भारतीय महा गठबंधन (IGA) के सदस्य दलों और संगठनों के खिलाफ प्राप्त शिकायतों पर कार्यवाही

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भारतीय जानतांत्रिक गठबंधन IDA के संयोजक और इसके 8 सदस्यों द्वारा बिना कारण बताये भारतीय महागठबंधन से विश्वासघात करते हुए किसी अन्य गठबंधन में शामिल होने और धन उगाही के आरोपों पर कारण बताओ नोटिस

भारतीय महागठबंधन के न्यायिक परिषद की नोटिस

सेवामें,

1. श्री साहब सिंह धनगर उर्फ़ भैयाजी, अध्यक्ष- राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी

2. श्री मौहम्मद सुलेमान, अध्यक्ष- इण्डियन नेशनल लीग

3. श्री चन्द्रभान सिंह पटेल, अध्यक्ष- समदर्शी समाज पार्टी

4. श्री अखिलेश सैनी, अध्यक्ष- अखण्ड समाज पार्टी

5. श्री ईश्वर दयाल सिंह सेठ, अध्यक्ष- भारतीय सबका दल

6. श्री शत्रुघ्न निशाद, अध्यक्ष- अभय समाज पार्टी

7. श्री सूबेदार मेजर अमर सिंह चौहान, अध्यक्ष- राष्ट्रीय जनवादी पार्टी ( सोशलिस्ट )

9. श्री घनश्याम कोरी, अध्यक्ष- स्वतंत्र जनता राज पार्टी

 

विषय – एससी, एसटी, ओबीसी, गरीब और मध्य वर्ग के बीच फूट डालने और शोषण करने में शामिल होने के आरोप पर भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन IDA को और उससे जुड़ेपार्टियों के अध्यक्षों को कारण बताओ नोटिस

महोदय,

भारतीय महागठबंधन से विश्वासघात करते हुए आप लोगों की ओर से भारतीय महा गठबंधन को बिना कारण बताये आप लोगों द्वारा किसी दूसरे गठबंधन में शामिल होने की खबर प्रकाशित हुई है. साथ ही आप लोगों द्वारा अपने आप को अपनी-अपनी जातियों की वोट बैंक के एजेंट होने की दावेदरी करते हुए बड़े जनाधार वाले दलों सेऔर कुछ अन्य राजनीतिक व्यक्तियों से धन उगाही का आरोप प्रकाश में आया है. यदि यह खबरें सही है तो आप सभी लोगों पर भारतीय महागठबंधन से विश्वासघात करने का, महा गठबंधन के संविधान का उल्लंघन करते हुए बहुसंख्यक एससी, एसटी, ओबीसी, गरीब और मध्य वर्ग के बीच फूट डालने और उनका शोषण करने में शामिल होने का आरोप बनता है. आरोपों की सूची इस नोटिस के साथ संलग्न है

 

अतः आप लोगों से निवेदन है कि उक्त आरोप पर ऑनलाइन फॉर्म https://mgc.world/coalition/complaints-against-members/ के माध्यम से 15 दिन के भीतर (25 दिसंबर, 2021 तक) स्पस्टीकरण भेजने की कृपा करें. स्पस्टीकरण प्राप्त नहीं होने पर आरोप सही माने जायेंगे और अनुशाशानात्मक कार्यवाहियां भी की जायेंगी. उक्त आरोप से सम्बंधित समाचार की कतरन नीचे संलग्न है.

नोटिस प्रेषक

वसी अहमद

उपाध्यक्ष – न्यायिक परिषद- उत्तर प्रदेश

कार्यकारी अध्यक्ष- आल इंडिया मुस्लिम मजलिस और भारतीय महा गठबंधन

(IGA) की संविधान सभा का सदस्य

लखनऊ,

(10 दिसंबर, 2021)

संलग्नक- आरोपों की सूची

प्रति प्रेषित –

श्री वामन मेश्राम , अध्यक्ष बामसेफ, 11263 /14 जमीन तल, डोरीवालान, करोल बाग, दिल्ली110005, को कुछ विषयों पर स्पस्तीकरण देने के आशय से प्रेषित, कि-

1)      क्या उक्त आरोपों की जानकारी होने के वावजूद और भारतीय महागठबंधन द्वारा जारी अनापत्ति प्रमाण पत्र के बिना आप आरोपीगण को अपने महा गठबंधन में

शामिल किये?

2)      

परिणामस्वरूप आप और आपका संगठन एससी, एसटी, ओबीसी, गरीब, मध्य वर्ग और धार्मिक अल्पसंख्यकों के बीच फूट डालने और शोषण करने की शाजिश में भागीदार हैं?

3)      यदि आप और आपका संगठन उक्त साजिश में शामिल नहीं है, तो कृपया भारतीय महागठबंधन के ऑनलाइन फॉर्म https://mgc.world/coalition/complaints-against-members/ के माध्यम से 15 दिन के भीतर (25 दिसंबर, 2021 तक) पर अपने कार्यालय की ओर से स्पस्टीकरण भेजने की कृपा करें.

वसी अहमद

उपाध्यक्ष – न्यायिक परिषद- उत्तर प्रदेश

संलग्नक – 1

भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन IDA और उससे जुड़े पार्टियों के अध्यक्षों पर आरोपों की सूची

भारतीय महा गठबंधन IGA की संविधान सभा की बैठक के दौरान भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन IDA और उससे जुड़े पार्टियों के अध्यक्षों पर सामनेआये आरोप निम्नलिखित है-

1.      इस गठबंधन के संयोजक राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के प्रमुख श्री धनगढ़ जी बहुत से लोगों को टेलीफोन करके यह शिकायत कर रहे हैं कि भारतीय महागठबंधन के सदस्य और लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के अध्यक्ष श्री राजकुमार सैनी जी उनको और उनके गठबंधन के पार्टी अध्यक्षों को पैसा नहीं दे रहे हैं। श्री धनगर का यह आचरण इस आधार पर अनुचित ठहराया गया कि महागठबंधन के कोष के माध्यम से महागठबंधन के सभी सदस्य दलों पर खर्च किया जा सकता है किंतु एक पार्टी द्वारा दूसरी पार्टी के लिए खर्च करना अनैतिक और गैरकानूनी है।

2.      इस गठबंधन के सभी पार्टी अध्यक्ष; जो लोग एकजुटता संदेश यात्रा में शामिल हुए उन्होंने श्री राजकुमार सैनी से डीजल के नाम पर पैसे लिये। यह भी कहा गया कि श्री राजकुमार सैनी से इस गठबंधन के संयोजक और कुछ पार्टियों के अध्यक्ष अधिक से अधिक धन उगाही में लगे रहते हैं। श्री सैनी से पैसा प्राप्त करना इस गठबंधन के संयोजक और कुछ पार्टियों के अध्यक्ष अपना अधिकार समझने की गलती करते है.

3.      इस गठबंधन के संयोजक और इस गठबंधन से जुड़े कुछ पार्टी अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के पूर्व विधायक के पास जाकर 4 करोड रुपए की मांग किया।

4.      इस गठबंधन के संयोजक और उनके साथ कुछ पार्टी अध्यक्ष उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार के एक मंत्री से मुलाकात करके इसी तरह की मांग किया। यह मांग उन्होंने प्रदेश के उन जातियों की वोट दिलाने के नाम पर किया जिन जातियों के पार्टी अध्यक्ष उनके गठबंधन में शामिल हैं।

5.      जब जब महा गठबंधन की बैठक होती हैं तो इस गठबंधन के संयोजक महागठबंधन की प्रगति और उपलब्धियों की चर्चा न करके मात्र ऐसी शिकायतों की चर्चा करते हैं, जो बातें महागठबंधन के सदस्यों को हतोत्साहित कर सकें।

6.      इस गठबंधन के संयोजक ने सार्वजनिक बयान देते हुए यह कहा कि वह भारतीय महागठबंधन के संविधान को और सिस्टम को नहीं मानते। जबकि अपने वक्तव्य के विपरीत उन्होंने संविधान स्वीकार करने के घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर कर रखा है।

7.      किसी पार्टी का एक अध्यक्ष अगर उक्त गलतियाँ करता है तो महागठबंधन को नुकसान कम होता है किंतु यदि महागठबंधन के किसी घटक गठबंधन का संयोजक इस तरह की गलती करता है तो इससे महागठबंधन की छवि को भारी आघात पहुंचता है।

8.      इस गठबंधन के संयोजक और इनके कुछ पार्टी अध्यक्षों के गलत आचरण के कारण महागठबंधन की छवि यह बनती जा रही है कि जैसे महागठबंधन मात्र बड़े जनाधार की पार्टियों से पैसे की उगाही के लिए बनाया गया हो। यह भी कहा गया कि संविधान सभा की आज (09 नवम्बर) की बैठक में इस घटक गठबंधन का एक भी सदस्य उपस्थित नहीं

है। यह महज संयोग नहीं हो सकता। अपितु यह एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है। इसी रणनीति के तहत संविधान सभा का की बैठक का बहिष्कार किया गया है।

9.      इस गठबंधन से जुड़ी जिन पार्टियों के अध्यक्षों पर आरोप है उनकी सूची निम्न लिखित है-

1. श्री साहब सिंह धनगर उर्फ़ भैयाजी, अध्यक्ष- राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी,

2. श्री मौहम्मद सुलेमान, अध्यक्ष- इण्डियन नेशनल लीग,

3. श्री चन्द्रभान सिंह पटेल, अध्यक्ष- समदर्शी समाज पार्टी,

4. श्री अखिलेश सैनी, अध्यक्ष- अखण्ड समाज पार्टी,

5. श्री ईश्वर दयाल सिंह सेठ, अध्यक्ष- भारतीय सबका दल

6. श्री शत्रुघ्न निशाद, अध्यक्ष- अभय समाज पार्टी

7. श्री सूबेदार मेजर अमर सिंह चौहान, अध्यक्ष- राष्ट्रीय जनवादी पार्टी ( सोशलिस्ट

8. श्री घनश्याम कोरी, अध्यक्ष- स्वतंत्र जनता राज पार्टी

 
 

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आर एन मानव द्वारा भारतीय महागठबंधन और राष्ट्रीय भागीदारी मंच से विश्वासघात करते हुए भाजापा को समर्थन पत्र देने के आरोपों पर कारण बताओ नोटिस

भारतीय महागठबंधन के न्यायिक परिषद की नोटिस

सेवामें

श्री आर. एन. मानव (राम नरेश चौधरी)

मानव क्रान्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष

10 दिसंबर, 2021

विषय – बहुसंख्यक एससी, एसटी, ओबीसी, गरीब और मध्य वर्ग के बीच फूट डालने और शोषण करने में शामिल होने का आरोप स्पष्टीकरण.

महोदय,

भारतीय महागठबंधन से विश्वासघात करते हुए आप की ओर से भारतीय जनता पार्टी (भाजापा) को समर्थन करने की खबर प्रकाशित हुई है. यदि यह खबर सही है तो आप पर भारतीय महागठबंधन

से विश्वासघात करने का, महा गठबंधन के संविधान का उल्लंघन करते हुए बहुसंख्यक एससी, एसटी, ओबीसी, गरीब और मध्य वर्ग के बीच फूट डालने और शोषण करने में शामिल होने का आरोप बनता है.

अतः आपसे निवेदन है कि उक्त आरोप पर निम्नलिखित ऑनलाइन फॉर्म के माध्यम से 15 दिन के भीतर (25 दिसंबर 2021 तक) स्पष्टीकरण भेजने की कृपा करें. स्पष्टीकरण प्राप्त नहीं होने पर आरोप सही माने जायेंगे. यह जानकारी मीडिया में और जन साधारण को दे दी जायेगी. साथ ही अन्य अनुशासनात्मक कार्यवाहियां भी की जायेंगी. उक्त आरोप से सम्बंधित समाचार की कतरन नीचे संलग्न है.

नोटिस प्रेषक

वसी अहमद

उपाध्यक्ष – न्यायिक परिषद- उत्तर प्रदेश

कार्यकारी अध्यक्ष- आल इंडिया मुस्लिम मजलिस और

भारतीय महा गठबंधन (IGA) की संविधान सभा का सदस्य

लखनऊ,

(10 दिसंबर, 2021)

प्रति प्रेषित –

1.      श्री स्वतंत्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी, काली दास मार्ग, लखनऊ , उत्तर प्रदेश को स्पस्टीकरण देने हेतु प्रेषित कि क्या उक्त आरोप की जानकारी होने के वावजूद भारतीय महागठबंधन द्वारा जारी अनापत्ति प्रमाण पत्र के बिना आप आरोपी को अपनी पार्टी का टिकट देकर और अपनी पार्टी के साथ गठबंधन में शामिल करके क्या आप और आपकी पार्टी एससी, एसटी, ओबीसी, गरीब और मध्य वर्ग के बीच फूट डालने और उनका शोषण करने की शाजिश के तहत उक्त आरोप में भागीदार हैं? यदि आप इस साजिश में शामिल नहीं है तो कृपया भारतीय महागठबंधन के ईमेल vpimedia.central@gmail पर अपने कार्यालय की ओर से स्पस्टीकरण भेजने के निवेदन के साथ प्रेषित.

2 श्री जे पी नड्डा, अध्यक्ष- भारतीय जनता पार्टी, दीन दयाल उपाध्याय मार्ग, नई दिल्ली को उक्त आरोप के विषय में श्री स्वतंत्र सिंह, उ. प्र. प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी से स्पस्टीकरण मांगने और भारतीय महागठबंधन के ईमेल vpimedia.central@gmail पर भेजने के निवेदन के साथ प्रेषित.

वसी अहमद

उपाध्यक्ष – न्यायिक परिषद- उत्तर प्रदेश

 
 

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इं. सुनील कुशवाहा द्वारा भारतीय महागठबंधन से विश्वासघात करते हुए भाजापा को समर्थन करने के आरोपों पर कारण बताओ नोटिस

भारतीय महागठबंधन के न्यायिक परिषद की नोटिस

सेवामें

श्री इं. सुनील कुशवाहा

प्रगतिशील समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष

विषय – बहुसंख्यक एससी, एसटी, ओबीसी, गरीब और मध्य वर्ग के बीच फूट डालने और शोषण करने में शामिल होने के आरोप पर कारण बताओ नोटिस.

महोदय,

भारतीय महागठबंधन से विश्वासघात करते हुए आप की ओर से भारतीय जनता पार्टी (भाजापा) को समर्थन करने की खबर प्रकाशित हुई है. यदि यह कबर सही है तो आप पर भारतीय महागठबंधन

से विश्वासघात करने का, महा गठबंधन के संविधान का उल्लंघन करते हुए बहुसंख्यक एससी, एसटी, ओबीसी, गरीब और मध्य वर्ग के बीच फूट डालने और शोषण करने में शामिल होने का आरोप बनता है.

अतः आपसे निवेदन है कि उक्त आरोप पर निम्नलिखित ऑनलाइन फॉर्म के माध्यम से 15 दिन के भीतर (25 दिसंबर 2021 तक) स्पस्टीकरण भेजने की कृपा करें. स्पस्टीकरण प्राप्त नहीं होने पर आरोप सही माने जायेंगे. यह जानकारी मीडिया में और जन साधारण को दे दी जायेगी. साथ ही अन्य अनुशाशानात्मक कार्यवाहियां भी की जायेंगी. उक्त आरोप से सम्बंधित समाचार की कतरन नीचे संलग्न है .

नोटिस प्रेषक

वसी अहमद

उपाध्यक्ष – न्यायिक परिषद- उत्तर प्रदेश

कार्यकारी अध्यक्ष- आल इंडिया मुस्लिम मजलिस और

भारतीय महा गठबंधन (IGA) की संविधान सभा का सदस्य

लखनऊ,


प्रति प्रेषित –

1.      श्री स्वतंत्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी, काली दास मार्ग, लखनऊ , उत्तर प्रदेश को स्पस्टीकरण देने हेतु प्रेषित कि क्या उक्त आरोप की जानकारी होने के वावजूद भारतीय महागठबंधन द्वारा जारी अनापत्ति प्रमाण पत्र के बिना आप आरोपी को अपनी पार्टी का टिकट देकर और अपनी पार्टी के साथ गठबंधन में शामिल करके क्या आप और आपकी पार्टी एससी, एसटी, ओबीसी, गरीब और मध्य वर्ग के बीच फूट डालने और उनका शोषण करने की शाजिश के तहत उक्त आरोप में भागीदार हैं? यदि आप इस साजिश में शामिल नहीं है तो कृपया भारतीय महागठबंधन के ईमेल vpimedia.central@gmail पर अपने कार्यालय की ओर से स्पस्टीकरण भेजने के निवेदन के साथ प्रेषित.

2 श्री जे पी नड्डा, अध्यक्ष- भारतीय जनता पार्टी, दीन दयाल उपाध्याय मार्ग, नई दिल्ली को उक्त आरोप के विषय में श्री स्वतंत्र सिंह, उ. प्र. प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी से स्पस्टीकरण मांगने और भारतीय महागठबंधन के ईमेल vpimedia.central@gmail पर भेजने के निवेदन के साथ प्रेषित.

वसी अहमद

उपाध्यक्ष – न्यायिक परिषद- उत्तर प्रदेश

 
 

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एस क्यू आर इलियास द्वारा भारतीय महागठबंधन से विश्वासघात करते हुए समाजवादी पार्टी को समर्थन करने के आरोपों पर कारण बताओ नोटिस

भारतीय महागठबंधन के न्यायिक परिषद की नोटिस

सेवामें

श्री एस क्यू आर इलियास

वेलफेयर पार्टी ऑफ़ इंडिया पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष

10 दिसंबर, 2021

विषय – बहुसंख्यक एससी, एसटी, ओबीसी, गरीब और मध्य वर्ग और धार्मिक अल्पसंख्यकों के बीच फूट डालने और शोषण करने में शामिल होने के आरोप पर कारण बताओ नोटिस .

महोदय,

भारतीय महागठबंधन से विश्वासघात करते हुए आप की ओर से समाजवादी पार्टी (सपा) को समर्थन करने की खबर प्रकाशित हुई है. यदि यह ख़बर सही है तो आप पर भारतीय महागठबंधन से विश्वासघात करने का, महा गठबंधन के संविधान का उल्लंघन करते हुए बहुसंख्यक एससी, एसटी, ओबीसी, गरीब और मध्य वर्ग और धार्मिक अल्पसंख्यकों के बीच फूट डालने और उनका शोषण करने में शामिल होने का आरोप बनता है.अतः आपसे निवेदन है कि उक्त आरोप पर निम्नलिखित ऑनलाइन फॉर्म के माध्यम से 15 दिन के भीतर (25 दिसंबर, 2021 तक) स्पस्टीकरण भेजने की कृपा करें. स्पस्टीकरण प्राप्त नहीं होने पर आरोप सही माने जायेंगे. यह जानकारी मीडिया में और जन साधारण को दे दी जायेगी. साथ ही अन्य अनुशाशानात्मक कार्यवाहियां भी की जायेंगी. उक्त आरोप से सम्बंधित समाचार की कतरन नीचे संलग्न है.

नोटिस प्रेषक

वसी अहमद

उपाध्यक्ष – न्यायिक परिषद- उत्तर प्रदेश

कार्यकारी अध्यक्ष- आल इंडिया मुस्लिम मजलिस और भारतीय महा गठबंधन (IGA) की संविधान सभा का सदस्य

लखनऊ,

(10 दिसंबर, 2021)

प्रति प्रेषित –

श्री अखिलेश यादव , अध्यक्ष समाजवादी पार्टी, काली दास मार्ग, लखनऊ , उत्तर प्रदेश को स्पस्टीकरण देने हेतु प्रेषित कि क्या उक्त आरोप की जानकारी होने के वावजूद भारतीय महागठबंधन द्वारा जारी अनापत्ति प्रमाण पत्र के बिना आप आरोपी को अपनी पार्टी का टिकट देकर और अपनी पार्टी के साथ गठबंधन में शामिल करके क्या आप और आपकी पार्टी एससी, एसटी, ओबीसी, गरीब और मध्य वर्ग और धार्मिक अल्पसंख्यकों के बीच फूट डालने और शोषण करने की शाजिश के तहत उक्त आरोप में भागीदार हैं? यदि आप इस साजिश में शामिल नहीं है तो कृपया भारतीय महागठबंधन के ईमेल vpimedia.central@gmail पर अपने कार्यालय की ओर से स्पस्टीकरण भेजने के निवेदन के साथ प्रेषित.

वसी अहमद

उपाध्यक्ष – न्यायिक परिषद- उत्तर प्रदेश

 
 

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