा का तीसरे चक्र की वार्ता संपन्न हुई (17 जुलाई 2021)

17 जुलाई, लखनऊ। महागठबंधन के प्रतिनिधिमंडल के साथ आज श्री ओमप्रकाश राजभर जी के साथ तीसरे चक्र की वार्ता संपन्न हुई। यह वार्ता हरदोई रोड स्थित दुबग्गा के पास जाने-माने शिक्षाविद श्री सलमान नदवी के कार्यालय पर हुई। श्री विश्वात्मा ने निवेदन किया कि यह उनकी तीसरी मुलाकात हो रही है। इसलिए श्री ओमप्रकाश राजभर जी को यथाशीघ्र इस बात का फैसला करना चाहिए कि वह महागठबंधन के साथी बनेंगे या नहीं? श्री ओमप्रकाश राजभर ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि बहुत से दल के नेता अपनी क्षमता और अपनी महत्वाकांक्षा के बीच समन्वय नहीं कर पाते। उन्होंने कहा कि इसीलिए कभी-कभी गठबंधन के सदस्य दल गठबंधन की ताकत बनने की वजह गठबंधन के लिए समस्या बन जाते हैं। श्री विश्वात्मा ने श्री ओमप्रकाश राजभर को आश्वस्त करते हुए कहा कि लिखित संविधान पर आधारित गठबंधन में सभी राजनीतिक दल और उनके नेता गठबंधन के लिए समस्या बनने की बजाय ताकत ही बनते हैं। उन्होंने कहा कि समस्या तब पैदा होती है जब गठबंधन अव्यवस्थित है और अवसरवादिता को केंद्र में रखकर बना हो। अंत में श्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि वह भागीदारी संकल्प मोर्चा के अपने अन्य घटकों से बात करके शीघ्र ही अपना निर्णय सर्वजनिक करेंगे। बैठक में महागठबंधन के प्रतिनिधि मंडल की ओर से संविधान सभा की प्रारूप समिति के सदस्य श्री हरिशंकर सफरीवाला, सर्वजन भारत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संजय सरस्वती, वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के प्रदेश अध्यक्ष श्री सादेश अली मशीह, श्री नवीन कुमार भी उपस्थित रहे। (18 जुलाई को प्रकाशित)

तृणमूल कांग्रेस से दो टूक अपनी बात कही महागठबंधन ने (16 जुलाई 2021)

तृणमूल कांग्रेस महागठबंधन का सहयोग करें और महागठबंधन के नेतृत्व को स्वीकार करें - महागठबंधन

16 जुलाई, लखनऊ। तृणमूल कांग्रेस के निमंत्रण पर महागठबंधन के प्रतिनिधिमंडल का तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के साथ बैठक संपन्न हुई. महागठबंधन के वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद श्री राजकुमार सैनी ने कहा कि भाजपा को रोकने के लिए हम सब लोगों को एक साथ मिलकर काम करना चाहिए। श्री हरिशंकर सफरीवाला ने कहा कि हम ऊंची जातियों के नेतृत्व को स्वीकार नहीं कर सकते।वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के नीति निर्देशक श्री विश्वात्मा ने कहा कि अगर तृणमूल कांग्रेस भाजपा को सत्ता से हटाने का सपना देखती है तो वह तभी पूरा होगा, जब चुनाव "भाजपा बनाम अन्य" के बीच में हो. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस महागठबंधन का सहयोग करें और महागठबंधन के नेतृत्व को स्वीकार करें। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस जैसी सवर्णों की सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील किया कि ये सभी पार्टियाँ अब गरीबों और पिछड़ों को सत्ता सौंपने का काम करें। उन्होंने कहा कि इस काम में तृणमूल कांग्रेस को आगे आना चाहिए। तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष श्री नीरज राय ने कहा कि वह इस संबंध में "दीदी" (यानी सुश्री ममता बनर्जी) जी से वार्ता करेंगे। प्रतिनिधिमंडल में समदर्शी पार्टी के श्री चंद्रभान पटेल, श्री मोहम्मद अफसर, वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के प्रदेश अध्यक्ष श्री सादेश अली मशीह, भारतीय एकता मंच के श्री सलीम अख्तर, नेशनल अमन पार्टी के श्री अनवर सलीम, जन अधिकार मंच के आईपी कुशवाहा, निस्वार्थ सेवा राष्ट्र सेवा पार्टी के अध्यक्ष श्री अनीस शेख, अखिल भारतीय अशोक सेना के अध्यक्ष श्री नरेंद्र कुशवाहा आदि लोग उपस्थित थे। (21 जुलाई को प्रकाशित)

लखनऊ के जाने-माने शिक्षाविद श्री सलमान नदवी के साथ श्री विश्वात्मा का विमर्श (16 जुलाई 2021)

लखनऊ के जाने माने शिक्षाविद श्री सलमान नदवी के साथ श्री विश्वात्मा का उत्तर प्रदेश में हिंदू मुसलमान भाईचारा कायम रखने के विषय में विचार विमर्श हुआ। श्री विश्वात्मा ने श्री नदवी से निवेदन किया कि वह इस बात के लिए अपना सहयोग दें कि आने वाले दिन में चुनाव में कोई भी राजनीतिक दल धर्म का फायदा न उठाने पाए और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने में कामयाब न हो सके। श्री नदवी ने अपने राजनीतिक अनुभव बताते हुए कहा कि वह मुसलमानों में प्रगतिशील शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं जिससे इस समाज का विकास हो सके और राष्ट्र के मूल धारा में शामिल हो सके। उन्होंने कहा कि वह मुसलमानों को शिक्षित और सुरक्षित बनाने के लिए काम करते रहे हैं और भविष्य में भी काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अमन बनाए रखने के लिए वह हर तरह का सहयोग देने के लिए तैयार हैं। श्री नदवी दर्जनों विद्यालयों के संचालक हैं और कई पुस्तकों के लेखक हैं। बैठक में महागठबंधन के प्रतिनिधि मंडल की ओर सेश्री सलीम अख्तर, सादेश अली मशीह, श्री नवीन कुमार भी उपस्थित रहे। (18 जुलाई को प्रकाशित)

महागठबंधन ने दिया श्री वी एम सिंह के नेतृत्व में चल रहे किसान आंदोलन आंदोलन को समर्थन (16 जुलाई 2021)

जाने माने किसान नेता श्री वीएम सिंह गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर लखनऊ में धरना दे रहे हैं। धरना गन्ना समिति के परिसर में चल रहा है। किसानों की मांगों का समर्थन करने के लिए महागठबंधन का एक प्रतिनिधिमंडल गन्ना संस्थान पहुंचा और श्री वीएम सिंह को अपना समर्थन दिया। इस मौके पर हरियाणा के पूर्व सांसद और महागठबंधन के संचालन समिति के सदस्य श्री राजकुमार सैनी और श्री विश्वात्मा ने धरना प्रदर्शन कारियों को संबोधित भी किया। श्री बी एम सिंह ने अगले दिन श्री विश्वात्मा को सूचित किया की उसी रात लगभग 3:00 बजे पुलिस ने जबरदस्ती धरना स्थल खाली करवा दिया। महागठबंधन पुलिस ज्यादती की निंदा करता है और मांग करता है कि सरकार किसानों का बकाया भुगतान करें और जब तक भुगतान न हो, तब तक भुगतान में ब्याज की राशि भी जोड़ी जाय।

राजनीतिक दलों व गठबन्धनों की साझी बैठक में मंच का नाम और सञ्चालन समिति के सदस्यों नाम तय किये गए (16 जुलाई 2021)

बैठक में व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा, लोकतंत्र सुरक्षा संयुक्त मोर्चा, सर्वदलीय मंच और भारतीय जनतंत्र गठबंधन के प्रतिनिधि शामिल हुए। सर्वसम्मति से यह फैसला किया गया कि आगे से इन सभी गठबंधनों के सारे मंच को महागठबंधन कहा जाए किंतु महागठबंधन शब्द के आगे कोई नया शब्द जोड़ने का अधिकार संविधान सभा को दे दिया जाए।

इस बैठक में श्री राजकुमार सैनी, श्री हेमंत कुशवाहा, श्री मोहम्मद अफसर, श्री अनवर सलीम, श्री सलीम अख्तर और श्री विश्वात्मा को महागठबंधन की संचालक समिति में शामिल किया गया। अनुशासन समिति तथा अन्य समितियां बनाने का अधिकार संचालन समिति को दे दिया गया। बैठक में यह भी तय किया गया कि महागठबंधन के प्रचार सामग्री में महात्मा बुद्ध, सम्राट अशोक, एपीजे अब्दुल कलाम, शाहूजी महाराज, रामास्वामी पेरियार और डॉ अफरीदी के फोटोग्राफ अंकित किए जाएंगे। अन्य फोटोग्राफ्स जोड़ने या घटाने का अधिकार संविधान सभा को होगा। यह भी तय किया गया कि आगामी 24 जुलाई को सारनाथ में संविधान सभा की पूर्ण बैठक बुलाई जाए जिसमें सभी गठबंधनों के यथासंभव सभी दलों के अध्यक्ष शामिल हो और वहां पर संविधान के अंतिम मसौदे पर बहस किया जाए और उसको मंजूरी दिया जाए। बैठक में श्री राजकुमार सैनी ने लोगों से अपील किया की महागठबंधन के जन जागरण कार्यक्रम पूरे प्रदेश में यथाशीघ्र और अधिक से अधिक जगहों पर आयोजित हुए जाएं। बैठक में कुल 6 कार्यक्रमों का प्रस्ताव स्वीकार किया गया।

पहला कार्यक्रम 25 जुलाई को चंदौली में होगा जिसका आयोजन व्यवस्था परिवर्तन मंच की ओर से श्री हेमंत कुशवाहा करेंगे।

दूसरा कार्यक्रम 1 अगस्त को श्री अकरम नेशनल अमन पार्टी की ओर से अमरोहा में करेंगे।

तीसरा कार्यक्रम श्री एस पी सिंह गाजियाबाद में आयोजित करेंगे और

वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल चौथा कार्यक्रम औरैया जनपद में 18 अगस्त को आयोजित करेगी।

जन अधिकार मंच की ओर से श्री आई पी कुशवाहा ने दो कार्यक्रम आयोजित करने का प्रस्ताव दिया- पहला 5 सितंबर को सोनभद्र में और दूसरा 6 सितंबर को मिर्जापुर में।

श्री राजकुमार सैनी ने अपील किया इन सभी कार्यक्रमों में सभी घटक दलों को उपस्थित रहना चाहिए।

आगामी उप्र विस चुनाव पर लखनऊ में 8 दलों की बैठक संपन्न हुई, श्री विश्वात्मा ने संविधान सभा में शामिल होने का रखा प्रस्ताव (11 जुलाई) 

11 जुलाई २०२१,लखनऊ. लखनऊ के जाने माने एक्टिविस्ट और राष्ट्रीय जन मानस पार्टी के अध्यक्ष श्री डीके यादव ने चारबाग के निकट होटल मेजबान में लगभग 10 राजनीतिक दलों और कुछ सामाजिक संगठनों की एक बैठक आयोजित किया। इस बैठक का उद्देश्य था आगामी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर रणनीति बनाना। इस बैठक में नेशनल लिस्ट कांग्रेस पार्टी की तरफ से श्री शब्बीर अहमद विद्रोही श्री शरद पवार के प्रतिनिधि के रूप में शामिल हुए। आइडिया गठबंधन का प्रतिनिधित्व श्री मोहम्मद सुलेमान और श्री विश्वात्मा ने किया। बैठक में अर्जक अधिकार दल अध्यक्ष इंजीनियर रामगोपाल उत्तम, गांधियन पीपल पार्टी के अध्यक्ष श्री जी पी जायसवाल, वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के महासचिव श्री शिवाकांत गोरखपुरी, सर्वजन पार्टी भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संजय प्रसाद सरस्वती, वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष श्री मोहम्मद हबीब, जन एकता मंच के अध्यक्ष श्री केपी यादव आदि लोग उपस्थित थे। बैठक को संबोधित करते हुए श्री विश्वात्मा ने कहा कि हमारा लक्ष्य केवल 2022 का चुनाव ही नहीं होना चाहिए अभी तो हमारा लक्ष्य समस्याओं का स्थाई समाधान करने के लिए एक स्थाई मंच बनाना होना चाहिए उन्होंने कहा कि इससे सामाजिक संगठनों राजनीतिक दलों और गठबंधन ओं का एक साझा मंच बनाने की प्रक्रिया चल रही है जो लिखित संविधान पर काम करेगी संविधान बनाने के लिए एक संविधान सभा का गठन 22 4 जुलाई को लखनऊ में किया गया है उन्होंने आह्वान किया कि इस बैठक में उपस्थित सभी लोगों को संविधान सभा की सदस्यता ग्रहण करनी चाहिए जिससे फूट डालो और शासन करो की नीति कामयाब न होने पाए और दलितों अल्पसंख्यक उनकी जनसंख्या के अनुपात में भागीदारी दिलाने के लिए इस समाज की शक्ति को एकजुट किया जा सके। श्री विश के पूरे संबोधन का वीडियो यहां देखा जा सकता है। 


अरजक अधिकर दल के अध्यक्ष इंजीनियर रामगोपाल ने कहा वर्तमान सरकार शोषण के हर हथियार का इस्तेमाल कर रही है,, पुलिस के जुल्म का पूरा राष्ट्र शिकार है, किसानों पर जबरदस्ती कृषि कानून थोप दिए गए हैं, श्रम कानूनों को नष्ट करके श्रमिकों के अधिकार समाप्त किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश का लोकतंत्र और समतामूलक तथा धर्मनिरपेक्ष संविधान का ढांचा खतरे में है। आय में असमानता, गरीबी और बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। जनता दल इंद्र कुमार गुजराल के राष्ट्रीय महासचिव श्री इंद्र प्रकाश बोदध ने एक मांग पत्र पढ़ते हुए कहा की 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए सभी लोग एकजुट होकर चुनाव लड़े, इसके लिए एक साझा मंच बनाया जाना जरूरी है। उन्होंने बनारस में तथा 11 अक्टूबर को लखनऊ के इको गार्डन मैदान में पार्टी के रैली के विषय में लोगों को बताया।

श्री शरद पवार की पार्टी नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधि श्री शब्बीर अहमद विद्रोही ने कहा कि हमारे पार्टी उसी का साथ देगी जो उत्तर प्रदेश विधानसभा में भाजपा को शिकस्त देने की स्थिति में होगा। गांधियन पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष g p जयसवाल ने कहा कि हमें भाजपा विरोधी शक्तियों को एकजुट करने के लिए काम करना चाहिए। राष्ट्रीय जनवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री वासुदेव ने कहा कि हमें भाजपा के विरोधे वोटों के बिखराव को रोकना होगा। जन एकता मंच के अध्यक्ष श्री के पी यादव और श्री राम कुमार ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि कृषि कानूनों के बारे में अधिकांश लोगों को जानकारी नहीं है। सर्वजन पार्टी भारत के अध्यक्ष श्री संजय प्रसाद सरस्वती ने कहा कि भारत में कम्युनिस्ट पार्टियों का नेतृत्व बुजुर्वा क्रांति को रोकने का काम किया। उन्होंने कहा कि श्रमिक संगठन भारत में वर्क कल्चर विकसित नहीं होने दिया जिसकी प्रतिक्रिया में श्रमिकों के विरुद्ध वातावरण पैदा हो गया। उन्होंने चुनाव सुधारों की वकालत करते हुए कहा कि चुनाव का खर्च राज्य द्वारा उठाया जाना चाहिए। सभा में वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मोहम्मद हबीब ने और इंडियन नेशनल लीग के अध्यक्ष मोहममद सुलेमन ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। 


पूर्व सांसद सुश्री सावित्रीबाई फुले और श्री विश्वात्मा का संगठनों और दलों का एक व्यवस्थित मंच बनाने पर  मंथन हुआ (6 जुलाई 2021) 

6 जुलाई 2021, लखनऊ. लिखित संविधान पर सामाजिक और राजनीतिक संगठनों का एक लोकतांत्रिक, पारदर्शी और व्यवस्थित मंच बनाने के मुद्दे पर श्री विश्वात्मा का भारतीय जनता पार्टी की पूर्व सांसद सुश्री सावित्रीबाई फुले के बीच में गंभीर मंथन हुआ। इस विमर्श में जाने-माने बहुजन चिंतक श्री अक्षयवरनाथ नाथ कनौजिया भी शामिल हुए। वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल की ओर से पार्टी के केन्द्रीय महासचिव श्री शिवाकांत गोरखपुरी और नवीन कुमार भी विमर्श में शामिल हुए। यह चर्चा सुश्री सावित्रीबाई फुले के निवास ओमेगा सिटी में शुक्रवार के शाम संपन्न हुई। सुश्री सावित्रीबाई फुले ने कहा कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सांसद रहते हुए भारतीय जनता पार्टी की साजिश का पर्दाफाश किया। उन्होंने कहा कि भाजपा भारत के संविधान के लिए बड़ा खतरा है, इसलिए भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए बाकी सभी लोगों को एकजुट होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि इस एकजुटता में हमें ऐसे लोगों से सावधान रहना पड़ेगा, जो बाहर बाहर तो भाजपा को रोकने की बातें करते हैं लेकिन अंदर अंदर वह भाजपा से मिले हुए हैं।


श्री विश्वात्मा ने कहा कि किसी की जुबान से उसके नियति के बारे में निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार नारको टेस्ट होता है और उसमें इंसान के मन में मौजूद सच्ची बात बाहर आ जाती है, उसी प्रकार हम लोगों के टेस्ट के लिए लिखित संविधान की एक व्यवस्था बनाना होगा। वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के नीति निर्देशक ने कहा कि संविधान का अनुशासन मानने के लिए जो संगठन और जो व्यक्ति तैयार नहीं होगा, उसकी नियति निश्चित रूप से संदेहास्पद होगी। ऐसे व्यक्ति के जनद्रोही आचरण के विषय में सामूहिक रूप से सभी संगठन मिलकर जनता को बताएंगे, तो ऐसे व्यक्ति की साजिश कामयाब नहीं होगी। किंतु जब तक पारदर्शिता की परीक्षा के लिए लिखित संविधान की कोई व्यवस्था नहीं बनती, तब तक किसी भी व्यक्ति के नियति पर प्रश्न उठाना गलत होगा। क्योंकि ऐसा करने से लोगों को जोड़ने में बाधा पहुंचेगी। चर्चा के अंत में श्री अक्षयवरनाथ नाथ कनौजिया और सुश्री सावित्रीबाई फुले ने कहा के लिखित संविधान के आधार पर एक व्यवस्थित मंच तैयार करना सही दिशा में उठाया गया कदम है। दोनों ने कहा कि हम लोग इस प्रक्रिया में साथ चलेंगे।

40 राजनीतिक दलों के 4 गठबंधनों की संयुक्त प्रेस वार्ता प्रेस क्लब लखनऊ में आयोजित की गई

प्रेस क्लब में व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा, लोकतंत्र सुरक्षा संयुक्त मोर्चा, सर्व दल एकता मंच और भारतीय जनतंत्रिक गठबंधन, IDA की साझा प्रेस वार्ता 

5 जुलाई, 2021 लखनऊ। दलितों पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को सत्ता और संपत्ति में भागीदारी दिलाने के लिए 40 राजनीतिक दलों के 4 गठबंधनों की संयुक्त प्रेस वार्ता प्रेस क्लब लखनऊ में आयोजित की गई। प्रेस वार्ता को पूर्व सांसद श्री राजकुमार सैनी, पूर्व सांसद श्री इलियास आजमी और इंडियन डेमोक्रेटिक एलाइंस के प्रतिनिधि विश्वात्मा भरत गांधी ने संबोधित किया। सांसद श्री राजकुमार सैनी कहा कि हमारे महागठबंधन की सरकार आने पर प्रतिवर्ष एक जाति से एक मुख्यमंत्री व 5 जातियों से पांच उपमख्यमंत्री बनाया जाएगा। इस प्रकार 5 वर्ष के कार्यकाल में सत्ता में 30 जातियों का समायोजन हो सकेगा। उन्होंने दलितों पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के समाज से आने वाले राजनीतिक दलों को आगामी 2022 का विधानसभा चुनाव संयुक्त रूप से लड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सभी गठबंधनों के  सहयोग से साझी संविधान सभा और कोर कमेटी बनाई जाएगी। संविधान सभा विवादित मुद्दों को सुलझाने व्यवस्था निर्मित करेगी। कोर कमेटी विवादों को सुलझाने का प्रयास करेगी। समान शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, जनसंख्या अनुपात आधारित राजनीतिक और आर्थिक अधिकार सुनिश्चित कराना गठबंधन का मुख्य उद्देश्य होगा। गठबंधन किसानों व मजदूरों को न्याय देने के लिए काम करेगा। 

भारतीय जनतंत्र का गठबंधन के प्रतिनिधि श्री विश्वात्मा भरत गांधी ने कहा कि गठबंधनों के सदस्य दलों को सुचारू ढंग से चलाने के लिए सभी गठबंधन के घटक दल सामूहिक रूप से ऐसी नियमावली और संविधान बनाएंगे, जिससे सभी प्रदेशों के अन्य सभी उन राजनीतिक दलों के लिए एक साझा मंच मिल सके, जो सत्ता और संपत्ति में अनुसूचित जातियों, जनजातियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को जनसंख्या के अनुपात में भागीदारी देने के लिए कार्यरत हैं। प्रेस वार्ता मैं लगभग 40 राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रतिनिधि शामिल हुए। प्रेस वार्ता में व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा , इंडियन डेमोक्रेटिक एलाइंस, संयुक्त लोकतंत्र रक्षा मोर्चा व सर्वदल एकता मंच ने भाग लिया। प्रेस वार्ता में श्री महेंद्र यादव, श्री आईपी कुशवाहा, श्री नीरज प्रजापति, श्री नंदराम प्रजापति, श्री चौधरी आर एन मानव, श्री मोहम्मद सुलेमान आदि लोग मौजूद थे।आज दिनांक 4 साथ 2021 रविवार को 40 राजनीतिक दलों के नेशनल अध्यक्षों की मीटिंग हुई जिसमें निर्णय लिया गया कि बिना किसी बड़े राजनीतिक दल के अपने बलबूते शोषित वंचित समाजों के साथ सौतेले व्यवहार को खत्म करने के लिए लड़ाई खुद लड़ी जाएगी जिसमें वंचित समाजों की भागीदारी जनसंख्या अनुपात में रखी जाएगी चाहे राजनीतिक हो या प्रशासनिक हिस्सेदारी संयुक्त रूप से आगामी 10 दिन के अंदर एक साझा प्रोग्राम के जरिए कोर कमेटी का गठन किया जाएगा जिसमें नंबर 1 व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा दूसरा सर्व दल एकता मंच तीसरा इंडियन डेमोक्रेटिक एलाइंस चौथा संयुक्त लोकतंत्र सुरक्षा मोर्चा के सहयोग से बनाई जाएगी और सामान शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार को जनसंख्या अनुपात आधारित अधिकार सुनिश्चित कराएगी जो विवादित मुद्दों को सुलझाने का प्रयास करेगी और सामान शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार को जनसंख्या अनुपात आधारित अधिकार सुनिश्चित कराएगी और किसान व मजदूर के लिए विशेष नीति लाएगी पहला 1 वर्ष के लिए एक सीएम व पांच डिप्टी सीएम बना कर वह 5 वर्ष में 5 सीएम व 25 डिप्टी सीएम दूसरा लोकतंत्र को बचाने के लिए संविधान को पूर्ण रुप से लागू करना है तीसरा 90 बटा तक की भागीदारी को शहीद जगदेव बाबू की लड़ाई को आगे बढ़ाना है 4 एक परिवार एक रोजगार हर व्यक्ति को मिलेगा सभी को सम्मान प्रतिनिधित्व प्रदान करेगी.

भागीदारी संकल्प मोर्चा और भारतीय जनतान्त्रिक गठबंधन, IDA की संयुक्त बैठक लखनऊ में संपन्न हुई, संयुक्त प्रेस वार्ता नहीं हो पाई (04 जुलाई 2021)  

लखनऊ, हजरतगंज स्थित कसमंडा हाउस में दो गठबंधनों की साझी बैठक 4 जुलाई दिन रविवार को शाम 5 बजे से 7 के बीच संपन्न हुई। इस बैठक में भागीदारी संकल्प मोर्चा की ओर से पूर्व मंत्री श्री ओमप्रकाश राजभर और पूर्व मंत्री श्री बाबू सिंह कुशवाहा तथा इस गठबंधन के अन्य दलों के अध्यक्ष शामिल हुए। भारतीय जनतंत्र गठबंधन, (IDA) की ओर से बैठक में गठबंधन से जुड़े दलों के लगभग एक दर्जन राष्ट्रीय अध्यक्ष शामिल हुए। बैठक के प्रारंभ में श्री विश्वात्मा ने कहा कि हम एक ऐसा गठबंधन बनाने की ओर अग्रसर हैं, जो केवल चुनाव के लिए न बने, अपितु वंचित समुदायों के सत्ता और संपत्ति में भागीदारी का उद्देश्य जब तक प्राप्त न हो जाए, तब तक के लिए बने। उन्होंने कहा कि जो धर्मांध शक्तियां इस समय सत्तासीन है, वह सत्ता प्राप्त करने के लिए और सत्ता में बने रहने के लिए क्रूर, हिंसक, शोषक, झूठ और अपराध में विश्वास करने वाली, लोकतंत्र और संविधान विरोधी और सांस्कृतिक पतधस्पर्धा में लिप्त हैं। इसलिए यूपीए और एनडीए जैसे अव्यवस्थित गठबंधन का कोई भी चेहरा इन शक्तियों के साम, दाम, दंड, भेद का शिकार हो सकता है।


श्री विश्वात्मा ने कहा कि इसीलिए यह गठबंधन एक लिखित संविधान पर संचालित किया जाना चाहिए, जहां किसी व्यक्ति का शासन न हो, अपितु नियमों का शासन हो। गठबंधन का नेतृत्व और कार्यसमिति गठबंधन के लिखित संविधान से पैदा हो। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन केवल पार्टियों का मंच न हो, अपितु यह गठबंधनों का भी साझा मंच होना चाहिए। उन्होंने कहा कि गठबंधन का लिखित संविधान इसलिए जरूरी है, क्योंकि यूपीए और एनडीए ने भारत के संविधान को खूंटी पर लटका कर शासन करना शुरू कर दिया है। इन गठबंधनों पर भारत के चुनाव आयोग का कोई वश नहीं है। यूपीए और एनडीए का लिखित संविधान नहीं है। इसलिए वह न तो भारत की जनता के प्रति उत्तरदाई हैं और न तो भारत के संविधान के प्रति। उन्होंने कहा कि आमतौर पर गठबंधन नेताओं की महत्वाकांक्षा की पूर्ति के साधन होते रहे हैं। इनका जनता के कल्याण और उनको न्याय देने से कोई संबंध नहीं होता।


श्री विश्वात्मा के सुझाव पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मंत्री श्री बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा कि राजनीति में हमें व्यावहारिक होना चाहिए। यह कहकर उन्होंने संकेत दिया कि भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन IDA के सदस्य दल भागीदारी संकल्प मोर्चा का हिस्सा बन जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि जनता के प्रति बेवफा लोग जीवन में कामयाब होते रहे हैं। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि बाबा साहब अबेडकर के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले जगजीवन राम जीवन भर सत्ता सुख भोगे और बाद में उनकी आगामी पीढ़ियां भी सत्ता में बनी रहीं।


श्री विश्वात्मा ने अपनी बातों को और अधिक स्पष्ट करते हुए आग्रह किया कि पतित होना, भ्रष्ट होना, बेवफा होना अधिकांश लोगों की प्रकृति है। लेकिन यह संस्कृति नहीं है। उन्होंने कहा कि संस्कृति ऐसे आचरण के विरुद्ध खड़ी होती है। आदर्श ऐसे आचरणों के विरुद्ध खड़े होते हैं। उन्होंने कहा कि समाज आदर्शों पर चलता है, प्रकृति सुलभ पतित और अपराधिक व्यवहारों पर नहीं। उन्होंने कहा कि इसीलिए उनके सपनों का गठबंधन व्यावहारिक होने का नाम पर इंसान, खासकर नेताओं के पतित स्वभाव का समर्थन न करके उस पर अंकुश लगाने का काम करेगा। जब श्री कुशवाह ने पूंछा कि गठबंधन का कोई दल और कोई नेता गठबंधन के विधि विधान और आदर्शों के विरुद्ध जाए और लोभ व लालच के वशीभूत गठबंधन छोड़कर चला जाए तो हम उसका क्या बिगड़ सकते है? श्री विश्वात्मा ने कहा कि गठबंधन का लिखित संविधान गठबंधन का संविधान तोड़ने वालों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही के प्रावधान भी करेगा। इन प्रावधानों के तहत मीडिया में ऐसे नेताओं का पर्दाफाश करने से लेकर कानूनी सजा तक के प्रावधान किए जा सकते हैं।


IDA गठबंधन के प्रोसेसर सुलेमान खान और गठबंधन के संयोजक श्री साहिब सिंह धनखड़ ने भी अपने भी सुझाव रखे। श्री धनगढ़ ने गठबंधन की ओर से चुनी हुई विधानसभा सीटों की सूची श्री कुशवाहा के सामने प्रस्तुत किया और निवेदन किया कि भागीदारी संकल्प मोर्चा इन सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़ा न करें या संवाद करके ऐसा रास्ता निकालें, जिससे किसी भी सीट पर टकराव की स्थिति पैदा न हो। जिससे दलितों, पिछड़ों तथा अल्पसंख्यकों के मतों का विभाजन रोका जा सके। IDA की ओर से बैठक में इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद सुलेमान, स्वतंत्र जनता राज पार्टी के अध्यक्ष श्री घनश्याम कोरी, समदर्शी समाज पार्टी के अध्यक्ष श्री चंद्र भान सिंह पटेल, मानव क्रांति पार्टी के अध्यक्ष चौधरी आर एन मानव, राष्ट्रीय जनवादी पार्टी (सोसलिस्ट) के अध्यक्ष मेजर अमर सिंह चौहान, भारतीय सबका दल के अध्यक्ष ईश्वर दयाल सेठ, अभय समाज पार्टी के अध्यक्ष श्री शत्रुघ्न सिंह निषाद  और वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के प्रमुख श्री विश्वात्मा भरत गांधी प्रमुख थे.


चर्चा के बाद सहमति बनी कि भागीदारी संकल्प मोर्चा गठबंधन के लिखित संविधान के प्रस्ताव को स्वीकार करता है। यह भी सहमति बनी कि दोनों ही गठबंधनों के सदस्य दल मिलकर आगामी विधानसभा चुनाव 2022 लड़ेंगे। अंत में सर्व सम्मति से तय किया गया कि कल यानी 5 जुलाई २०२१ को 12:00 बजे प्रेस वार्ता करके उक्त जानकारी मीडिया को दिया जायेगा।अगले दिन 5 जुलाई को आइडिए के सभी सदस्य दलों के अध्यक्ष प्रेस वार्ता के लिए नियत स्थान पर ठीक 12:00 बजे पहुंच गये किंतु दुर्भाग्यवश भागीदारी मोर्चा की ओर से प्रेस वार्ता स्तर पर न तो श्री बाबू सिंह कुशवाहा पहुंचे और न तो श्री ओमप्रकाश राजभर। बाद में 3 बजे संपन्न हुई बैठक में श्री बाबू सिंह कुशवाहा ने आइडिए गठबंधन के पार्टी अध्यक्षों के समक्ष अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि हम लोगों का संवाद आगे भी जारी रहेगा। अभी सब कुछ खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि हम दोनों ही पक्षों को और अधिक सोचने की जरूरत है। दोनों ही गठबंधनों के साझे भविष्य का इतिहास लिखा जाना अभी बाकी है। (रिपोर्ट 6 जुलाई 2021)

लखनऊ में राजनीतिक दलों के 4 गठबंधनों ने आपस में एकजुट होने की कवायद शुरू की (04 जुलाई 2021)  

लखनऊ के प्रीमियर होटल में आज एक महत्वपूर्ण घटना घटी। होटल के सभागार में राजनीतिक दलों के चार गठबंधनों ने सामूहिक बैठक आयोजित की। इस बैठक में व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा, सर्व दल एकता मंच, भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन व संयुक्त लोकतंत्र सुरक्षा मोर्चा से जुड़े लगभग 40 राजनीतिक दल शामिल हुए। इस बैठक की मेजबानी राष्ट्रीय जस्टिस पार्टी के अध्यक्ष पूर्व सांसद श्री इलियास आजमी ने की। बैठक का संयोजन संयुक्त लोकतंत्र सुरक्षा मोर्चा के संयोजक और हरियाणा के पूर्व सांसद श्री राजकुमार सैनी ने किया। बैठक का संचालन श्री आई पी कुशवाहा ने किया। काशीराम बहुजन मूलनिवासी पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व सांसद सुश्री सावित्री बाई फूले ने भी इस बैठक में अपने विचार व्यक्त किए।

इस बैठक में मुख्य रूप से इस विषय पर विचार किया गया कि आसन्न उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 के चुनाव को सामूहिक रूप से कैसे लड़ा जाए, जिससे दलितों पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के वोटों का विभाजन रोका जा और उनको जनसंख्या के अनुपात में सत्ता और संपत्ति में इन वर्गों को भागीदारी दिलाया जा सके।व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा के संयोजक श्री हेमंत कुशवाहा ने इस बात पर जोर दिया कि तानाशाही की प्रवृत्ति को देखते हुए हमें किसी भी दशा में बड़े राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए। श्री कुशवाहा ने कहा कि चुनाव बहुत दूर नहीं है, इसलिए हमें सोचने-समझने में ज्यादा वक्त बर्बाद नहीं करना चाहिए और तत्काल पूरे प्रदेश में सभी राजनीतिक दल मिलकर जनसभाओं का सिलसिला शुरू कर दें। श्री कुशवाहा के विचारों से पूरा सदन सहमत दिखाई पड़ा। 

बैठक में संयुक्त लोकतंत्र मोर्चा के संयोजक श्री राजकुमार सैनी ने अपने संबोधन में एकजुटता दलों और गठबन्धनों में एकजुटता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि क्यों ना हम सभी गठबंधन के लोग मिलकर एक गठबंधन बना ले और उस साझे गठबंधन का नामकरण कर दें? श्री सैनी द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को सभी लोगों ने उचित पाना। किंतु भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन के संयोजक श्री साहब सिंह धनगर ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि इस बैठक में निमंत्रित करते वक्त किसी नए गठबंधन के गठन का एजेंडा नहीं भेजा गया था। उन्होंने कहा कि इस बैठक का संयोजन मात्र उत्तर प्रदेश विधानसभा में छोटे-छोटे दलों में एकजुटता पैदा करने पर अपने विचार व्यक्त करने के लिए बुलाया गया था, इसीलिए इस बैठक में किसी भी गठबंधन को भंग करके किसी नए गठबंधन का गठन करने और उसका नया नामकरण करना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें आगे भी विचार जारी रखना चाहिए। और अगर ऐसा करना जरूरी हो तो उचित प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए।

 इस विषय में भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन (IDA) की ओर से बैठक में शामिल हुए वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के नीति निर्देशक और राजनीतिक व आर्थिक सुधारों और आध्यात्मिक विषयों पर कई दर्जन पुस्तकों के लेखक श्री विश्वात्मा भरत गांधी ने कहा कि जो दल और जो गठबंधन यहां बैठक में शामिल नहीं है, उनको भी विश्वास में लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गठबंधन मात्र 2022 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर नहीं बनाया जाना चाहिए अपितु स्थाई होना चाहिए। श्री विश्वात्मा ने सुझाव रखा कि हितों के टकराव और स्वाभिमान का समन्वय करने के लिए जरूरी है कि गठबंधन लिखित संविधान पर काम करें। उन्होंने प्रस्ताव रखा कि सभी गठबंधनों के संबंधित राजनीतिक दल सामूहिक रूप से एक संविधान सभा का गठन करें, जिसमें सभी पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस संविधान सभा के पदेन सदस्य हों। उन्होंने सुझाव दिया कि संविधान सभा जो नियम और विधि-विधान तैयार करें, उसी के अनुरूप गठबंधन का नेतृत्व पैदा हो और कार्यसमिति का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि विवादित मुद्दों का निस्तारण किस प्रक्रिया से किया जाएगा, यह विषय भी संविधान सभा का होना चाहिेए। 

श्री हरिशंकर सफरीवाला ने श्री विश्वात्मा के प्रस्ताव का अनुमोदन किया। उन्होंने कहा कि बिना लिखित संविधान के गठबंधन का सुचारू और लोकतांत्रिक संचालन संभव नहीं हो सकता। उन्होंने स्वयं अपने द्वारा निर्मित गठबंधन के संविधान का प्रारूप लोगों को वितरित किया और कहा कि संविधान सभा अपना संविधान बनाते वक्त इस दस्तावेज की मदद ले सकता है। पूर्व आईएएस अधिकारी और सम्यक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री तपेंद्र शाक्य ने कहा कि हमें अपने मोर्चे के उद्देश्य को ठीक से परिभाषित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सद्भावना पर विशेष ध्यान देना चाहिए और समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी से गठबंधन करने का विचार नहीं बनाना चाहिए।  

बैठक में सभी गठबंधनों से जुड़े कई राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। सभी ने एकजुटता की जरूरत बताया। बैठक में सबसे अधिक संख्या में भारतीय जनतंत्र गठबंधन से जुड़े दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष शामिल हुए। इनमें इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद सुलेमान, स्वतंत्र जनता राज पार्टी के अध्यक्ष श्री घनश्याम कोरी, समदर्शी समाज पार्टी के अध्यक्ष श्री चंद्र भान सिंह पटेल, मानव क्रांति पार्टी के अध्यक्ष चौधरी आर एन मानव, राष्ट्रीय जनवादी पार्टी (सोसलिस्ट) के अध्यक्ष मेजर अमर सिंह चौहान, भारतीय सबका दल के अध्यक्ष ईश्वर दयाल सेठ, अभय समाज पार्टी के अध्यक्ष श्री शत्रुघ्न सिंह निषाद  प्रमुख थे. अंत में सर्व सम्मति से तय किया गया कि कल यानी 5 जुलाई २०२१ को लखनऊ प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता करके उक्त जानकारी मीडिया को दिया जायेगा.

राजनीतिक दलों व गठबन्धनों की लखनऊ 16 जुलाई को हुई साझी बैठक में मंच का नाम और सञ्चालन समिति के सदस्यों नाम तय किये गए

बैठक में व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा, लोकतंत्र सुरक्षा संयुक्त मोर्चा, सर्वदलीय मंच और भारतीय जनतंत्र गठबंधन के प्रतिनिधि शामिल हुए। सर्वसम्मति से यह फैसला किया गया कि आगे से इन सभी गठबंधनों के सारे मंच को महागठबंधन कहा जाए किंतु महागठबंधन शब्द के आगे कोई नया शब्द जोड़ने का अधिकार संविधान सभा को दे दिया जाए।

इस बैठक में श्री राजकुमार सैनी, श्री हेमंत कुशवाहा, श्री मोहम्मद अफसर, श्री अनवर सलीम, श्री सलीम अख्तर और श्री विश्वात्मा को महागठबंधन की संचालक समिति में शामिल किया गया। अनुशासन समिति तथा अन्य समितियां बनाने का अधिकार संचालन समिति को दे दिया गया। बैठक में यह भी तय किया गया कि महागठबंधन के प्रचार सामग्री में महात्मा बुद्ध, सम्राट अशोक, एपीजे अब्दुल कलाम, शाहूजी महाराज, रामास्वामी पेरियार और डॉ अफरीदी के फोटोग्राफ अंकित किए जाएंगे। अन्य फोटोग्राफ्स जोड़ने या घटाने का अधिकार संविधान सभा को होगा। यह भी तय किया गया कि आगामी 24 जुलाई को सारनाथ में संविधान सभा की पूर्ण बैठक बुलाई जाए जिसमें सभी गठबंधनों के यथासंभव सभी दलों के अध्यक्ष शामिल हो और वहां पर संविधान के अंतिम मसौदे पर बहस किया जाए और उसको मंजूरी दिया जाए। बैठक में श्री राजकुमार सैनी ने लोगों से अपील किया की महागठबंधन के जन जागरण कार्यक्रम पूरे प्रदेश में यथाशीघ्र और अधिक से अधिक जगहों पर आयोजित हुए जाएं। बैठक में कुल 6 कार्यक्रमों का प्रस्ताव स्वीकार किया गया।

पहला कार्यक्रम 25 जुलाई को चंदौली में होगा जिसका आयोजन व्यवस्था परिवर्तन मंच की ओर से श्री हेमंत कुशवाहा करेंगे।

दूसरा कार्यक्रम 1 अगस्त को श्री अकरम नेशनल अमन पार्टी की ओर से अमरोहा में करेंगे।

तीसरा कार्यक्रम श्री एस पी सिंह गाजियाबाद में आयोजित करेंगे और

वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल चौथा कार्यक्रम औरैया जनपद में 18 अगस्त को आयोजित करेगी।

जन अधिकार मंच की ओर से श्री आई पी कुशवाहा ने दो कार्यक्रम आयोजित करने का प्रस्ताव दिया- पहला 5 सितंबर को सोनभद्र में और दूसरा 6 सितंबर को मिर्जापुर में।

श्री राजकुमार सैनी ने अपील किया इन सभी कार्यक्रमों में सभी घटक दलों को उपस्थित रहना चाहिए।

आगामी उप्र विस चुनाव पर लखनऊ में 8 दलों की बैठक संपन्न हुई, श्री विश्वात्मा ने संविधान सभा में शामिल होने का रखा प्रस्ताव (11 जुलाई 2021)

लखनऊ के जाने माने एक्टिविस्ट और राष्ट्रीय जन मानस पार्टी के अध्यक्ष श्री डीके यादव ने चारबाग के निकट होटल मेजबान में लगभग 10 राजनीतिक दलों और कुछ सामाजिक संगठनों की एक बैठक आयोजित किया। इस बैठक का उद्देश्य था आगामी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर रणनीति बनाना। इस बैठक में नेशनल लिस्ट कांग्रेस पार्टी की तरफ से श्री शब्बीर अहमद विद्रोही श्री शरद पवार के प्रतिनिधि के रूप में शामिल हुए। आइडिया गठबंधन का प्रतिनिधित्व श्री मोहम्मद सुलेमान और श्री विश्वात्मा ने किया। बैठक में अर्जक अधिकार दल अध्यक्ष इंजीनियर रामगोपाल उत्तम, गांधियन पीपल पार्टी के अध्यक्ष श्री जी पी जायसवाल, वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के महासचिव श्री शिवाकांत गोरखपुरी, सर्वजन पार्टी भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संजय प्रसाद सरस्वती, वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष श्री मोहम्मद हबीब, जन एकता मंच के अध्यक्ष श्री केपी यादव आदि लोग उपस्थित थे। बैठक को संबोधित करते हुए श्री विश्वात्मा ने कहा कि हमारा लक्ष्य केवल 2022 का चुनाव ही नहीं होना चाहिए अभी तो हमारा लक्ष्य समस्याओं का स्थाई समाधान करने के लिए एक स्थाई मंच बनाना होना चाहिए उन्होंने कहा कि इससे सामाजिक संगठनों राजनीतिक दलों और गठबंधन ओं का एक साझा मंच बनाने की प्रक्रिया चल रही है जो लिखित संविधान पर काम करेगी संविधान बनाने के लिए एक संविधान सभा का गठन 22 4 जुलाई को लखनऊ में किया गया है उन्होंने आह्वान किया कि इस बैठक में उपस्थित सभी लोगों को संविधान सभा की सदस्यता ग्रहण करनी चाहिए जिससे फूट डालो और शासन करो की नीति कामयाब न होने पाए और दलितों अल्पसंख्यक उनकी जनसंख्या के अनुपात में भागीदारी दिलाने के लिए इस समाज की शक्ति को एकजुट किया जा सके। श्री विश के पूरे संबोधन का वीडियो यहां देखा जा सकता है। 


अरजक अधिकर दल के अध्यक्ष इंजीनियर रामगोपाल ने कहा वर्तमान सरकार शोषण के हर हथियार का इस्तेमाल कर रही है,, पुलिस के जुल्म का पूरा राष्ट्र शिकार है, किसानों पर जबरदस्ती कृषि कानून थोप दिए गए हैं, श्रम कानूनों को नष्ट करके श्रमिकों के अधिकार समाप्त किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश का लोकतंत्र और समतामूलक तथा धर्मनिरपेक्ष संविधान का ढांचा खतरे में है। आय में असमानता, गरीबी और बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। जनता दल इंद्र कुमार गुजराल के राष्ट्रीय महासचिव श्री इंद्र प्रकाश बोदध ने एक मांग पत्र पढ़ते हुए कहा की 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए सभी लोग एकजुट होकर चुनाव लड़े, इसके लिए एक साझा मंच बनाया जाना जरूरी है। उन्होंने बनारस में तथा 11 अक्टूबर को लखनऊ के इको गार्डन मैदान में पार्टी के रैली के विषय में लोगों को बताया।

श्री शरद पवार की पार्टी नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधि श्री शब्बीर अहमद विद्रोही ने कहा कि हमारे पार्टी उसी का साथ देगी जो उत्तर प्रदेश विधानसभा में भाजपा को शिकस्त देने की स्थिति में होगा। गांधियन पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष g p जयसवाल ने कहा कि हमें भाजपा विरोधी शक्तियों को एकजुट करने के लिए काम करना चाहिए। राष्ट्रीय जनवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री वासुदेव ने कहा कि हमें भाजपा के विरोधे वोटों के बिखराव को रोकना होगा। जन एकता मंच के अध्यक्ष श्री के पी यादव और श्री राम कुमार ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि कृषि कानूनों के बारे में अधिकांश लोगों को जानकारी नहीं है। सर्वजन पार्टी भारत के अध्यक्ष श्री संजय प्रसाद सरस्वती ने कहा कि भारत में कम्युनिस्ट पार्टियों का नेतृत्व बुजुर्वा क्रांति को रोकने का काम किया। उन्होंने कहा कि श्रमिक संगठन भारत में वर्क कल्चर विकसित नहीं होने दिया जिसकी प्रतिक्रिया में श्रमिकों के विरुद्ध वातावरण पैदा हो गया। उन्होंने चुनाव सुधारों की वकालत करते हुए कहा कि चुनाव का खर्च राज्य द्वारा उठाया जाना चाहिए। सभा में वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मोहम्मद हबीब ने और इंडियन नेशनल लीग के अध्यक्ष मोहममद सुलेमन ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। 


पूर्व सांसद सुश्री सावित्रीबाई फुले और श्री विश्वात्मा का संगठनों और दलों का एक व्यवस्थित मंच बनाने पर  मंथन हुआ 

लिखित संविधान पर सामाजिक और राजनीतिक संगठनों का एक लोकतांत्रिक, पारदर्शी और व्यवस्थित मंच बनाने के मुद्दे पर श्री विश्वात्मा का भारतीय जनता पार्टी की पूर्व सांसद सुश्री सावित्रीबाई फुले के बीच में गंभीर मंथन हुआ। इस विमर्श में जाने-माने बहुजन चिंतक श्री अक्षयवरनाथ नाथ कनौजिया भी शामिल हुए। वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल की ओर से पार्टी के केन्द्रीय महासचिव श्री शिवाकांत गोरखपुरी और नवीन कुमार भी विमर्श में शामिल हुए। यह चर्चा सुश्री सावित्रीबाई फुले के निवास ओमेगा सिटी में शुक्रवार के शाम संपन्न हुई। सुश्री सावित्रीबाई फुले ने कहा कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सांसद रहते हुए भारतीय जनता पार्टी की साजिश का पर्दाफाश किया। उन्होंने कहा कि भाजपा भारत के संविधान के लिए बड़ा खतरा है, इसलिए भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए बाकी सभी लोगों को एकजुट होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि इस एकजुटता में हमें ऐसे लोगों से सावधान रहना पड़ेगा, जो बाहर बाहर तो भाजपा को रोकने की बातें करते हैं लेकिन अंदर अंदर वह भाजपा से मिले हुए हैं।


श्री विश्वात्मा ने कहा कि किसी की जुबान से उसके नियति के बारे में निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार नारको टेस्ट होता है और उसमें इंसान के मन में मौजूद सच्ची बात बाहर आ जाती है, उसी प्रकार हम लोगों के टेस्ट के लिए लिखित संविधान की एक व्यवस्था बनाना होगा। वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के नीति निर्देशक ने कहा कि संविधान का अनुशासन मानने के लिए जो संगठन और जो व्यक्ति तैयार नहीं होगा, उसकी नियति निश्चित रूप से संदेहास्पद होगी। ऐसे व्यक्ति के जनद्रोही आचरण के विषय में सामूहिक रूप से सभी संगठन मिलकर जनता को बताएंगे, तो ऐसे व्यक्ति की साजिश कामयाब नहीं होगी। किंतु जब तक पारदर्शिता की परीक्षा के लिए लिखित संविधान की कोई व्यवस्था नहीं बनती, तब तक किसी भी व्यक्ति के नियति पर प्रश्न उठाना गलत होगा। क्योंकि ऐसा करने से लोगों को जोड़ने में बाधा पहुंचेगी। चर्चा के अंत में श्री अक्षयवरनाथ नाथ कनौजिया और सुश्री सावित्रीबाई फुले ने कहा के लिखित संविधान के आधार पर एक व्यवस्थित मंच तैयार करना सही दिशा में उठाया गया कदम है। दोनों ने कहा कि हम लोग इस प्रक्रिया में साथ चलेंगे।

40 राजनीतिक दलों के 4 गठबंधनों की संयुक्त प्रेस वार्ता प्रेस क्लब लखनऊ में आयोजित की गई

प्रेस क्लब में व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा, लोकतंत्र सुरक्षा संयुक्त मोर्चा, सर्व दल एकता मंच और भारतीय जनतंत्रिक गठबंधन, IDA की साझा प्रेस वार्ता 

5 जुलाई, 2021 लखनऊ। दलितों पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को सत्ता और संपत्ति में भागीदारी दिलाने के लिए 40 राजनीतिक दलों के 4 गठबंधनों की संयुक्त प्रेस वार्ता प्रेस क्लब लखनऊ में आयोजित की गई। प्रेस वार्ता को पूर्व सांसद श्री राजकुमार सैनी, पूर्व सांसद श्री इलियास आजमी और इंडियन डेमोक्रेटिक एलाइंस के प्रतिनिधि विश्वात्मा भरत गांधी ने संबोधित किया। सांसद श्री राजकुमार सैनी कहा कि हमारे महागठबंधन की सरकार आने पर प्रतिवर्ष एक जाति से एक मुख्यमंत्री व 5 जातियों से पांच उपमख्यमंत्री बनाया जाएगा। इस प्रकार 5 वर्ष के कार्यकाल में सत्ता में 30 जातियों का समायोजन हो सकेगा। उन्होंने दलितों पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के समाज से आने वाले राजनीतिक दलों को आगामी 2022 का विधानसभा चुनाव संयुक्त रूप से लड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सभी गठबंधनों के  सहयोग से साझी संविधान सभा और कोर कमेटी बनाई जाएगी। संविधान सभा विवादित मुद्दों को सुलझाने व्यवस्था निर्मित करेगी। कोर कमेटी विवादों को सुलझाने का प्रयास करेगी। समान शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, जनसंख्या अनुपात आधारित राजनीतिक और आर्थिक अधिकार सुनिश्चित कराना गठबंधन का मुख्य उद्देश्य होगा। गठबंधन किसानों व मजदूरों को न्याय देने के लिए काम करेगा। 

भारतीय जनतंत्र का गठबंधन के प्रतिनिधि श्री विश्वात्मा भरत गांधी ने कहा कि गठबंधनों के सदस्य दलों को सुचारू ढंग से चलाने के लिए सभी गठबंधन के घटक दल सामूहिक रूप से ऐसी नियमावली और संविधान बनाएंगे, जिससे सभी प्रदेशों के अन्य सभी उन राजनीतिक दलों के लिए एक साझा मंच मिल सके, जो सत्ता और संपत्ति में अनुसूचित जातियों, जनजातियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को जनसंख्या के अनुपात में भागीदारी देने के लिए कार्यरत हैं। प्रेस वार्ता मैं लगभग 40 राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रतिनिधि शामिल हुए। प्रेस वार्ता में व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा , इंडियन डेमोक्रेटिक एलाइंस, संयुक्त लोकतंत्र रक्षा मोर्चा व सर्वदल एकता मंच ने भाग लिया। प्रेस वार्ता में श्री महेंद्र यादव, श्री आईपी कुशवाहा, श्री नीरज प्रजापति, श्री नंदराम प्रजापति, श्री चौधरी आर एन मानव, श्री मोहम्मद सुलेमान आदि लोग मौजूद थे।आज दिनांक 4 साथ 2021 रविवार को 40 राजनीतिक दलों के नेशनल अध्यक्षों की मीटिंग हुई जिसमें निर्णय लिया गया कि बिना किसी बड़े राजनीतिक दल के अपने बलबूते शोषित वंचित समाजों के साथ सौतेले व्यवहार को खत्म करने के लिए लड़ाई खुद लड़ी जाएगी जिसमें वंचित समाजों की भागीदारी जनसंख्या अनुपात में रखी जाएगी चाहे राजनीतिक हो या प्रशासनिक हिस्सेदारी संयुक्त रूप से आगामी 10 दिन के अंदर एक साझा प्रोग्राम के जरिए कोर कमेटी का गठन किया जाएगा जिसमें नंबर 1 व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा दूसरा सर्व दल एकता मंच तीसरा इंडियन डेमोक्रेटिक एलाइंस चौथा संयुक्त लोकतंत्र सुरक्षा मोर्चा के सहयोग से बनाई जाएगी और सामान शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार को जनसंख्या अनुपात आधारित अधिकार सुनिश्चित कराएगी जो विवादित मुद्दों को सुलझाने का प्रयास करेगी और सामान शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार को जनसंख्या अनुपात आधारित अधिकार सुनिश्चित कराएगी और किसान व मजदूर के लिए विशेष नीति लाएगी पहला 1 वर्ष के लिए एक सीएम व पांच डिप्टी सीएम बना कर वह 5 वर्ष में 5 सीएम व 25 डिप्टी सीएम दूसरा लोकतंत्र को बचाने के लिए संविधान को पूर्ण रुप से लागू करना है तीसरा 90 बटा तक की भागीदारी को शहीद जगदेव बाबू की लड़ाई को आगे बढ़ाना है 4 एक परिवार एक रोजगार हर व्यक्ति को मिलेगा सभी को सम्मान प्रतिनिधित्व प्रदान करेगी.

भागीदारी संकल्प मोर्चा और भारतीय जनतान्त्रिक गठबंधन, IDA की संयुक्त बैठक लखनऊ में संपन्न हुई, संयुक्त प्रेस वार्ता नहीं हो पाई (04 जुलाई 2021)  

लखनऊ, हजरतगंज स्थित कसमंडा हाउस में दो गठबंधनों की साझी बैठक 4 जुलाई दिन रविवार को शाम 5 बजे से 7 के बीच संपन्न हुई। इस बैठक में भागीदारी संकल्प मोर्चा की ओर से पूर्व मंत्री श्री ओमप्रकाश राजभर और पूर्व मंत्री श्री बाबू सिंह कुशवाहा तथा इस गठबंधन के अन्य दलों के अध्यक्ष शामिल हुए। भारतीय जनतंत्र गठबंधन, (IDA) की ओर से बैठक में गठबंधन से जुड़े दलों के लगभग एक दर्जन राष्ट्रीय अध्यक्ष शामिल हुए। बैठक के प्रारंभ में श्री विश्वात्मा ने कहा कि हम एक ऐसा गठबंधन बनाने की ओर अग्रसर हैं, जो केवल चुनाव के लिए न बने, अपितु वंचित समुदायों के सत्ता और संपत्ति में भागीदारी का उद्देश्य जब तक प्राप्त न हो जाए, तब तक के लिए बने। उन्होंने कहा कि जो धर्मांध शक्तियां इस समय सत्तासीन है, वह सत्ता प्राप्त करने के लिए और सत्ता में बने रहने के लिए क्रूर, हिंसक, शोषक, झूठ और अपराध में विश्वास करने वाली, लोकतंत्र और संविधान विरोधी और सांस्कृतिक पतधस्पर्धा में लिप्त हैं। इसलिए यूपीए और एनडीए जैसे अव्यवस्थित गठबंधन का कोई भी चेहरा इन शक्तियों के साम, दाम, दंड, भेद का शिकार हो सकता है।


श्री विश्वात्मा ने कहा कि इसीलिए यह गठबंधन एक लिखित संविधान पर संचालित किया जाना चाहिए, जहां किसी व्यक्ति का शासन न हो, अपितु नियमों का शासन हो। गठबंधन का नेतृत्व और कार्यसमिति गठबंधन के लिखित संविधान से पैदा हो। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन केवल पार्टियों का मंच न हो, अपितु यह गठबंधनों का भी साझा मंच होना चाहिए। उन्होंने कहा कि गठबंधन का लिखित संविधान इसलिए जरूरी है, क्योंकि यूपीए और एनडीए ने भारत के संविधान को खूंटी पर लटका कर शासन करना शुरू कर दिया है। इन गठबंधनों पर भारत के चुनाव आयोग का कोई वश नहीं है। यूपीए और एनडीए का लिखित संविधान नहीं है। इसलिए वह न तो भारत की जनता के प्रति उत्तरदाई हैं और न तो भारत के संविधान के प्रति। उन्होंने कहा कि आमतौर पर गठबंधन नेताओं की महत्वाकांक्षा की पूर्ति के साधन होते रहे हैं। इनका जनता के कल्याण और उनको न्याय देने से कोई संबंध नहीं होता।


श्री विश्वात्मा के सुझाव पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मंत्री श्री बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा कि राजनीति में हमें व्यावहारिक होना चाहिए। यह कहकर उन्होंने संकेत दिया कि भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन IDA के सदस्य दल भागीदारी संकल्प मोर्चा का हिस्सा बन जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि जनता के प्रति बेवफा लोग जीवन में कामयाब होते रहे हैं। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि बाबा साहब अबेडकर के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले जगजीवन राम जीवन भर सत्ता सुख भोगे और बाद में उनकी आगामी पीढ़ियां भी सत्ता में बनी रहीं।


श्री विश्वात्मा ने अपनी बातों को और अधिक स्पष्ट करते हुए आग्रह किया कि पतित होना, भ्रष्ट होना, बेवफा होना अधिकांश लोगों की प्रकृति है। लेकिन यह संस्कृति नहीं है। उन्होंने कहा कि संस्कृति ऐसे आचरण के विरुद्ध खड़ी होती है। आदर्श ऐसे आचरणों के विरुद्ध खड़े होते हैं। उन्होंने कहा कि समाज आदर्शों पर चलता है, प्रकृति सुलभ पतित और अपराधिक व्यवहारों पर नहीं। उन्होंने कहा कि इसीलिए उनके सपनों का गठबंधन व्यावहारिक होने का नाम पर इंसान, खासकर नेताओं के पतित स्वभाव का समर्थन न करके उस पर अंकुश लगाने का काम करेगा। जब श्री कुशवाह ने पूंछा कि गठबंधन का कोई दल और कोई नेता गठबंधन के विधि विधान और आदर्शों के विरुद्ध जाए और लोभ व लालच के वशीभूत गठबंधन छोड़कर चला जाए तो हम उसका क्या बिगड़ सकते है? श्री विश्वात्मा ने कहा कि गठबंधन का लिखित संविधान गठबंधन का संविधान तोड़ने वालों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही के प्रावधान भी करेगा। इन प्रावधानों के तहत मीडिया में ऐसे नेताओं का पर्दाफाश करने से लेकर कानूनी सजा तक के प्रावधान किए जा सकते हैं।


IDA गठबंधन के प्रोसेसर सुलेमान खान और गठबंधन के संयोजक श्री साहिब सिंह धनखड़ ने भी अपने भी सुझाव रखे। श्री धनगढ़ ने गठबंधन की ओर से चुनी हुई विधानसभा सीटों की सूची श्री कुशवाहा के सामने प्रस्तुत किया और निवेदन किया कि भागीदारी संकल्प मोर्चा इन सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़ा न करें या संवाद करके ऐसा रास्ता निकालें, जिससे किसी भी सीट पर टकराव की स्थिति पैदा न हो। जिससे दलितों, पिछड़ों तथा अल्पसंख्यकों के मतों का विभाजन रोका जा सके। IDA की ओर से बैठक में इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद सुलेमान, स्वतंत्र जनता राज पार्टी के अध्यक्ष श्री घनश्याम कोरी, समदर्शी समाज पार्टी के अध्यक्ष श्री चंद्र भान सिंह पटेल, मानव क्रांति पार्टी के अध्यक्ष चौधरी आर एन मानव, राष्ट्रीय जनवादी पार्टी (सोसलिस्ट) के अध्यक्ष मेजर अमर सिंह चौहान, भारतीय सबका दल के अध्यक्ष ईश्वर दयाल सेठ, अभय समाज पार्टी के अध्यक्ष श्री शत्रुघ्न सिंह निषाद  और वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के प्रमुख श्री विश्वात्मा भरत गांधी प्रमुख थे.


चर्चा के बाद सहमति बनी कि भागीदारी संकल्प मोर्चा गठबंधन के लिखित संविधान के प्रस्ताव को स्वीकार करता है। यह भी सहमति बनी कि दोनों ही गठबंधनों के सदस्य दल मिलकर आगामी विधानसभा चुनाव 2022 लड़ेंगे। अंत में सर्व सम्मति से तय किया गया कि कल यानी 5 जुलाई २०२१ को 12:00 बजे प्रेस वार्ता करके उक्त जानकारी मीडिया को दिया जायेगा।अगले दिन 5 जुलाई को आइडिए के सभी सदस्य दलों के अध्यक्ष प्रेस वार्ता के लिए नियत स्थान पर ठीक 12:00 बजे पहुंच गये किंतु दुर्भाग्यवश भागीदारी मोर्चा की ओर से प्रेस वार्ता स्तर पर न तो श्री बाबू सिंह कुशवाहा पहुंचे और न तो श्री ओमप्रकाश राजभर। बाद में 3 बजे संपन्न हुई बैठक में श्री बाबू सिंह कुशवाहा ने आइडिए गठबंधन के पार्टी अध्यक्षों के समक्ष अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि हम लोगों का संवाद आगे भी जारी रहेगा। अभी सब कुछ खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि हम दोनों ही पक्षों को और अधिक सोचने की जरूरत है। दोनों ही गठबंधनों के साझे भविष्य का इतिहास लिखा जाना अभी बाकी है। (रिपोर्ट 6 जुलाई 2021)

लखनऊ में राजनीतिक दलों के 4 गठबंधनों ने आपस में एकजुट होने की कवायद शुरू की (04 जुलाई 2021)  

लखनऊ के प्रीमियर होटल में आज एक महत्वपूर्ण घटना घटी। होटल के सभागार में राजनीतिक दलों के चार गठबंधनों ने सामूहिक बैठक आयोजित की। इस बैठक में व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा, सर्व दल एकता मंच, भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन व संयुक्त लोकतंत्र सुरक्षा मोर्चा से जुड़े लगभग 40 राजनीतिक दल शामिल हुए। इस बैठक की मेजबानी राष्ट्रीय जस्टिस पार्टी के अध्यक्ष पूर्व सांसद श्री इलियास आजमी ने की। बैठक का संयोजन संयुक्त लोकतंत्र सुरक्षा मोर्चा के संयोजक और हरियाणा के पूर्व सांसद श्री राजकुमार सैनी ने किया। बैठक का संचालन श्री आई पी कुशवाहा ने किया। काशीराम बहुजन मूलनिवासी पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व सांसद सुश्री सावित्री बाई फूले ने भी इस बैठक में अपने विचार व्यक्त किए।

इस बैठक में मुख्य रूप से इस विषय पर विचार किया गया कि आसन्न उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 के चुनाव को सामूहिक रूप से कैसे लड़ा जाए, जिससे दलितों पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के वोटों का विभाजन रोका जा और उनको जनसंख्या के अनुपात में सत्ता और संपत्ति में इन वर्गों को भागीदारी दिलाया जा सके।व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा के संयोजक श्री हेमंत कुशवाहा ने इस बात पर जोर दिया कि तानाशाही की प्रवृत्ति को देखते हुए हमें किसी भी दशा में बड़े राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए। श्री कुशवाहा ने कहा कि चुनाव बहुत दूर नहीं है, इसलिए हमें सोचने-समझने में ज्यादा वक्त बर्बाद नहीं करना चाहिए और तत्काल पूरे प्रदेश में सभी राजनीतिक दल मिलकर जनसभाओं का सिलसिला शुरू कर दें। श्री कुशवाहा के विचारों से पूरा सदन सहमत दिखाई पड़ा। 

बैठक में संयुक्त लोकतंत्र मोर्चा के संयोजक श्री राजकुमार सैनी ने अपने संबोधन में एकजुटता दलों और गठबन्धनों में एकजुटता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि क्यों ना हम सभी गठबंधन के लोग मिलकर एक गठबंधन बना ले और उस साझे गठबंधन का नामकरण कर दें? श्री सैनी द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को सभी लोगों ने उचित पाना। किंतु भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन के संयोजक श्री साहब सिंह धनगर ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि इस बैठक में निमंत्रित करते वक्त किसी नए गठबंधन के गठन का एजेंडा नहीं भेजा गया था। उन्होंने कहा कि इस बैठक का संयोजन मात्र उत्तर प्रदेश विधानसभा में छोटे-छोटे दलों में एकजुटता पैदा करने पर अपने विचार व्यक्त करने के लिए बुलाया गया था, इसीलिए इस बैठक में किसी भी गठबंधन को भंग करके किसी नए गठबंधन का गठन करने और उसका नया नामकरण करना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें आगे भी विचार जारी रखना चाहिए। और अगर ऐसा करना जरूरी हो तो उचित प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए।

 इस विषय में भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन (IDA) की ओर से बैठक में शामिल हुए वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के नीति निर्देशक और राजनीतिक व आर्थिक सुधारों और आध्यात्मिक विषयों पर कई दर्जन पुस्तकों के लेखक श्री विश्वात्मा भरत गांधी ने कहा कि जो दल और जो गठबंधन यहां बैठक में शामिल नहीं है, उनको भी विश्वास में लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गठबंधन मात्र 2022 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर नहीं बनाया जाना चाहिए अपितु स्थाई होना चाहिए। श्री विश्वात्मा ने सुझाव रखा कि हितों के टकराव और स्वाभिमान का समन्वय करने के लिए जरूरी है कि गठबंधन लिखित संविधान पर काम करें। उन्होंने प्रस्ताव रखा कि सभी गठबंधनों के संबंधित राजनीतिक दल सामूहिक रूप से एक संविधान सभा का गठन करें, जिसमें सभी पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस संविधान सभा के पदेन सदस्य हों। उन्होंने सुझाव दिया कि संविधान सभा जो नियम और विधि-विधान तैयार करें, उसी के अनुरूप गठबंधन का नेतृत्व पैदा हो और कार्यसमिति का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि विवादित मुद्दों का निस्तारण किस प्रक्रिया से किया जाएगा, यह विषय भी संविधान सभा का होना चाहिेए। 

श्री हरिशंकर सफरीवाला ने श्री विश्वात्मा के प्रस्ताव का अनुमोदन किया। उन्होंने कहा कि बिना लिखित संविधान के गठबंधन का सुचारू और लोकतांत्रिक संचालन संभव नहीं हो सकता। उन्होंने स्वयं अपने द्वारा निर्मित गठबंधन के संविधान का प्रारूप लोगों को वितरित किया और कहा कि संविधान सभा अपना संविधान बनाते वक्त इस दस्तावेज की मदद ले सकता है। पूर्व आईएएस अधिकारी और सम्यक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री तपेंद्र शाक्य ने कहा कि हमें अपने मोर्चे के उद्देश्य को ठीक से परिभाषित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सद्भावना पर विशेष ध्यान देना चाहिए और समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी से गठबंधन करने का विचार नहीं बनाना चाहिए।  

बैठक में सभी गठबंधनों से जुड़े कई राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। सभी ने एकजुटता की जरूरत बताया। बैठक में सबसे अधिक संख्या में भारतीय जनतंत्र गठबंधन से जुड़े दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष शामिल हुए। इनमें इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद सुलेमान, स्वतंत्र जनता राज पार्टी के अध्यक्ष श्री घनश्याम कोरी, समदर्शी समाज पार्टी के अध्यक्ष श्री चंद्र भान सिंह पटेल, मानव क्रांति पार्टी के अध्यक्ष चौधरी आर एन मानव, राष्ट्रीय जनवादी पार्टी (सोसलिस्ट) के अध्यक्ष मेजर अमर सिंह चौहान, भारतीय सबका दल के अध्यक्ष ईश्वर दयाल सेठ, अभय समाज पार्टी के अध्यक्ष श्री शत्रुघ्न सिंह निषाद  प्रमुख थे. अंत में सर्व सम्मति से तय किया गया कि कल यानी 5 जुलाई २०२१ को लखनऊ प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता करके उक्त जानकारी मीडिया को दिया जायेगा.