भारतीय महा गठबंधन (IGA) के प्रयास
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-सूचना-
महागठबंधन की संविधान सभा के माननीय सदस्य गण,
31 जुलाई से प्रस्तावित उत्तर प्रदेश में महागठबंधन की प्रदेशव्यापी कम से कम 10 दिनों की जन जागरण यात्रा में क्या आप शामिल हो सकते हैं? निवेदन है कि वह कम से कम दो गाड़ियों में 8 लोग यात्रा में शामिल हों। इस बारे में अपनी राय और अपने सहयोग की जानकारी निम्नलिखित ऑनलाइन फॉर्म भर कर दें। ((रिपोर्ट 19 जुलाई 2021)
लखनऊ के प्रीमियर होटल के सभागार में राजनीतिक दलों के चार गठबंधनों ने सामूहिक बैठक आयोजित की गयी। इस बैठक में व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा, सर्व दल एकता मंच, भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन व संयुक्त लोकतंत्र सुरक्षा मोर्चा से जुड़े लगभग 40 राजनीतिक दल शामिल हुए। इस बैठक की मेजबानी राष्ट्रीय जस्टिस पार्टी के अध्यक्ष पूर्व सांसद श्री इलियास आजमी ने की। बैठक का संयोजन संयुक्त लोकतंत्र सुरक्षा मोर्चा के संयोजक और हरियाणा के पूर्व सांसद श्री राजकुमार सैनी ने किया। बैठक का संचालन श्री आई पी कुशवाहा ने किया। काशीराम बहुजन मूलनिवासी पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व सांसद सुश्री सावित्री बाई फूले ने भी इस बैठक में अपने विचार व्यक्त किए।
इस बैठक में मुख्य रूप से इस विषय पर विचार किया गया कि आसन्न उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 के चुनाव को सामूहिक रूप से कैसे लड़ा जाए, जिससे दलितों पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के वोटों का विभाजन रोका जा और उनको जनसंख्या के अनुपात में सत्ता और संपत्ति में इन वर्गों को भागीदारी दिलाया जा सके।व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा के संयोजक श्री हेमंत कुशवाहा ने इस बात पर जोर दिया कि तानाशाही की प्रवृत्ति को देखते हुए हमें किसी भी दशा में बड़े राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए। श्री कुशवाहा ने कहा कि चुनाव बहुत दूर नहीं है, इसलिए हमें सोचने-समझने में ज्यादा वक्त बर्बाद नहीं करना चाहिए और तत्काल पूरे प्रदेश में सभी राजनीतिक दल मिलकर जनसभाओं का सिलसिला शुरू कर दें। श्री कुशवाहा के विचारों से पूरा सदन सहमत दिखाई पड़ा।बैठक में संयुक्त लोकतंत्र मोर्चा के संयोजक श्री राजकुमार सैनी ने अपने संबोधन में एकजुटता दलों और गठबन्धनों में एकजुटता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि क्यों ना हम सभी गठबंधन के लोग मिलकर एक गठबंधन बना ले और उस साझे गठबंधन का नामकरण कर दें? श्री सैनी द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को सभी लोगों ने उचित पाना। किंतु भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन के संयोजक श्री साहब सिंह धनगर ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि इस बैठक में निमंत्रित करते वक्त किसी नए गठबंधन के गठन का एजेंडा नहीं भेजा गया था। उन्होंने कहा कि इस बैठक का संयोजन मात्र उत्तर प्रदेश विधानसभा में छोटे-छोटे दलों में एकजुटता पैदा करने पर अपने विचार व्यक्त करने के लिए बुलाया गया था, इसीलिए इस बैठक में किसी भी गठबंधन को भंग करके किसी नए गठबंधन का गठन करने और उसका नया नामकरण करना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें आगे भी विचार जारी रखना चाहिए। और अगर ऐसा करना जरूरी हो तो उचित प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए।
इस विषय में भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन (IDA) की ओर से बैठक में शामिल हुए वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के नीति निर्देशक और राजनीतिक व आर्थिक सुधारों और आध्यात्मिक विषयों पर कई दर्जन पुस्तकों के लेखक श्री विश्वात्मा भरत गांधी ने कहा कि जो दल और जो गठबंधन यहां बैठक में शामिल नहीं है, उनको भी विश्वास में लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गठबंधन मात्र 2022 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर नहीं बनाया जाना चाहिए अपितु स्थाई होना चाहिए। श्री विश्वात्मा ने सुझाव रखा कि हितों के टकराव और स्वाभिमान का समन्वय करने के लिए जरूरी है कि गठबंधन लिखित संविधान पर काम करें। उन्होंने प्रस्ताव रखा कि सभी गठबंधनों के संबंधित राजनीतिक दल सामूहिक रूप से एक संविधान सभा का गठन करें, जिसमें सभी पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस संविधान सभा के पदेन सदस्य हों। उन्होंने सुझाव दिया कि संविधान सभा जो नियम और विधि-विधान तैयार करें, उसी के अनुरूप गठबंधन का नेतृत्व पैदा हो और कार्यसमिति का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि विवादित मुद्दों का निस्तारण किस प्रक्रिया से किया जाएगा, यह विषय भी संविधान सभा का होना चाहिेए।श्री हरिशंकर सफरीवाला ने श्री विश्वात्मा के प्रस्ताव का अनुमोदन किया। उन्होंने कहा कि बिना लिखित संविधान के गठबंधन का सुचारू और लोकतांत्रिक संचालन संभव नहीं हो सकता। उन्होंने स्वयं अपने द्वारा निर्मित गठबंधन के संविधान का प्रारूप लोगों को वितरित किया और कहा कि संविधान सभा अपना संविधान बनाते वक्त इस दस्तावेज की मदद ले सकता है।
पूर्व आईएएस अधिकारी और सम्यक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री तपेंद्र शाक्य ने कहा कि हमें अपने मोर्चे के उद्देश्य को ठीक से परिभाषित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सद्भावना पर विशेष ध्यान देना चाहिए और समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी से गठबंधन करने का विचार नहीं बनाना चाहिए।बैठक में सभी गठबंधनों से जुड़े कई राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। सभी ने एकजुटता की जरूरत बताया। बैठक में सबसे अधिक संख्या में भारतीय जनतंत्र गठबंधन से जुड़े दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष शामिल हुए। इनमें इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद सुलेमान, स्वतंत्र जनता राज पार्टी के अध्यक्ष श्री घनश्याम कोरी, समदर्शी समाज पार्टी के अध्यक्ष श्री चंद्र भान सिंह पटेल, मानव क्रांति पार्टी के अध्यक्ष चौधरी आर एन मानव, राष्ट्रीय जनवादी पार्टी (सोसलिस्ट) के अध्यक्ष मेजर अमर सिंह चौहान, भारतीय सबका दल के अध्यक्ष ईश्वर दयाल सेठ, अभय समाज पार्टी के अध्यक्ष श्री शत्रुघ्न सिंह निषाद प्रमुख थे. अंत में सर्व सम्मति से तय किया गया कि कल यानी 5 जुलाई २०२१ को लखनऊ प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता करके उक्त जानकारी मीडिया को दिया जायेगा. ((रिपोर्ट 07 जुलाई 2021)