गठबंधन समाचार

पूर्व सांसद सुश्री सावित्रीबाई फुले के साथ दलों और संगठनों का एक व्यवस्थित मंच बनाने पर मंथन हुआ

 

लिखित संविधान पर सामाजिक और राजनीतिक संगठनों का एक लोकतांत्रिक, पारदर्शी और व्यवस्थित मंच बनाने के मुद्दे पर श्री विश्वात्मा का भारतीय जनता पार्टी की पूर्व सांसद सुश्री सावित्रीबाई फुले के बीच में गंभीर मंथन हुआ। इस विमर्श में जाने-माने बहुजन चिंतक श्री अक्षयवरनाथ नाथ कनौजिया भी शामिल हुए। वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल की ओर से पार्टी के केन्द्रीय महासचिव श्री शिवाकांत गोरखपुरी और नवीन कुमार भी विमर्श में शामिल हुए। यह चर्चा सुश्री सावित्रीबाई फुले के निवास ओमेगा सिटी में शुक्रवार के शाम संपन्न हुई। सुश्री सावित्रीबाई फुले ने कहा कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सांसद रहते हुए भारतीय जनता पार्टी की साजिश का पर्दाफाश किया। उन्होंने कहा कि भाजपा भारत के संविधान के लिए बड़ा खतरा है, इसलिए भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए बाकी सभी लोगों को एकजुट होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि इस एकजुटता में हमें ऐसे लोगों से सावधान रहना पड़ेगा, जो बाहर बाहर तो भाजपा को रोकने की बातें करते हैं लेकिन अंदर अंदर वह भाजपा से मिले हुए हैं।

श्री विश्वात्मा ने कहा कि किसी की जुबान से उसके नियति के बारे में निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार नारको टेस्ट होता है और उसमें इंसान के मन में मौजूद सच्ची बात बाहर आ जाती है, उसी प्रकार हम लोगों के टेस्ट के लिए लिखित संविधान की एक व्यवस्था बनाना होगा। वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के नीति निर्देशक ने कहा कि संविधान का अनुशासन मानने के लिए जो संगठन और जो व्यक्ति तैयार नहीं होगा, उसकी नियति निश्चित रूप से संदेहास्पद होगी। ऐसे व्यक्ति के जनद्रोही आचरण के विषय में सामूहिक रूप से सभी संगठन मिलकर जनता को बताएंगे, तो ऐसे व्यक्ति की साजिश कामयाब नहीं होगी। किंतु जब तक पारदर्शिता की परीक्षा के लिए लिखित संविधान की कोई व्यवस्था नहीं बनती, तब तक किसी भी व्यक्ति के नियति पर प्रश्न उठाना गलत होगा। क्योंकि ऐसा करने से लोगों को जोड़ने में बाधा पहुंचेगी। चर्चा के अंत में श्री अक्षयवरनाथ नाथ कनौजिया और सुश्री सावित्रीबाई फुले ने कहा के लिखित संविधान के आधार पर एक व्यवस्थित मंच तैयार करना सही दिशा में उठाया गया कदम है। दोनों ने कहा कि हम लोग इस प्रक्रिया में साथ चलेंगे।

40 राजनीतिक दलों के 4 गठबंधनों की संयुक्त प्रेस वार्ता प्रेस क्लब लखनऊ में आयोजित की गई

प्रेस क्लब में व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा, लोकतंत्र सुरक्षा संयुक्त मोर्चा, सर्व दल  एकता मंच और भारतीय जनतंत्रिक गठबंधन, IDA की साझा प्रेस वार्ता 

5 जुलाई, 2021 लखनऊ। दलितों पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को सत्ता और संपत्ति में भागीदारी दिलाने के लिए 40 राजनीतिक दलों के 4 गठबंधनों की संयुक्त प्रेस वार्ता प्रेस क्लब लखनऊ में आयोजित की गई। प्रेस वार्ता को पूर्व सांसद श्री राजकुमार सैनी, पूर्व सांसद श्री इलियास आजमी और इंडियन डेमोक्रेटिक एलाइंस के प्रतिनिधि विश्वात्मा भरत गांधी ने संबोधित किया। सांसद श्री राजकुमार सैनी  कहा कि हमारे महागठबंधन की सरकार आने पर प्रतिवर्ष एक जाति से एक मुख्यमंत्री व 5 जातियों से पांच उपमख्यमंत्री  बनाया जाएगा। इस प्रकार 5 वर्ष के कार्यकाल में सत्ता में 30 जातियों का समायोजन हो सकेगा। उन्होंने दलितों पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के समाज से आने वाले राजनीतिक दलों को आगामी 2022 का विधानसभा चुनाव संयुक्त रूप से लड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सभी गठबंधनों के  सहयोग से साझी संविधान सभा और कोर कमेटी बनाई जाएगी। संविधान सभा विवादित मुद्दों को सुलझाने व्यवस्था निर्मित करेगी। कोर कमेटी विवादों को सुलझाने का  प्रयास करेगी। समान शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, जनसंख्या अनुपात आधारित राजनीतिक और आर्थिक अधिकार सुनिश्चित कराना गठबंधन का मुख्य उद्देश्य होगा। गठबंधन किसानों व मजदूरों को न्याय देने के लिए काम करेगा। 

भारतीय जनतंत्र का गठबंधन के प्रतिनिधि श्री विश्वात्मा भरत गांधी ने कहा कि गठबंधनों के सदस्य दलों को सुचारू ढंग से चलाने के लिए सभी गठबंधन के घटक दल सामूहिक रूप से ऐसी नियमावली और संविधान बनाएंगे, जिससे सभी प्रदेशों के अन्य सभी उन राजनीतिक दलों के लिए एक साझा मंच मिल सके, जो सत्ता और संपत्ति में अनुसूचित जातियों, जनजातियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को जनसंख्या के अनुपात में भागीदारी देने के लिए कार्यरत हैं। प्रेस वार्ता मैं लगभग 40 राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रतिनिधि शामिल हुए। प्रेस वार्ता में व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा , इंडियन डेमोक्रेटिक एलाइंस, संयुक्त लोकतंत्र रक्षा मोर्चा व सर्वदल एकता मंच ने भाग लिया। प्रेस वार्ता में श्री महेंद्र यादव, श्री आईपी कुशवाहा, श्री नीरज प्रजापति, श्री नंदराम प्रजापति, श्री चौधरी आर एन मानव, श्री मोहम्मद सुलेमान आदि लोग मौजूद थे।आज दिनांक 4 साथ 2021 रविवार को 40 राजनीतिक दलों के नेशनल अध्यक्षों की मीटिंग हुई जिसमें निर्णय लिया गया कि बिना किसी बड़े राजनीतिक दल के अपने बलबूते शोषित वंचित समाजों के साथ सौतेले व्यवहार को खत्म करने के लिए लड़ाई खुद लड़ी जाएगी जिसमें वंचित समाजों की भागीदारी जनसंख्या अनुपात में रखी जाएगी चाहे राजनीतिक हो या प्रशासनिक हिस्सेदारी संयुक्त रूप से आगामी 10 दिन के अंदर एक साझा प्रोग्राम के जरिए कोर कमेटी का गठन किया जाएगा जिसमें नंबर 1 व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा दूसरा सर्व दल एकता मंच तीसरा इंडियन डेमोक्रेटिक एलाइंस चौथा संयुक्त लोकतंत्र सुरक्षा मोर्चा के सहयोग से बनाई जाएगी और सामान शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार को जनसंख्या अनुपात आधारित अधिकार सुनिश्चित कराएगी जो विवादित मुद्दों को सुलझाने का प्रयास करेगी और सामान शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार को जनसंख्या अनुपात आधारित अधिकार सुनिश्चित कराएगी और किसान व मजदूर के लिए विशेष नीति लाएगी पहला 1 वर्ष के लिए एक सीएम व पांच डिप्टी सीएम बना कर वह 5 वर्ष में 5 सीएम व 25 डिप्टी सीएम दूसरा लोकतंत्र को बचाने के लिए संविधान को पूर्ण रुप से लागू करना है तीसरा 90 बटा तक की भागीदारी को शहीद जगदेव बाबू की लड़ाई को आगे बढ़ाना है 4 एक परिवार एक रोजगार हर व्यक्ति को मिलेगा सभी को सम्मान प्रतिनिधित्व प्रदान करेगी

40 राजनीतिक दलों के 4 गठबंधनों की संयुक्त प्रेस वार्ता प्रेस क्लब लखनऊ में आयोजित की गई

प्रेस क्लब में व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा, लोकतंत्र सुरक्षा संयुक्त मोर्चा, सर्व दल  एकता मंच और भारतीय जनतंत्रिक गठबंधन, IDA की साझा प्रेस वार्ता 

5 जुलाई, 2021 लखनऊ। दलितों पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को सत्ता और संपत्ति में भागीदारी दिलाने के लिए 40 राजनीतिक दलों के 4 गठबंधनों की संयुक्त प्रेस वार्ता प्रेस क्लब लखनऊ में आयोजित की गई। प्रेस वार्ता को पूर्व सांसद श्री राजकुमार सैनी, पूर्व सांसद श्री इलियास आजमी और इंडियन डेमोक्रेटिक एलाइंस के प्रतिनिधि विश्वात्मा भरत गांधी ने संबोधित किया। सांसद श्री राजकुमार सैनी  कहा कि हमारे महागठबंधन की सरकार आने पर प्रतिवर्ष एक जाति से एक मुख्यमंत्री व 5 जातियों से पांच उपमख्यमंत्री  बनाया जाएगा। इस प्रकार 5 वर्ष के कार्यकाल में सत्ता में 30 जातियों का समायोजन हो सकेगा। उन्होंने दलितों पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के समाज से आने वाले राजनीतिक दलों को आगामी 2022 का विधानसभा चुनाव संयुक्त रूप से लड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सभी गठबंधनों के  सहयोग से साझी संविधान सभा और कोर कमेटी बनाई जाएगी। संविधान सभा विवादित मुद्दों को सुलझाने व्यवस्था निर्मित करेगी। कोर कमेटी विवादों को सुलझाने का  प्रयास करेगी। समान शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, जनसंख्या अनुपात आधारित राजनीतिक और आर्थिक अधिकार सुनिश्चित कराना गठबंधन का मुख्य उद्देश्य होगा। गठबंधन किसानों व मजदूरों को न्याय देने के लिए काम करेगा। 

भारतीय जनतंत्र का गठबंधन के प्रतिनिधि श्री विश्वात्मा भरत गांधी ने कहा कि गठबंधनों के सदस्य दलों को सुचारू ढंग से चलाने के लिए सभी गठबंधन के घटक दल सामूहिक रूप से ऐसी नियमावली और संविधान बनाएंगे,  जिससे सभी प्रदेशों के अन्य सभी उन राजनीतिक दलों के लिए एक साझा मंच मिल सके, जो सत्ता और संपत्ति में अनुसूचित जातियों, जनजातियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को जनसंख्या के अनुपात में भागीदारी देने के लिए कार्यरत हैं। प्रेस वार्ता मैं लगभग 40 राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रतिनिधि शामिल हुए। प्रेस वार्ता में व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा , इंडियन डेमोक्रेटिक एलाइंस, संयुक्त लोकतंत्र रक्षा मोर्चा व सर्वदल एकता मंच ने भाग लिया। प्रेस वार्ता में श्री महेंद्र यादव, श्री आईपी कुशवाहा, श्री नीरज प्रजापति, श्री नंदराम प्रजापति, श्री चौधरी आर एन मानव, श्री मोहम्मद सुलेमान आदि लोग मौजूद थे।आज दिनांक 4 साथ 2021 रविवार को 40 राजनीतिक दलों के नेशनल अध्यक्षों की मीटिंग हुई जिसमें निर्णय लिया गया कि बिना किसी बड़े राजनीतिक दल के अपने बलबूते शोषित वंचित समाजों के साथ सौतेले व्यवहार को खत्म करने के लिए लड़ाई खुद लड़ी जाएगी जिसमें वंचित समाजों की भागीदारी जनसंख्या अनुपात में रखी जाएगी चाहे राजनीतिक हो या प्रशासनिक हिस्सेदारी संयुक्त रूप से आगामी 10 दिन के अंदर एक साझा प्रोग्राम के जरिए कोर कमेटी का गठन किया जाएगा जिसमें नंबर 1 व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा दूसरा सर्व दल एकता मंच तीसरा इंडियन डेमोक्रेटिक एलाइंस चौथा संयुक्त लोकतंत्र सुरक्षा मोर्चा के सहयोग से बनाई जाएगी और सामान शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार को जनसंख्या अनुपात आधारित अधिकार सुनिश्चित कराएगी जो विवादित मुद्दों को सुलझाने का प्रयास करेगी और सामान शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार को जनसंख्या अनुपात आधारित अधिकार सुनिश्चित कराएगी और किसान व मजदूर के लिए विशेष नीति लाएगी पहला 1 वर्ष के लिए एक सीएम व पांच डिप्टी सीएम बना कर वह 5 वर्ष में 5 सीएम व 25 डिप्टी सीएम दूसरा लोकतंत्र को बचाने के लिए संविधान को पूर्ण रुप से लागू करना है तीसरा 90 बटा तक की भागीदारी को शहीद जगदेव बाबू की लड़ाई को आगे बढ़ाना है 4 एक परिवार एक रोजगार हर व्यक्ति को मिलेगा सभी को सम्मान प्रतिनिधित्व प्रदान करेगी

भागीदारी संकल्प मोर्चा और भारतीय जनतान्त्रिक गठबंधन, IDA की संयुक्त बैठक लखनऊ में संपन्न हुई, संयुक्त प्रेस वार्ता नहीं हो पाई (04 जुलाई 2021)  

लखनऊ, हजरतगंज स्थित कसमंडा हाउस में दो गठबंधनों की साझी बैठक 4 जुलाई दिन रविवार को शाम 5 बजे से 7 के बीच संपन्न हुई। इस बैठक में भागीदारी संकल्प मोर्चा की ओर से पूर्व मंत्री श्री ओमप्रकाश राजभर और पूर्व मंत्री श्री बाबू सिंह कुशवाहा तथा इस गठबंधन के अन्य दलों के अध्यक्ष शामिल हुए। भारतीय जनतंत्र गठबंधन, (IDA) की ओर से बैठक में गठबंधन से जुड़े दलों के लगभग एक दर्जन राष्ट्रीय अध्यक्ष शामिल हुए। बैठक के प्रारंभ में श्री विश्वात्मा ने कहा कि हम एक ऐसा गठबंधन बनाने की ओर अग्रसर हैं, जो केवल चुनाव के लिए न बने, अपितु वंचित समुदायों के सत्ता और संपत्ति में भागीदारी का उद्देश्य जब तक प्राप्त न हो जाए, तब तक के लिए बने। उन्होंने कहा कि जो धर्मांध शक्तियां इस समय सत्तासीन है, वह सत्ता प्राप्त करने के लिए और सत्ता में बने रहने के लिए क्रूर, हिंसक, शोषक, झूठ और अपराध में विश्वास करने वाली, लोकतंत्र और संविधान विरोधी और सांस्कृतिक पतधस्पर्धा में लिप्त हैं। इसलिए यूपीए और एनडीए जैसे अव्यवस्थित गठबंधन का कोई भी चेहरा इन शक्तियों के साम, दाम, दंड, भेद का शिकार हो सकता है।

श्री विश्वात्मा ने कहा कि इसीलिए यह गठबंधन एक लिखित संविधान पर संचालित किया जाना चाहिए, जहां किसी व्यक्ति का शासन न हो, अपितु नियमों का शासन हो। गठबंधन का नेतृत्व और कार्यसमिति गठबंधन के लिखित संविधान से पैदा हो। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन केवल पार्टियों का मंच न हो, अपितु यह गठबंधनों का भी साझा मंच होना चाहिए। उन्होंने कहा कि गठबंधन का लिखित संविधान इसलिए जरूरी है, क्योंकि यूपीए और एनडीए ने भारत के संविधान को खूंटी पर लटका कर शासन करना शुरू कर दिया है। इन गठबंधनों पर भारत के चुनाव आयोग का कोई वश नहीं है। यूपीए और एनडीए का लिखित संविधान नहीं है। इसलिए वह न तो भारत की जनता के प्रति उत्तरदाई हैं और न तो भारत के संविधान के प्रति। उन्होंने कहा कि आमतौर पर गठबंधन नेताओं की महत्वाकांक्षा की पूर्ति के साधन होते रहे हैं। इनका जनता के कल्याण और उनको न्याय देने से कोई संबंध नहीं होता।

श्री विश्वात्मा के सुझाव पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मंत्री श्री बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा कि राजनीति में हमें व्यावहारिक होना चाहिए। यह कहकर उन्होंने संकेत दिया कि भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन IDA के सदस्य दल भागीदारी संकल्प मोर्चा का हिस्सा बन जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि जनता के प्रति बेवफा लोग जीवन में कामयाब होते रहे हैं। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि बाबा साहब अबेडकर के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले जगजीवन राम जीवन भर सत्ता सुख भोगे और बाद में उनकी आगामी पीढ़ियां भी सत्ता में बनी रहीं।

श्री विश्वात्मा ने अपनी बातों को और अधिक स्पष्ट करते हुए आग्रह किया कि पतित होना, भ्रष्ट होना, बेवफा होना अधिकांश लोगों की प्रकृति है। लेकिन यह संस्कृति नहीं है। उन्होंने कहा कि संस्कृति ऐसे आचरण के विरुद्ध खड़ी होती है। आदर्श ऐसे आचरणों के विरुद्ध खड़े होते हैं। उन्होंने कहा कि समाज आदर्शों पर चलता है, प्रकृति सुलभ पतित और अपराधिक व्यवहारों पर नहीं। उन्होंने कहा कि इसीलिए उनके सपनों का गठबंधन व्यावहारिक होने का नाम पर इंसान, खासकर नेताओं के पतित स्वभाव का समर्थन न करके उस पर अंकुश लगाने का काम करेगा। जब श्री कुशवाह ने पूंछा कि गठबंधन का कोई दल और कोई नेता गठबंधन के विधि विधान और आदर्शों के विरुद्ध जाए और लोभ व लालच के वशीभूत गठबंधन छोड़कर चला जाए तो हम उसका क्या बिगड़ सकते है? श्री विश्वात्मा ने कहा कि गठबंधन का लिखित संविधान गठबंधन का संविधान तोड़ने वालों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही के प्रावधान भी करेगा। इन प्रावधानों के तहत मीडिया में ऐसे नेताओं का पर्दाफाश करने से लेकर कानूनी सजा तक के प्रावधान किए जा सकते हैं।

IDA गठबंधन के प्रोसेसर सुलेमान खान और गठबंधन के संयोजक श्री साहिब सिंह धनखड़ ने भी अपने भी सुझाव रखे। श्री धनगढ़ ने गठबंधन की ओर से चुनी हुई विधानसभा सीटों की सूची श्री कुशवाहा के सामने प्रस्तुत किया और निवेदन किया कि भागीदारी संकल्प मोर्चा इन सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़ा न करें या संवाद करके ऐसा रास्ता निकालें, जिससे किसी भी सीट पर टकराव की स्थिति पैदा न हो। जिससे दलितों, पिछड़ों तथा अल्पसंख्यकों के मतों का विभाजन रोका जा सके। IDA की ओर से बैठक में इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद सुलेमान, स्वतंत्र जनता राज पार्टी के अध्यक्ष श्री घनश्याम कोरी, समदर्शी समाज पार्टी के अध्यक्ष श्री चंद्र भान सिंह पटेल, मानव क्रांति पार्टी के अध्यक्ष चौधरी आर एन  मानव, राष्ट्रीय जनवादी पार्टी (सोसलिस्ट) के अध्यक्ष मेजर अमर सिंह चौहान, भारतीय सबका दल के अध्यक्ष ईश्वर दयाल सेठ, अभय समाज पार्टी के अध्यक्ष श्री शत्रुघ्न सिंह निषाद  और वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के प्रमुख श्री विश्वात्मा भरत गांधी प्रमुख थे.

चर्चा के बाद सहमति बनी कि भागीदारी संकल्प मोर्चा गठबंधन के लिखित संविधान के प्रस्ताव को स्वीकार करता है। यह भी सहमति बनी कि दोनों ही गठबंधनों के सदस्य दल मिलकर आगामी विधानसभा चुनाव 2022 लड़ेंगे। अंत में सर्व सम्मति से तय किया गया कि कल यानी 5 जुलाई २०२१ को 12:00 बजे प्रेस वार्ता करके उक्त जानकारी मीडिया को दिया जायेगा।अगले दिन 5 जुलाई को आइडिए के सभी सदस्य दलों के अध्यक्ष प्रेस वार्ता के लिए नियत स्थान पर ठीक 12:00 बजे पहुंच गये किंतु दुर्भाग्यवश भागीदारी मोर्चा की ओर से प्रेस वार्ता स्तर पर न तो श्री बाबू सिंह कुशवाहा पहुंचे और न तो श्री ओमप्रकाश राजभर। बाद में 3 बजे संपन्न हुई बैठक में श्री बाबू सिंह कुशवाहा ने आइडिए गठबंधन के पार्टी अध्यक्षों के समक्ष अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि हम लोगों का संवाद आगे भी जारी रहेगा। अभी सब कुछ खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि हम दोनों ही पक्षों को और अधिक सोचने की जरूरत है। दोनों ही गठबंधनों के साझे भविष्य का इतिहास लिखा जाना अभी बाकी है। (रिपोर्ट 6 जुलाई 2021)

लखनऊ में राजनीतिक दलों के 4 गठबंधनों ने आपस में एकजुट होने की कवायद शुरू की (04 जुलाई 2021)  

लखनऊ के प्रीमियर होटल में आज एक महत्वपूर्ण घटना घटी। होटल के सभागार में राजनीतिक दलों के चार गठबंधनों ने सामूहिक बैठक आयोजित की। इस बैठक में व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा, सर्व दल एकता मंच, भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन व संयुक्त लोकतंत्र सुरक्षा मोर्चा से जुड़े लगभग 40 राजनीतिक दल शामिल हुए। इस बैठक की मेजबानी राष्ट्रीय जस्टिस पार्टी के अध्यक्ष पूर्व सांसद श्री इलियास आजमी ने की। बैठक का संयोजन संयुक्त लोकतंत्र सुरक्षा मोर्चा के संयोजक और हरियाणा के पूर्व सांसद श्री राजकुमार सैनी ने किया। बैठक का संचालन श्री आई पी कुशवाहा ने किया। काशीराम बहुजन मूलनिवासी पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व सांसद सुश्री सावित्री बाई फूले ने भी इस बैठक में अपने विचार व्यक्त किए।

इस बैठक में मुख्य रूप से इस विषय पर विचार किया गया कि आसन्न उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 के चुनाव को सामूहिक रूप से कैसे लड़ा जाए, जिससे दलितों पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के वोटों का विभाजन रोका जा और उनको जनसंख्या के अनुपात में सत्ता और संपत्ति में इन वर्गों को भागीदारी दिलाया जा सके।व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा के संयोजक श्री हेमंत कुशवाहा ने इस बात पर जोर दिया कि तानाशाही की प्रवृत्ति को देखते हुए हमें किसी भी दशा में बड़े राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए। श्री कुशवाहा ने कहा कि चुनाव बहुत दूर नहीं है, इसलिए हमें सोचने-समझने में ज्यादा वक्त बर्बाद नहीं करना चाहिए और तत्काल पूरे प्रदेश में सभी राजनीतिक दल मिलकर जनसभाओं का सिलसिला शुरू कर दें। श्री कुशवाहा के विचारों से पूरा सदन सहमत दिखाई पड़ा। 

बैठक में संयुक्त लोकतंत्र मोर्चा के संयोजक श्री राजकुमार सैनी ने अपने संबोधन में एकजुटता दलों और गठबन्धनों में एकजुटता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि क्यों ना हम सभी गठबंधन के लोग मिलकर एक गठबंधन बना ले और उस साझे गठबंधन का नामकरण कर दें? श्री सैनी द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को सभी लोगों ने उचित पाना। किंतु भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन के संयोजक श्री साहब सिंह धनगर ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि इस बैठक में निमंत्रित करते वक्त किसी नए गठबंधन के गठन का एजेंडा नहीं भेजा गया था। उन्होंने कहा कि इस बैठक का संयोजन मात्र उत्तर प्रदेश विधानसभा में छोटे-छोटे दलों में एकजुटता पैदा करने पर अपने विचार व्यक्त करने के लिए बुलाया गया था, इसीलिए इस बैठक में किसी भी गठबंधन को भंग करके किसी नए गठबंधन का गठन करने और उसका नया नामकरण करना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें आगे भी विचार जारी रखना चाहिए। और अगर ऐसा करना जरूरी हो तो उचित प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए।

 इस विषय में भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन (IDA) की ओर से बैठक में शामिल हुए वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के नीति निर्देशक और राजनीतिक व आर्थिक सुधारों और आध्यात्मिक विषयों पर कई दर्जन पुस्तकों के लेखक श्री विश्वात्मा भरत गांधी ने कहा कि जो दल और जो गठबंधन यहां बैठक में शामिल नहीं है, उनको भी विश्वास में लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गठबंधन मात्र 2022 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर नहीं बनाया जाना चाहिए अपितु स्थाई होना चाहिए। श्री विश्वात्मा ने सुझाव रखा कि हितों के टकराव और स्वाभिमान का समन्वय करने के लिए जरूरी है कि गठबंधन लिखित संविधान पर काम करें। उन्होंने प्रस्ताव रखा कि सभी गठबंधनों के संबंधित राजनीतिक दल सामूहिक रूप से एक संविधान सभा का गठन करें, जिसमें सभी पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस संविधान सभा के पदेन सदस्य हों। उन्होंने सुझाव दिया कि संविधान सभा जो नियम और विधि-विधान तैयार करें, उसी के अनुरूप गठबंधन का नेतृत्व पैदा हो और कार्यसमिति का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि विवादित मुद्दों का निस्तारण किस प्रक्रिया से किया जाएगा, यह विषय भी संविधान सभा का होना चाहिेए। 

श्री हरिशंकर सफरीवाला ने श्री विश्वात्मा के प्रस्ताव का अनुमोदन किया। उन्होंने कहा कि बिना लिखित संविधान के गठबंधन का सुचारू और लोकतांत्रिक संचालन संभव नहीं हो सकता। उन्होंने स्वयं अपने द्वारा निर्मित गठबंधन के संविधान का प्रारूप लोगों को वितरित किया और कहा कि संविधान सभा अपना संविधान बनाते वक्त इस दस्तावेज की मदद ले सकता है। पूर्व आईएएस अधिकारी और सम्यक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री तपेंद्र शाक्य ने कहा कि हमें अपने मोर्चे के उद्देश्य को ठीक से परिभाषित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सद्भावना पर विशेष ध्यान देना चाहिए और समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी से गठबंधन करने का विचार नहीं बनाना चाहिए।  

बैठक में सभी गठबंधनों से जुड़े कई राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। सभी ने एकजुटता की जरूरत बताया। बैठक में सबसे अधिक संख्या में भारतीय जनतंत्र गठबंधन से जुड़े दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष शामिल हुए। इनमें इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद सुलेमान, स्वतंत्र जनता राज पार्टी के अध्यक्ष श्री घनश्याम कोरी, समदर्शी समाज पार्टी के अध्यक्ष श्री चंद्र भान सिंह पटेल, मानव क्रांति पार्टी के अध्यक्ष चौधरी आर एन  मानव, राष्ट्रीय जनवादी पार्टी (सोसलिस्ट) के अध्यक्ष मेजर अमर सिंह चौहान, भारतीय सबका दल के अध्यक्ष ईश्वर दयाल सेठ, अभय समाज पार्टी के अध्यक्ष श्री शत्रुघ्न सिंह निषाद  प्रमुख थे. अंत में सर्व सम्मति से तय किया गया कि कल यानी 5 जुलाई २०२१ को लखनऊ प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता करके उक्त जानकारी मीडिया को दिया जायेगा.

लखनऊ में गठबंधन की बैठक संपन्न हुई (10 से १२ जून 2021)  

भारतीय जनतंत्र गठबंधन की एक बैठक वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के लखनऊ कार्यालय में दिनांक 10, 11 और 12 जून 2021 की अवधि में संपन्न हुई। इस बैठक में विधान सभा चुनाव उत्तर प्रदेश 2022 ने उन विधानसभा सीटों को चिन्हित किया गया, जहां से गठबंधन के सदस्य दलों द्वारा प्रत्याशी उतारा जाना संभावित है। कुल 88 सीटों की सूची पर चर्चा की गई। बैठक में गठबंधन की की वेबसाइट बनाने पर विचार किया गया। यह जिम्मेदारी वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल ने उठाया। जुलाई 2021 से पूरे प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रवार कार्यक्रम करने पर विचार किया गया। बाद में यह तय किया गया कि पूरे प्रदेश के सभी जनपदों को 4 ब्लॉकों में विभाजित करके गठबंधन की चार टीम बनाई जाएगी जो अपने अपने क्षेत्र के विधानसभाओं में जनसंपर्क कार्यक्रम चलाएगा। नवंबर 21 में होने वाली गठबंधन की रैली के सुचारू आयोजन के लिए आचार संहिता तय करने के विषय पर पर भी चर्चा की गई। इस विषय में 1000 संगीता को अंतिम रूप दिया गया। बैठक में गठबंधन का संविधान बनाने पर चर्चा की गई। इस विषय में यह तय किया गया कि सभी पार्टियों के अध्यक्ष विनाशक संविधान सभा के सदस्य होंगे। संविधान बनाने का कार्य करने के लिए एक प्रारूप समिति का गठन किया गया। इस प्रारूप समिति में प्रारंभ में मात्र 2 सदस्य नामित किए गए। यह 2 सदस्य हैं श्री मोहम्मद सुलेमान और श्री विश्वात्मा। इस बैठक की कार्यवाही लिखित रूप में रिकॉर्ड की गई। बैठक में गठबंधन के निम्नलिखित सदस्यगण उपस्थित थे -

1. श्री साहब सिंह धनगर अध्यक्ष- राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी

2. श्री घनश्याम कोरी अध्यक्ष- स्वतंत्र जनता राज पार्टी

3. श्री मोहम्मद सुलेमान अध्यक्ष- इंडियन नेशनल लीग

4. श्री चंद्रभान सिंह पटेल अध्यक्ष- समदर्शी समाज पार्टी

5.. श्री विश्वात्मा, नीति निर्देशक वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल

6. श्री चौधरी आरएन मानव अध्यक्ष- मानव क्रांति पार्टी

7. श्री मेजर अमर सिंह चौहान अध्यक्ष- राष्ट्रीय जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट)

8. श्री ईश्वर दयाल सिंह सेठ अध्यक्ष- भारतीय सबका दल

9. शत्रुघ्न सिंह निषाद, अध्यक्ष- अभय समाज पार्टी

समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष के साथ बैठक सहयोगात्मक रही  (14 जून 2021)  

12 जून 2021 को गठबंधन ने एक पत्र समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यालय लखनऊ में व्यक्तिगत हस्तगत किया। पत्र में निवेदन किया गया था कि अनुसूचित जातियों, जनजातियों और पिछड़े वर्गों तथा अल्पसंख्यकों की राजनीतिक शक्ति को अलग-अलग पार्टियों में बिखरने से बचाने में समाजवादी पार्टी सहयोग करें। पत्र प्राप्त होने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेश उत्तम ने गठबंधन के प्रतिनिधिमंडल को दिनांक 14 जून 2021 को सुबह 9:00 बजे वार्ता के लिए निमंत्रित किया। 19 सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल के साथ लगभग एक घंटा वार्ता के बाद श्री नरेश उत्तम ने कहा कि वह गठबंधन के पत्र में किए गए निवेदन के संबंध में उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव से बातचीत करेंगे. उन्होंने कहा की अगले ही दिन यानी 15 जून को श्री अखिलेश यादव जी के साथ गठबंधन के प्रतिनिधिमंडल की बैठक तय करेंगे। अगले दिन गठबंधन के विभिन्न पार्टी अध्यक्षों ने इंतजार किया किंतु श्री नरेश उत्तम का कोई जवाब नहीं आया। संभवत चुनाव की व्यस्तता के कारण कुछ दिन बाद वार्ता के लिए बुलाएंगे। इस बैठक का इंतजार है। 

IDA की उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर से हुई गठबंधन के संबंध में चर्चा (16 जून 2021)

16 जून 2021. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और भाजपा सरकार में पूर्व मंत्री श्री ओमप्रकाश राजभर के साथ आज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के प्रतिनिधिमंडल ने आगामी विधानसभा चुनाव के संबंध में विचार विमर्श किया। चर्चा का प्रारंभ करते हुए वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के नीति निर्देशक श्री विश्वात्मा ने कहा की अनुसूचित समाज, पिछड़े वर्गों और गरीबों को सत्ता और संपत्ति में हिस्सेदारी के लिए जरूरी है कि अलग-अलग बैनर पर चुनाव लड़कर इन समुदायों की शक्ति को टुकड़े-टुकड़े में टूटने से बचाया जाए। जिससे भारत के संविधान को बचाया जा सके और देश को प्रगति के रास्ते पर वापस लाया जा सके। उन्होंने कहा कि इन समुदायों का एक व्यवस्थित गठबंधन बनाने की प्रक्रिया चल रही है जिसमें श्री ओमप्रकाश राजभर जी को हमसफ़र बनना चाहिए। उन्होंने श्री राजभर से अपील किया कि इस गठबंधन का संविधान बनाने के लिए गठित संविधान सभा में अपनी पार्टी से या तो स्वयं रहें या अपनी पार्टी का एक प्रतिनिधि दें।


राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के संयोजक श्री साहब सिंह धनगड़ ने कहा कि हमें अनुसूचित जातियों, जनजातियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की राजनीतिक शक्ति को बिखरने से बचाना होगा। इसके लिए समाज का फैसला लेने का अधिकार राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को देने के बजाए समाज को खुद अपने हाथ में लेना होगा। इसीलिए गठबंधन बनाया जा रहा है। उन्होंने श्री राजभर से अपील किया कि उनका मोर्चा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन दोनों कंधे से कंधा मिलाकर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ें, जिससे भाजपा को सत्ता से हटाया जा सके और सत्ता तथा संपत्ति में वंचित समाज को उनका अधिकार दिलाया जा सके। स्वतंत्र जनता राज पार्टी के अध्यक्ष श्री घनश्याम कोरी ने कहा कि गठबंधन के सभी राजनीतिक दलों को जमीनी स्तर पर काम करके अपनी अपनी शक्ति मजबूत करना होगा, जिससे गठबंधन को ताकत मिले।


मानव क्रांति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी आर एन मानव ने कहा कि हमें लिखित संविधान आधारित ऐसा गठबंधन बनाना होगा, जो केवल चुनाव के लिए न बने, अपितु स्थाई हो और पिछड़े और वंचित समाज को जब तक उनका अधिकार न मिले जब तक संघर्ष करें। उन्होंने कहा कि गठबंधन राजनीतिक दलों को इस प्रकार संचालित करें जिससे वह निजी स्वार्थ में समाज की शक्ति को तोड़ने का काम न कर पाएं।


सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व मंत्री और पूर्वांचल के पिछड़े समाज के जाने-माने नेता श्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा की समाज में राजनीति करने वाले लोग समाज का ध्यान न रखकर अपने छोटे-छोटे अहं के कारण एकजुट नहीं रह पाते। उन्होंने कहा कि पिछड़े समाज के बड़े राजनीतिक दल सवर्ण समुदाय को उनकी जनसंख्या के अनुपात से भी अधिक टिकट दे देते हैं। ऐसी स्थिति में पिछड़े वर्गों के वोटरों के सामने धर्म संकट पैदा हो जाता है। जो समाज उनका मान मर्दन कर रहा होता है उसी समाज के व्यक्ति को चुनाव जिताने के लिए वोट देना पड़ता है। उन्होंने पिछड़े समाज को अपने पैरों पर खड़े होने की अपील करते हुए कहा कि "कर बहियां बल आपनी, छोड़ पढ़ाई आश"।पूर्व मंत्री श्री राजभर से गठबंधन का संवाद आगे भी जारी रहेगा, ऐसा दोनों पक्षों ने फैसला किया।यह संवाद श्री ओमप्रकाश राजभर जी के निवास 307 पशुपति अपार्टमेंट लखनऊ में दिनांक 16 जून २०२१ को अपराह्न 3 बजे से 6 बजे की मध्य संपन्न हुई.