दलों को एकजुट करने में भारतीय जनतान्त्रिक गठबंधन (IDA) के प्रयास

सपा अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने बातचीत करने की इच्छा प्रकट की 

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने आज वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के प्रतिनिधिमंडल को बुलाकर बातचीत किया। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पार्टी के अखिल भारतीय कमेटी के उपाध्यक्ष श्री हुकुम सिंह यादव ने किया। श्री अखिलेश यादव ने वोटरशिप के मुद्दे पर अपनी राय रखते हुए कहा कि सकल घरेलू उत्पाद का 50% वोटरों को देना मुश्किल हो सकता है, किंतु इससे कुछ कम रकम देना संभव हो सकता है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख ने वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के मुखिया और निर्देशक श्री विश्वात्मा भरत गांधी के साथ आगामी विधान सभा चुनाव के विषय में चर्चा करने की इच्छा जाहिर किया। पार्टी के अखिल भारतीय उपाध्यक्ष श्री हुकुम सिंह ने कहा इस विषय में वह श्री विश्वात्मा से मशविरा करके यथाशीघ्र  जानकारी देंगे। श्री विश्वात्मा ने अपनी फौरी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह भारतीय जनतंत्र गठबंधन (IDA) के सदस्य दलों के साथ मशविरा करने के बाद ही इस विषय में कोई फैसला करेंगे। (रिपोर्ट- 28 जून 2021)

पूर्व मंत्री श्री ओम प्रकाश राजभर के सामने श्री विश्वात्मा ने रखा तीन विकल्प, भागीदारी संकल्प मोर्चा में बात करेंगे श्री राजभर (23 जून 2021)

पूर्व मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री ओम प्रकाश राजभर के साथ आज वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के नीति निर्देशक और IDA गठबंधन के सदस्य श्री विश्वात्मा की आगामी उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनावों के विषय में दूसरे चक्र की वार्ता संपन्न हुई. श्री विश्वात्मा ने श्री राजभर के सामने तीन विकल्प रखा. श्री राजभर ने कहा कि वह इस विषय में भागीदारी मोर्चा से जुड़े सदस्य दलों से बात करके प्रगति की जानकारी देगे. जिन तीन विकल्पों को श्री राजभर के समक्ष रखा गया, वे निम्नलिखित है-

पहला विकल्प

IDA गठबंधन और भागीदारी मोर्चा दोनों गठबंधन मिलकर एक महागठबंधन बना लें। दोनों गठबंधन मिलकर उत्तर प्रदेश में सीटों के तालमेल करें और किसी भी सीट पर टकराव की स्थिति पैदा न हो। इसमें भागीदारी मोर्चा को आजादी रहेगी कि वह अपना गठबंधन लिखित संविधान से पारदर्शी और लोकतांत्रिक तरीके से चलाएं, या न चलाएं। समाजवादी पार्टी पर इससे दबाव बढ़ेगा और नजरअंदाज करना मुश्किल हो जाएगा।

दूसरा विकल्प

IDA गठबंधन श्री ओम प्रकाश राजभर को उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री का चेहरा स्वीकार कर ले और भागीदारी संकल्प मोर्चा अपना नाम परिवर्तित करके IDA रख ले और दोनों गठबंधनों के सभी दलों के अध्यक्ष संविधान सभा के सदस्य बन जाएं। क्योंकि "IDA" नाम यूपीए और एनडीए के टक्कर का है। इस प्रकार लगभग 30 दलों का गठबंधन तैयार हो जाएगा। इससे समाजवादी पार्टी पर भाजपा विरोधी वोटों को एकजुट रखने का दबाव बढ़ जाएगा। गठबंधन का नेतृत्व पैदा करने के लिए एक संवैधानिक सिस्टम होने के कारण भारतीय जनता पार्टी साम, दाम, दंड, भेद की रणनीति से इस गठबंधन को तोड़ नहीं पाएगी।

तीसरा विकल्प

IDA गठबंधन के दल और भागीदारी संकल्प मोर्चा के दल अपने अपने गठबंधन के बैनर तले चुनाव लड़ें, भले ही दोनों गठबंधन के प्रत्याशी तमाम सीटों पर टकराएं। केवल इतना भर किया जाए कि दोनों ही गठबंधनों की एक साझी संविधान सभा बना लिया जाए, जिसमें दोनों ही गठबंधनों के अध्यक्ष पदेन सदस्य हों। इस संविधान सभा में दूसरे प्रदेशों के गठबंधनों के दलों को भी शामिल होने के लिए समझाया जाए। 2024 के चुनाव के पहले इस महागठबंधन का संविधान तैयार हो जाए और देशव्यापी एक व्यवस्थित गठबंधन भाजपा का मुकाबला करके राष्ट्र की रक्षा करे। (रिपोर्ट- 23 जून 2021)

पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से हुई गठबंधन के संबंध में चर्चा (16 जून 2021)

16 जून 2021. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और भाजपा सरकार में पूर्व मंत्री श्री ओमप्रकाश राजभर के साथ आज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन 7 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने आगामी विधानसभा चुनाव के संबंध में विचार विमर्श किया। चर्चा का प्रारंभ करते हुए वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के नीति निर्देशक श्री विश्वात्मा ने कहा की अनुसूचित समाज, पिछड़े वर्गों और गरीबों को सत्ता और संपत्ति में हिस्सेदारी के लिए जरूरी है कि अलग-अलग बैनर पर चुनाव लड़कर इन समुदायों की शक्ति को टुकड़े-टुकड़े में टूटने से बचाया जाए। जिससे भारत के संविधान को बचाया जा सके और देश को प्रगति के रास्ते पर वापस लाया जा सके। उन्होंने कहा कि इन समुदायों का एक व्यवस्थित गठबंधन बनाने की प्रक्रिया चल रही है जिसमें श्री ओमप्रकाश राजभर जी को हमसफ़र बनना चाहिए। उन्होंने श्री राजभर से अपील किया कि इस गठबंधन का संविधान बनाने के लिए गठित संविधान सभा में अपनी पार्टी से या तो स्वयं रहें या अपनी पार्टी का एक प्रतिनिधि दें।

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के संयोजक श्री साहब सिंह धनगड़ ने कहा कि हमें अनुसूचित जातियों, जनजातियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की राजनीतिक शक्ति को बिखरने से बचाना होगा। इसके लिए समाज का फैसला लेने का अधिकार राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को देने के बजाए समाज को खुद अपने हाथ में लेना होगा। इसीलिए गठबंधन बनाया जा रहा है। उन्होंने श्री राजभर से अपील किया कि उनका मोर्चा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन दोनों कंधे से कंधा मिलाकर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ें, जिससे भाजपा को सत्ता से हटाया जा सके और सत्ता तथा संपत्ति में वंचित समाज को उनका अधिकार दिलाया जा सके। स्वतंत्र जनता राज पार्टी के अध्यक्ष श्री घनश्याम कोरी ने कहा कि गठबंधन के सभी राजनीतिक दलों को जमीनी स्तर पर काम करके अपनी अपनी शक्ति मजबूत करना होगा, जिससे गठबंधन को ताकत मिले।

मानव क्रांति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी आर एन मानव ने कहा कि हमें लिखित संविधान आधारित ऐसा गठबंधन बनाना होगा, जो केवल चुनाव के लिए न बने, अपितु स्थाई हो और पिछड़े और वंचित समाज को जब तक उनका अधिकार न मिले जब तक संघर्ष करें। उन्होंने कहा कि गठबंधन राजनीतिक दलों को इस प्रकार संचालित करें जिससे वह निजी स्वार्थ में समाज की शक्ति को तोड़ने का काम न कर पाएं।सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व मंत्री और पूर्वांचल के पिछड़े समाज के जाने-माने नेता श्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा की समाज में राजनीति करने वाले लोग समाज का ध्यान न रखकर अपने छोटे-छोटे अहं के कारण एकजुट नहीं रह पाते। उन्होंने कहा कि पिछड़े समाज के बड़े राजनीतिक दल सवर्ण समुदाय को उनकी जनसंख्या के अनुपात से भी अधिक टिकट दे देते हैं। ऐसी स्थिति में पिछड़े वर्गों के वोटरों के सामने धर्म संकट पैदा हो जाता है। जो समाज उनका मान मर्दन कर रहा होता है उसी समाज के व्यक्ति को चुनाव जिताने के लिए वोट देना पड़ता है। उन्होंने पिछड़े समाज को अपने पैरों पर खड़े होने की अपील करते हुए कहा कि "कर बहियां बल आपनी, छोड़ पढ़ाई आश"।पूर्व मंत्री श्री राजभर से गठबंधन का संवाद आगे भी जारी रहेगा, ऐसा दोनों पक्षों ने फैसला किया।यह संवाद श्री ओमप्रकाश राजभर जी के निवास 307 पशुपति अपार्टमेंट लखनऊ में दिनांक 16 जून २०२१ को अपराह्न 3 बजे से 6 बजे की मध्य संपन्न हुई. (रिपोर्ट- 17 जून 2021)

समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष के साथ बैठक सहयोगात्मक रही  (14 जून 2021)  

12 जून 2021 को गठबंधन ने एक पत्र समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यालय लखनऊ में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेश उत्तम को हस्तगत किया गया। पत्र का विषय वास्तु निम्नलिखित है-


प्रेषक, 

साहब सिंह धनगर 

संयोजक- राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन,

लखनऊ, उत्तर प्रदेश

दिनांक 12 जून 2021

सेवा में, 

माननीय श्री अखिलेश यादव जी

 (पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन)

राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजवादी पार्टी

विषय- अनुसूचित जातियों-जनजातियों, पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यकों यानी भारत के वंचित समाज की एकजुट राजनीतिक शक्ति पैदा करने में सहयोगी बनने का निवेदन।

महोदय,

हमारा गठबंधन आपसे उक्त निवेदन इसलिए कर रहा है क्योंकि उक्त समुदायों की विशाल सामाजिक शक्ति अलग अलग राजनीतिक दलों द्वारा अलग-अलग बैनर पर चुनाव लड़ने के कारण टुकड़े टुकड़े में बिखर रही है। इसीलिए इस समाज के लोग सत्ता और संपत्ति में हिस्सेदारी से वंचित हैं। बदले राजनीतिक परिदृश्य के कारण अब इस समुदायों का अस्तित्व, गरिमा और इन समुदायों को सुरक्षा देने वाला भारत का संविधान और संवैधानिक संस्थाएं भी खतरे में हैं। यह सब बातें आप जानते ही हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन देश में एक मुहिम शुरू किया है कि उक्त सभी समुदाय एक एैसे गठबंधन के मंच पर इकट्ठा होकर चुनाव लड़ें, जो स्थाई हो, व्यवस्थित हो, जिसका लिखित संविधान हो और जहां नियमों का शासन हो। इस विषय में रणनीतिक ब्यौरा हम सार्वजनिक नहीं करना चाहते। इसलिए हमारे गठबंधन का एक प्रतिनिधिमंडल व्यक्तिगत मुलाकात करके इस विषय में आधे घंटे की सीमित अवधि में चर्चा करके वंचित समाज के हितों के लिए एक संस्थागत ढांचा विकसित करना चाहता है। 

प्रार्थना

आपसे विनम्र प्रार्थना है कि गठबंधन के उक्त ईमेल पर चर्चा करने के लिए भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन के 5 सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल को तारीख, समय व स्थान यथाशीघ्र देने की कृपा करें।

सादर,

साहब सिंह धनगर

========================

उक्त पत्र में निवेदन किया गया था कि अनुसूचित जातियों, जनजातियों और पिछड़े वर्गों तथा अल्पसंख्यकों की राजनीतिक शक्ति को अलग-अलग पार्टियों में बिखरने से बचाने में समाजवादी पार्टी सहयोग करें। पत्र प्राप्त होने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेश उत्तम ने गठबंधन के प्रतिनिधिमंडल को दिनांक 14 जून 2021 को सुबह 9:00 बजे वार्ता के लिए निमंत्रित किया। 19 सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल के साथ लगभग एक घंटा वार्ता के बाद श्री नरेश उत्तम ने कहा कि वह गठबंधन के पत्र में किए गए निवेदन के संबंध में उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव से बातचीत करेंगे. उन्होंने कहा की अगले ही दिन यानी 15 जून को श्री अखिलेश यादव जी के साथ गठबंधन के प्रतिनिधिमंडल की बैठक तय करेंगे। अगले दिन गठबंधन के विभिन्न पार्टी अध्यक्षों ने इंतजार किया किंतु श्री नरेश उत्तम का कोई जवाब नहीं आया। संभवत चुनाव की व्यस्तता के कारण कुछ दिन बाद वार्ता के लिए बुलाएंगे। इस बैठक का इंतजार है। (रिपोर्ट- 17 जून 2021)

राष्ट्रीय लोकदल से हुई गठबंधन के संबंध में चर्चा (12 जून 2021)
Meeting in Lokdal office

12 जून 2021. को राष्ट्रीय लोक दल के लखनऊ कार्यालय में गठबंधन के प्रतिनिधि मंडल के साथ वंचित समुदायों की सत्ता और संपत्ति में हिस्सेदारी के लिए एकता बनाने के लिए चर्चा हुई.कार्यालय प्रभारी श्री प्रेम पाल यादव ने कहा की वह गठबंधन का पत्र पार्टी के अध्यक्ष श्री जयंत चौधरी तक पहुच देगें. उन्होंने कहा की "आगामी सप्ताह अध्यक्ष जी लखनऊ आने वाले है आप लोग संपर्क में रहें". इस चर्चा का अभी भी इंतज़ार है. (रिपोर्ट- 18 जून 2021)