भारतीय महा गठबंधन (IGA) का सर्वेक्षण
सर्वेक्षण – 3 : महा गठबंधन के सदस्यों से प्राप्त कुछ प्रस्तावों पर सर्वेक्षण
महागठबंधन के सदस्यों द्वारा विचार करने के लिए निम्नलिखित कुछ प्रस्ताव अग्रसारित हैं।
1. महागठबंधन के प्रवक्ता श्री विश्वात्मा को गठबंधन की तरफ से स्टार प्रचारक के रूप में मान्यता दिया जाए और चुनाव में प्रचार में उनका उपयोग किया जाए। जिन अन्य लोगों को स्टार प्रचारक के रूप में मान्यता देना हो, उनका नाम भी लोगों के पास भेजा जाए और उनके नाम पर भी विचार किया जाए। यह प्रस्ताव अर्जक अधिकार दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री इंजीनियर रामगोपाल उत्तम ने रखा है। महागठबंधन के संविधान सभा के जिन सदस्यों को इस प्रस्ताव पर आपत्ति हो, वह आज शाम तक अपनी आपत्ति इस मैसेज के प्रत्युत्तर के रूप में प्रस्तुत करें। (17 जनवरी 2022)
2. आजमगढ़ में निजामाबाद सीट पर रिहाई मंच के प्रत्याशी श्री राजीव यादव को महागठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर उतारा जाए। यह प्रस्ताव महागठबंधन के संविधान सभा के सदस्य एडवोकेट मोहम्मद शोएब ने रखा है जिन लोगों को इस प्रस्ताव पर आपत्ति हो, वह आज शाम तक अपनी आपत्ति इस मैसेज के प्रत्युत्तर के रूप में प्रस्तुत करें। (17 जनवरी 2022)
3 फतेह्पुर की जहानाबाद सीट से अर्जक अधिकार दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री इंजीनियर रामगोपाल उत्तम स्वयं प्रत्यासी है. महागठबंधन के संविधान सभा के जिन सदस्यों को इस प्रस्ताव पर आपत्ति हो, वह आज शाम तक अपनी आपत्ति इस मैसेज के प्रत्युत्तर के रूप में प्रस्तुत करें। (17 जनवरी 2022)
4. भारतीय महागठबंधन के सदस्य दल- वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल ने विधान सभा चुनाव 2022 के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करते हुए अपने 10 प्रत्याशियों की घोषणा की है। भारतीय महागठबंधन के संविधान सभा के किसी सदस्य को यदि किसी सीट पर कोई आपत्ति है तो कृपया अपना प्रत्युत्तर इस संदेश के जवाब के रूप में भेजने की कृपा करें। वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल की प्रथम सूची में सीटों और प्रत्याशियों की सूची इस प्रकार है-
53 लोनी (गाजियाबाद) से श्री विनोद कुमार जाटव
136 ददरौल (शाहजहांपुर) से श्री सुरपति सिंह लोधी
196 छिबरामऊ (कन्नौज) से श्री लालू यादव
207 सिकंदरा (कानपुर देहात) से श्री मानसिंह पाल
152 सिधौली (सीतापुर) से श्रीमती इंदु रावत
279 आलापुर (अंबेडकर नगर) से श्री शैलेंद्र कुमार पासवान
205 रसूलाबाद (कानपुर देहात) से श्री राकेश कुमार भारती
106 जलेसर (एटा) से श्रीमती इंद्रेश कुमारी
104 एटा सदर से श्रीमती कुसुम लता
182 सरेनी (रायबरेली) से श्री राम मनोहर पाल
(17 जनवरी 2022)
5 . भारतीय महागठबंधन के सदस्य पार्टी- भारतीय वीर दल के राष्ट्रीय ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करते हुए अपने 5 प्रत्याशियों की घोषणा की है। भारतीय महागठबंधन के संविधान सभा के किसी सदस्य को यदि किसी सीट पर कोई आपत्ति है तो कृपया अपना प्रत्युत्तर इस संदेश के जवाब के रूप में भेजने की कृपा करें। भारतीय वीर दल की प्रथम सूची में सीटों और प्रत्याशियों की सूची इस प्रकार है-
हस्तिनापुर (मेरठ )
शिकोहाबाद (फिरोजाबाद)
गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर की सीटों की जानकारी जल्द ही दी जायेगी.
(17 जनवरी 2022)
(भारतीय महागठबंधन के प्रवक्ता श्री विश्वात्मा के कार्यालय से जारी
सर्वेक्षण – 2 :महागठबंधन के लिए धन की व्यवस्था
महागठबंधन द्वारा मुख्यमंत्री का चेहरा उसी व्यक्ति को बनाया जाना चाहिए, जो महागठबंधन को कार्यक्रमों पर और महागठबंधन के मीडिया प्रबंधन के खर्च को उठाए। अल्प जनाधार और अल्प धनशक्ति वाले राजनीतिक दलों की आपत्ति यह है कि पैसे का इंतजाम वही व्यक्ति कर सकता है जो धनवान लोगों से पैसा लेकर जनता का शोषण करने वाला हो और पैसा देने वाले धनवानों को भ्रष्टाचार के माध्यम से मोटी रकम वापस करने का तिकड़म बताने वाला हो। पैसे के अभाव में महागठबंधन मीडिया में छा नहीं सकता और महागठबंधन को वोट देने के लिए जनता तैयार नहीं होगी। यदि पैसे का इंतजाम जनद्रोही तरीके से करने की अनुमति दे दी गई तो अन्य सरकारों की तरह महागठबंधन की सरकार भी जनता का आर्थिक शोषण करेगी और भ्रष्टाचार करके अमीरों को और ज्यादा अमीर तथा गरीबों को और ज्यादा गरीब बनाने का काम करेगी।
इस समस्या के हल के कई उपाय हो सकते हैं। उसमें एक उपाय यह हो सकता है कि महागठबंधन की पार्टियों के कार्यकर्ताओं के काम के बदले वेतन की रकम और चंदा देने वाले व्यक्ति के चंदा की रकम के बदले बेहतर ब्याज के साथ सरकार कानून बनाकर पार्टी कार्यकर्ताओं को और चंदा दाताओं को पैसा वापस करें। यह कानून बनवाना महागठबंधन का उद्देश्य बनाया जाए। जिससे पैसा देने वालों को कानूनी तरीके से पैसा वापस मिलने का आश्वासन मिल सके। इस व्यवस्था से सभी पार्टी के कार्यकर्ता पूरे उत्साह से काम करेंगे।
महागठबंधन के संविधान सभा के सदस्यों से निवेदन है कि इस विषय में अपनी राय नीचे दिए गए ऑनलाइन फॉर्म के माध्यम से लिखकर भेजें।
सर्वेक्षण – 1 : बड़ी पार्टियों के साथ गठबंधन
जनाधार की दृष्टि से बड़ी और मझोली पार्टियों की यह आशंका रहती है कि नगण्य जनाधार वाली पार्टियों के पास धनशक्ति नहीं होती है इसीलिए उनका जनाधार भी न के बराबर होता है। फिर भी छोटी पार्टियां गठबंधन में प्रभावशाली पद मांगते हैं, चुनाव में सीटें मांगते हैं और धन के अभाव में हार जाते हैं। इसलिए महागठबंधन में छोटी पार्टियों को नहीं रखना चाहिए। केवल उन्हीं पार्टियों को रहना चाहिए, जिनके पास चुनाव लड़ने के लिए और गठबंधन को नियमित रूप से देने के लिए पर्याप्त पैसा हो। बड़ी और मझोली पार्टियों की इस आशंका पर उनको संतुष्ट करने के लिए गठबंधन के संविधान में क्या प्रावधान किए जाएं, जिससे बड़ी और मझोली पार्टियां महागठबंधन से जुड़ना पसंद करें? अपनी राय नीचे दिए गए ऑनलाइन फॉर्म के माध्यम से लिखकर भेजें।