Skip to content

वोटर्स पार्टी की रैली में पहुंचे हरीश रावत, मिलकर चुनाव लड़ने के संकेत

भरत गांधी अब विश्वात्मा भरत गांधी हुए

vpi mass gathering with harish rawatपूर्वोदय संवाददाता रंगिया, 12 फरवरी। वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल प्रमुख भरत गांधी के जन्मदिन को पार्टी ने शक्ति प्रदर्शन में बदल दिया। इस अवसर पर आयोजित सामाजिक और आर्थिक न्याय महारैली में लगभग एक लाख वीपीआई कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करके विकास में प्रत्येक वोटर की भागीदारी और अन्याय पर बनी यूरोपियन राजव्यवस्था को बदलने की मांग की। कार्यक्रम में अप्रत्याशित रूप से कांग्रेस के असम प्रभारी हरीश रावत को देखकर उपस्थित जनसमूह चौंक गया। इससे यह माना जा रहा है कि वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल और कांग्रेस आने वाले लोकसभा चुनाव को मिलकर लड़ेंगे, जो भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। यद्यपि वीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष ललित पेगू ने बताया कि हरीश रावत श्री गांधी को उनके 50 वें जन्मदिन पर बधाई देने के लिए रैली में उपस्थित हुए। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र और असम प्रदेश की भाजपा सरकार ने पुलिस सुरक्षा हटा कर जिस तरह भरत गांधी के जीवन को खतरे में डाला है, उसे देखते हुए हम कांग्रेस के साथ हाथ मिला लें तो कोई बड़ी बात नहीं होगी। राजनीति, अर्थव्यवस्था और अध्यापन प्रदर्शन पुस्तकों के लेखक वीपीआई प्रमुख भरत गांधी अपने 24 साल की उम्र में लिए गए संकल्प के अनुसार अपने 50 वें जन्मदिन पर अपने नए नाम की घोषणा की और बताया कि पिछले कई महीनों से उनके देशभर के लाखों प्रशंसकों के बीच चर्चा के बाद यह सहमति बनी कि अब उनको भरत गांधी की बजाय विश्वात्मा भरत गांधी के नाम से जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि अपने संकल्प के अनुसार उनका भावी जीवन पूरी दुनिया के लोगों के लिए एक नए तरह के चरित्र निर्माण, नई राज्य व्यवस्था और नई अर्थव्यवस्था के निर्माण के लिए समर्पित होगा। भरत गांधी ने रैली में उपस्थित विशाल जनसैलाब को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी काजनाधार जैसे जैसे बढ़ रहा है, वैसे वैसे पार्टी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी भी बढ़ रही है। भाजपा और कांग्रेस द्वारा यूनिवर्सल बेसिक इनकम स्कीम की घोषणा को उन्होंने वोटर से अधिकार की सैद्धांतिक स्वीकृति बताया। उन्होंने कहा कि यह दुर्योधन द्वारा पांडवों को दीक्षा में 5 गांव देने जैसी बात है। उन्होंने कहा कि जिस दिन . 500 नहीं पूरे रु . 6000 वोटरों के खाते में आएगा उस दिन हमें लगेगा के हस्तिनापुर पर पांडवों को अधिकार मिल गया और नेताओं सरकारी कर्मचारियों और मुट्ठी भर धनवानों की जेब में अटका हुआ लोकतंत्र वोटरों के घर तक पहुंचा। वीपीआई की गठबंधन नीति के संबंध में बताते हुए वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के मुखिया ने कहा कि वीपीआई लिखित संविधान के आधार पर ही किसी दूसरी पार्टी से गठबंधन कर सकती है। भरत गांधी ने कहा कि आज दुनिया में जितने बड़े परिवर्तन कीजरूरत है, अपने पूर्वाग्रहों के कारण वह परिवर्तन कांग्रेस और भाजपा जैसे पार्टियां नहीं कर सकतीं। इसलिए केवल अपने ही देश में नहीं, दुनिया के सभी देशों में वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया की शांति और दुनिया भर के लोगों की समृद्धि के लिए राष्ट्रवाद, नागरिकता, संप्रभुता, लोकतंत्र, सत्ता का पृथक्करण, समानता और स्वतंत्रता जैसी यूरोपियन अवधारणाओं से मुक्ति के लिए हमें विश्वव्यापी आंदोलन चलाना होगा। उन्होंने कहा कि वीपीआई ने तय किया है असम की सभी लोकसभा सीटों सहित देशभर में 112 लोकसभा सीटों पर पार्टी चुनाव लड़ेगी और जनता के बीच एक नए राजनीतिक विचार का पौधारोपण करेगी। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और असम प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल की लंबे समय से वोटरशिप देने की मांग रही है कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वोटरशिप को सैद्धांतिक मंजूरी देते हुए हर गरीब को पैसा देने की बात कही है। मेरा मानना है कि अगर दो कदम हम चलें और दो कदम वीपीआई चले तो हम मिलकर वोटरशिप के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं ।